अपनी साइट पर विज्ञापनों से कमाई करने का तरीका जानना चाहते हैं? Google AdSense आज़माएं
विज्ञापनों से पैसे कमाने के कई तरीके हैं. अगर आप Google की मदद से पैसे कमाना चाहते हैं, तो हम आपको अपनी साइट पर AdSense को आज़माने का सुझाव देते हैं. यहां बताया गया है कि शुरुआत करने के लिए आपको क्या जानने की ज़रूरत है.
क्या आपको पता है कि Google AdSense की मदद से कई तरीकों से पैसे कमाए जा सकते हैं? क्या आपने ऐसे कई मौके छोड़े हैं जिनकी मदद से आप Google से कमाई कर सकते हैं? अगर आप Google AdSense से ज़्यादा मुनाफ़ा कमाना चाहते हैं, तो कमाई करने के AdSense के इन तरीकों पर ज़रूर नज़र डालें.
1. Google AdSense के लिए सही तरह की वेबसाइट बनाएं.
अगर बात Google AdSense से पैसे कमाने की हो, तो कुछ खास तरह की साइटें बेहतरीन काम करती हैं. AdSense से पैसे कमाने के लिए आपको दो बातों पर ध्यान देना चाहिए. पहली बात, आपकी साइट पर अच्छी सामग्री हो और दूसरी बात, साइट पर ज़्यादा ट्रैफ़िक हो.
सामग्री दो तरह की होती है. एक तरह की सामग्री ऐसी होती है जो रोज़ाना नए लोगों को आपकी साइट पर लाती है. दूसरी तरह की सामग्री वह है जो आपकी साइट पर पहले आ चुके लोगों को वापस लाती है. आपको इन दोनों तरह की सामग्रियों में अच्छा संतुलन बनाना होगा. इस तरह आपकी साइट पर नया ट्रैफ़िक आता रहेगा. साथ ही, आने वाले ट्रैफ़िक का बड़ा हिस्सा आपकी साइट पर दोबारा आना पसंद करेगा.
ऐसी साइटें जिनकी सामग्री नए और दोबारा आने वाले लोगों का ध्यान खींचने के लिए बिल्कुल सही है:
- ब्लॉग साइट
- समाचार साइट
- फ़ोरम और चर्चा बोर्ड
- खास सोशल नेटवर्क
- मुफ़्त ऑनलाइन टूल
ऐसा नहीं है कि आप सिर्फ़ इस तरह मुनाफा कमाने के लिए ऐसे करें शुरुआत की साइटें ही बना सकते हैं. लेकिन, ऐसी साइटों को अच्छी सामग्री के साथ आसानी से ऑप्टिमाइज़ किया जा सकता है और प्रचार किया जा सकता है. इनके लिए ऐसा लेआउट ढूंढना आसान होता है जो सामग्री दिखाने और आपके Google AdSense विज्ञापनों को क्लिक दिलवाने, दोनों के लिए अच्छी तरह काम करