Stock Market Update: Repo Rate बढ़ने के बाद बैंकिंग शेयरों में खरीदारी के चलते शेयर बाजार में तेजी, रियल एस्टेट - ऑटो सेक्टर निराश

मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक 221 अंकों की तेजी के साथ 58,520 और निफ्टी 78 अंकों की तेजी के साथ 17,439 अंकों पर ट्रेड कर रहा है.

By: ABP Live | Updated at : 05 Aug 2022 11:11 AM (IST)

Edited By: manishkumar

Repo Rate Hike Impact On Stock Market: आरबीआई के रेपो रेट में 50 फीसदी बढ़ोतरी के बाद भारतीय शेयर बाजार में शानदार तेजी देखी जा रही है. बैंकिंग शेयरों में तेजी की बदौलत बाजार में ये तेजी है. निवेशकों द्वारा बैंकिंग शेयरों में अच्छी खरीदारी देखी जा रही है. लेकिन रियल एस्टेट सेक्टर में कर्ज महंगा होने से निराशा है. फिलहाल मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक 221 अंकों की तेजी के साथ 58,520 और निफ्टी 78 अंकों की तेजी के साथ 17,439 अंकों पर ट्रेड कर रहा है.

CRR नहीं बढ़ने के बाजार खुश
मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी ने सीआरआर यानि कैश रिजर्व रेशियो में कोई बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला लिया है. उसी के चलते बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में तेजी है. 4 मई को आरबीआई जब पहली बार कर्ज महंगा करने और बाजारों ने नगदी सोकने का फैसला लिया था तब सीआरआर में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी कर उसे 4.50 फीसदी कर दिया था. जिसके चलते बैंकिंग सिस्टम से 90,000 करोड़ रुपये निकल कर आरबीआई के पास चला गया.

कैश रिजर्व रेशियो बैंकों के पास डिपॉजिट्स का वो हिस्सा है जो बैंकों को आरबीआई के पास जमा रखना होगा. और बैंक जो सीआरआर के तौर पर आरबीआई के पास रकम जमा रखते हैं उन्हें उसपर उन्हें ब्याज भी नहीं मिलता है. हालांकि उन डिपॉजिट्स पर बैंकों को अपने कस्टमर्स को जरुर ब्याज देना होता है.

बैंकिंग शेयरों में तेजी
निफ्टी बैंक बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है. 12 निफ्टी बैंक शेयरों में 9 तेजी से बढ़ते बाजार हरे निशान में तो 3 लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं. आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, एक्सिस बैंक, फेडरल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, कोटर महिंद्रा बैंक हरे निशान में ट्रेड कर रहे हैं. तो बंधन बैंक, एचडीएफसी बैंक और इँडसइंड बैंक लाल निशान में कारोबार कर रहा है.

News Reels

रियल एस्टेट सेक्टर रेपो रेट बढ़ने से निराश
आरबीआई ने रेपो रेट बढ़ा दिया उससे रियल एस्टेट सेक्टर को निराशा हुई है. क्योंकि महंगे होम लोन का असर हाउसिंग सेक्टर पर पड़ सकता है. घरों के सेल्स घट सकते हैं. आरबीआई के ऐलान के बाद कई रियल एस्टेट स्टॉक्स में सामान्य रेंज में कारोबार कर रहे हैं. डीएलएफ 0.88 फीसदी, शोभा डेवलपर्स 1.18 फीसदी, ओबेरॉय रिएल्टी 0.28 फीसदी, गोदरेज प्रॉपर्टी 0.11 फीसदी की तेजी है. जबकि बिगेड इंटरप्राइजेज 0.31 फीसदी, फॉनिक्स मिल्स 0.51 फीसदी, सनटेक रिएलटी तेजी से बढ़ते बाजार 0.82 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है.

ऑटो सेक्टर भी निराश
जब देश में ज्यादातर लोग कारलोन लेकर कार खरीदते हैं ऐसे में आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने के फैसले से ऑटो सेक्टर भी निराश है. मारुति सुजुकी 0.79 फीसदी, हीरो मोटोकॉर्प 0.76 फीसदी, बजाज ऑटो 0.21 फीसदी, महिंद्रा 0.04 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. जबकि टाटा मोटर्स 0.33 फीसदी, टीवीएस मोटर्स 0.84 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है.

ये भी पढ़ें

Published at : 05 Aug 2022 10:55 AM (IST) Tags: Stock Market real estate sector auto sector home loan EMI Car loan EMI RBI Hikes Repo Rate Cash Reserve Ratio Repo Rate Hike Stock Market On 5th August 2022 हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

सफेद सोने ने तोड़ा रिकॉर्ड: अंतरराष्ट्रीय बाजार में डिमांड बढ़ने से नरमे में लगातार तेजी, मंडियों में पहली बार साढ़े दस हजार क्विंटल बिका

अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग बढ़ने से नरमे में लगातार तेजी का रुख। - Dainik Bhaskar

जिले में नरमा के बाजार भाव हर दिन नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। पहली बार प्रति क्विंटल 10 हजार रुपए से अधिक दाम हुए हैं। शनिवार को जिले की मंडियों में 10 हजार 300 रुपए से 10 हजार 600 रुपए प्रति क्विंटल तक नरमा बिका। बढ़े दामों की वजह से मंडियों में नरमा बेचने आने वाले किसानों के चेहरे पर खुशी स्पष्ट झलकती है। हालांकि अब तक 90 फीसदी से अधिक नरमा अब तक बिक चुका है। सीजन में जहां प्रतिदिन 30 हजार क्विंटल से अधिक नरमा की आवक हो रही थी, वहीं इन दिनों औसत आवक 5 हजार क्विंटल के आस-पास है। जानकारी के अनुसार इस बार सीजन के शुरुआत से ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में रूई की डिमांड बनी हुई है।

व्यापारियों और किसानों के अनुसार जिले के इतिहास में पहली बार दाम 10 हजार रुपए प्रति क्विंटल से अधिक हुए हैं। केंद्र सरकार द्वारा समर्थन समर्थन मूल्य लगभग 5700 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया, लेकिन इस बार सीजन की शुरुआत ही एमएसपी से अधिक हुई। इसी कारण सीसीआई द्वारा जिले में सरकारी खरीद ही शुरू नहीं की गई। इन दिनों बताया जा रहा है कि डिमांड के मुताबिक नरमा की आवक ही नहीं हो रही। जिले में कॉटन मिल की संख्या बढ़ने की वजह से भी व्यापारियों में प्रतिस्पर्धा रहती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी डिमांड अधिक होने के बाजार भाव अधिक चल रहे हैं। इसका सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है।

गोलूवाला में सर्वाधिक आवक और इसी मंडी में चल रहे सबसे ज्यादा बाजार भाव
जिले की गोलूवाला मंडी में इन दिनों नरमा की सर्वाधिक आवक हो रही है। औसत बाजार भाव भी इसी मंडी में सबसे ज्यादा है। शुक्रवार को गोलूवाला मंडी में 1463 क्विंटल नरमा की आवक हुई और औसत बाजार भाव 10 हजार 530 रुपए प्रति क्विंटल रहे। नोहर और भादरा में आवक बिल्कुल बंद है। सबसे कम आवक संगरिया और रावतसर मंडी में हो रही है। संगरिया में शुक्रवार को 576 क्विंटल और रावतसर में 320 क्विंटल आवक हुई। इन मंडियों में औसत बाजार भाव क्रमश: 10 हजार 280 और 10 हजार 460 रुपए प्रति क्विंटल रहे। हनुमानगढ़ जंक्शन और टाउन दोनों मंडियों में लगभग 1700 क्विंटल आवक रही और औसत भाव 10 हजार 200 रुपए तक रहे। कृषि विपणन विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्रति सप्ताह नरमा के दामों में इजाफा हो रहा है। भाव अच्छे मिलने से किसानों में प्रसन्नता है।

दामों में बढ़ोतरी का साइड इफेक्ट
बिनौला और खल के भाव सहित रूई के उत्पादों के रेट बढ़ रहेनरमा के भावों में तेजी की वजह से इस बार जिले में कृषि भूमि की लीज राशि (प्रति बीघा ठेका राशि) में भारी बढ़ोत्तरी हुई है। गत वर्ष जहां 22 से 25 हजार रुपए प्रति बीघा जमीन का ठेका चल रहा था, वहीं इस बार 30 से 32 हजार रुपए हो गए हैं। हालांकि इस बार आईजीएनपी में नरमा की बिजाई के समय सिंचाई पानी मिलने के अब तक कोई आसार नहीं है। इसके बावजूद जमीन के ठेका राशि में भारी बढ़ोत्तरी हुई है। इसके साथ बिनौला और बिनौला खल में भी तेजी का रूख बना हुआ है। रूई से बनने वाले उप उत्पादों में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। इस कारण महंगाई और बढ़ेगी। हालांकि जिन किसानों ने सीजन में नरमा नहीं बेचा था उनको अवश्य लाभ मिल रहा है। अगर यही दाम पूरे सीजन में होते तो लाखों किसानों को सैकड़ों करोड़ का फायदा होता।

प्रति सप्ताह बढ़ रहे दाम सीजन की तुलना में अब आवक काफी कम हो रही
नरमा के दामों में प्रति सप्ताह तेजी का रूख बना हुआ है। सीजन की तुलना में इन दिनों मंडियों में आवक काफी कम हो रही है। जंक्शन-टाउन तेजी से बढ़ते बाजार मंडी में प्रतिदिन लगभग 1500 क्विंटल आवक हो रही है। औसत बाजार भाव 10 हजार 300 से 10 हजार 600 रुपए प्रति क्विंटल तक चल रहे हैं।
सीएल वर्मा, सचिव, कृषि उपज मंडी समिति, हनुमानगढ़ जंक्शन

शेयर बाजार में तेजी से निवेशकों को 3 लाख करोड़ का फायदा, लेकिन क्यों आया ये उछाल? जानिए

BSE Sensex 900 अंक यानी 1.59 फीसदी के उछाल के साथ 60,000 अंक के उपर कारोबार कर रहा है.

BSE Sensex 900 अंक यानी 1.59 फीसदी के उछाल के साथ 60,000 अंक के उपर कारोबार कर रहा है.

भारतीय शेयर बाजार में आज यानी मंगलवार, 20 सितंबर को जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. घरेलू बाजारों को सोमवार को अमेरिक . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : September 20, 2022, 13:58 IST

हाइलाइट्स

Sensex 900 अंक यानी 1.59 फीसदी के उछाल के साथ 60,000 अंक के उपर कारोबार कर रहा है.
टेक्निकल एनालिस्ट्स का कहना है कि कम से कम मीडियम टर्म में बाजार का सेंटिमेंट पॉजिटिव बना रहेगा.
एक्सपर्ट कहते हैं कि फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी से पहले निफ्टी में उतार-चढ़ाव दिख खकता है.

नई दिल्ली. महंगाई के कारण केवल भारत ही नहीं, दुनियाभर के बाजारों में अस्थिरता बनी हुई है. लेकिन इसके बीच भारतीय शेयर बाजार में आज यानी मंगलवार, 20 सितंबर को जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है. कारोबार शुरू होते ही बाजार के प्रमुख सूंचकाक तेजी से बढ़ने लगे. घरेलू बाजारों को सोमवार को अमेरिकी बाजारों में आई तेजी से सपोर्ट मिला है. विदेशी फंडों की खरीदारी भी बाजार के सेंटिमेंट में बेहतरी का एक कारण है. इस वजह से इनवेस्टर्स अमेरिकी केंद्रीय बैंक के इंटरेस्ट रेट बढ़ाने की आशंका से ज्यादा चिंतित नहीं लग रहे हैं.

आज दोपहर 1.10 बजे तक BSE Sensex 1.59 फीसदी के उछाल के साथ 60,000 अंक के उपर कारोबार कर रहा था. NSE का NIFTY 50 भी 285 अंक यानी 1.62 फीसदी की तेजी के साथ 17,907 अंक के उपर कारोबार कर रहा है. मार्केट के इस तेजी से इनवेस्टर्स की वेल्थ 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बढ़ गई. दरअसल, बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 280 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 283 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया. आज मार्केट में ये तेजी किन-किन वजहों से आई, इस बारे में हम यहां विस्तार से जानेंगे.

अमेरिकी बाजारों में उछाल रहा एक कारण
बता दें सोमवार यानी 19 सितंबर को अमेरिकी बाजार तेजी के साथ बंद हुए थे. Dow Jones Industrial Average 197.26 अंक यानी 0.64 फीसदी चढ़कर 31,019.68 अंक पर बंद हुआ. S&P 500 भी 26.56 अंक यानी 0.69 फीसदी चढ़कर 3,899.89 अंक पर बंद हुआ. Nasdaq Composite 0.76 फीसदी की तेजी के साथ 11,535 अंक पर पहुंच गया.

विदेशी फंडों की खरीदारी से भी मार्केट में आई तेजी
विदेशी फंड (FII) इंडियन मार्केट में लगातार खरीदारी कर रहे हैं. उन्होंने कल यानी 19 सितंबर को घरेलू बाजार में शुद्ध रूप से 312.31 करोड़ रुपये की खरीदारी की. इधर, घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) बाजार में बिकवाली कर रहे हैं. उन्होंने सोमवार को 94.68 करोड़ रुपये की बिकवाली की. FII की खरीदारी का बाजार के सेंटिमेंट पर अच्छा असर पड़ा है.

टेक्निकल व्यू भी रही बड़ी वजह
ज्यादातर टेक्निकल एनालिस्ट्स का कहना है कि कम से कम मीडियम टर्म में बाजार का सेंटिमेंट पॉजिटिव बना रहेगा. ICICI Securities ने कहा है कि फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी से पहले निफ्टी में उतार-चढ़ाव दिख खकता है. उन्होंने अक्टूबर तक निफ्टी के 18,3000 अंक तक पहुंच जाने का अनुमान व्यक्त किया है.

मार्केट का हाल
आपको बता दें कि Grasim को छोड़ निफ्टी 50 के सभी स्टॉक्स हरे निशान में दिखे. सबसे ज्यादा 3.71 फीसदी की तेजी टाटा मोटर्स (Tata Motors) में आई. इसके बाद Hindalco, Indus Ind Bank, Baja Finserv और Eicher Motors के शेयरों में अच्छी तेजी दिखी. सभी सेक्टर के सूचकांक हरे निशान में थे. वहीं सबसे ज्यादा तेजी निफ्टी मेटल इंडेक्स में रही. इसके बाद बैंक और फाइनेंशियल कंपनियों के सूचकांक में भी अच्छी बढ़ोतरी दिखी.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

Gold and Silver Price in MP: विदेशी बाजार के असर से सोना-चांदी तेज, चांदी 62 हजार के पार

Gold and Silver Price in MP: अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने-चांदी की चमक बढ़ती नजर आ रही है। औद्योगिक मांग बढ़ने की उम्मीद से धातुओं के बाजार में अच्छी तेजी देखी जा रही है। इसका लाभ भी सोने-चांदी को मिल रहा है।

Gold and Silver Price in MP: विदेशी बाजार के असर से सोना-चांदी तेज, चांदी 62 हजार के पार

Gold and Silver Price in MP: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने दिसंबर में आर्थिक रफ्तार धीमी रहने को लेकर आशंका जताई है। फेड के संकेत के बाद डालर इंडेक्स फिसला। इससे कीमती धातुओं में निवेशकों की पूछताछ शुरू हो गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने-चांदी की चमक बढ़ती नजर आ रही है। दूसरी ओर चीन ने कोरोना प्रतिबंधों मेें ढील देने की घोषणा कर दी है। ऐसे में चीन में औद्योगिक ईकाइयां फिर शुरू हो रही हैं। ऐसे में औद्योगिक मांग बढ़ने की उम्मीद से धातुओं के बाजार में अच्छी तेजी देखी जा रही है। इसका लाभ भी सोने-चांदी को मिल रहा है।

अंतरराष्ट्रीय बुलियन मार्केट में चांदी 22 डालर के पार पहुंच गई है। सोना फिर से 1800 डालर के स्तर को छू सकता है। विदेशी बाजार के असर के साथ स्थानीय बाजार में गहनों में वैवाहिक पूछताछ बनी हुई है। ऐसे में सोने-चांदी में गुरुवार को भी तेजी जारी रही। सोने के दाम 325 रुपये मजबूत हुए। इंदौर में सोना केडबरी बढ़कर 53025 रुपये प्रति दस ग्राम बोला गया। चांदी 700 रुपये उछलकर 6200 रुपये पार पहुंच गई। चांदी चौरसा इंदौर में 62400 रुपये प्रति किलो बोली गई।

Gold and Silver Price in MP: विदेश में तेजी से सोना और चांदी के दामों में पुन: सुधार

कामेक्स सोना ऊपर में 1765 नीचे में 1783 डालर प्रति औंस और चांदी ऊपर में 22.07 नीचे में 22.41 डालर प्रति औंस पर कारोबार करता देखा गया।

इंदौर के बंद भाव इंदौर में सोना केडबरी रवा नकद में 53025 सोना (आरटीजीएस) 54550 सोना (91.60 कैरेट) 49970 रुपये प्रति दस ग्राम बोला गया। बुधवार को सोना 52700 रुपये पर बंद हुआ था। चांदी चौरसा 62400 चांदी टंच 62500 चांदी चौरसा (आरटीजीएस) 64500 रुपये प्रति किलो बोली गई। बुधवार को चांदी 61700 रुपये पर बंद हुई थी।

शेयर बाजार में तेजी से बढ़ रहे निवेशक, सिर्फ 3 माह में खोले गए 48 लाख डिमैट अकाउंट

देश में जैसे-जैसे वित्तीय साक्षरता दर बढ़ रही है वैसे-वैसे शेयर बाजार के प्रति लोगों का रुझान भी बढ़ रहा है। एशिया की पहली और एकमात्र सूचीबद्ध डिपॉजिटरी सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज इंडिया ने वित्तीय वर्ष 2022-23 की सितंबर तिमाही के आंकड़े जारी किए हैं। इस आंकड़े के अनुसार इस वर्ष जुलाई, अगस्त और सितंबर महीने में देश में 48 लाख डिमैट अकाउंट खोले गए हैं। यह आंकड़े उस दौर में जारी किए गए हैं जब देश सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना को झेलने का पाद पटरी पर लौट रहा है।

1 महीने में खोले गए 7 करोड़ अकाउंट्स

जारी किए गए आंकड़ों से साफ पता चलता है कि देश में लोग तेजी से शेयर मार्केट में भाग ले रहे हैं। CDSL ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्ज करते हुए अगस्त 2022 के महीने में 7 करोड़ डिमैट अकाउंट्स को रजिस्टर किया है। भारी संख्या में शेयर बाजार की ओर बढ़ते रुझान की वजह से इस डिपॉजिटरी बॉडी को बड़ा मुनाफा हुआ है। पिछले हफ्ते सेंट्रल डिपॉजिटरी ने 30 सितंबर 2022 को खत्म हुई छमाही के अपने फाइनेंशियल रिजल्ट्स की अनाउंसमेंट की थी इस दौरान CDSL को टोटल इनकम साल दर साल आधार पर 7% बढ़कर ₹370 हो गई जबकि नेट प्रॉफिट 8% घटकर 138 करोड़ रुपए रहा।

क्या करती है CDSL ?

CDSL हमारे देश की ही नहीं बल्कि पूरे एशिया की सबसे पहली और पुरानी डिपॉजिटरी बॉडी है। CDSL इन्वेस्टर्स के शेयर, बॉन्ड, डिवेंचर और सिक्योरिटी को कागज के बजाए इलेक्ट्रॉनिक रूप से सुरक्षित रखती है। क्या डिपॉजिटरी मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के लिए काम करती है साथ ही यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी भी डिपॉजिटरी है। CDSL को शेयरों का बैंक भी कहा जाता है।

हर साल बढ़ रहे हैं आंकड़े

वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान 3 लाख 59 हजार डिमैट अकाउंट खोले गए थे जो कि वित्तीय वर्ष 2017-18 के मुकाबले 39 फीसद अधिक था। इसी तरह वित्तीय वर्ष 2019-20 में 4 लाख 9 हजार डिमैट अकाउंट खोले गए जो पिछले साल के मुकाबले 50 फीसदी की वृद्धि दर्शाती है। वहीं अगर साल 2020-21 तेजी से बढ़ते बाजार और 2021-22 (अक्टूबर) तक के आंकड़ों को देखें तो क्रमशः 5 लाख 51 हजार और 7 लाख 38 हजार है।

खुदरा निवेशक अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश की सबसे बड़ी डिपॉजिटरी बॉडी नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड के रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा था कि भारतीय खुदरा निवेशकों ने अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है विशेष रूप से पिछले 2 वर्षों के दौरान उनका योगदान अभूतपूर्व है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया था कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में जहां 4 लाख डिमैट अकाउंट हर साल खोले जा रहे थे वहीं वित्तीय वर्ष 2020-21 में 12 लाख खाते हुए हर महीने खोले गए।

डिमैट अकाउंट खुलवाना है आसान

डिमैट अकाउंट देश में बहुत सरल तरीके से खोले जा रहे हैं। मूल रूप से दो डिपॉजिटरी बॉडी है NSDL और CDSL यहां आप अपना डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं। डिमैट अकाउंट खोलने के बाद आप किसी ब्रोकरेज हाउस के पास अपना ट्रेडिंग अकाउंट खोल पाएंगे। हालांकि लोगों को अकाउंट खोलने में दिक्कत न हो इस वजह से ब्रोकरेज हाउस ही डिमैट अकाउंट खोलने में लोगों की मदद कर रहा है। डिमैट अकाउंट खोलने के लिए पैन, एक बैंक अकाउंट, आईडेंटिटी कार्ड और एक एड्रेस प्रूफ का डॉक्यूमेंट का होना जरूरी है।

शेयर मार्केट में तेजी से भाग ले रहे हैं लोग

परंपरागत पैसे कमाने के तरीकों से अलग शेयर मार्केट के प्रति लोगों का रुझान तेजी से बढ़ता जा रहा है। शेयर बाजार में निवेशकों की संख्या बढ़ने की एक और वजह यह भी है कि देश में वित्तीय साक्षरता बढ़ रही है और इस वजह से लोग शेयर बाजार को भी एक कैरियर के रूप में देख रहे हैं। आज के नौजवानों के पास शेयर बाजार से करोड़ों रुपए कमाने का बेहतरीन रास्ता उपलब्ध है।

रेटिंग: 4.88
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 484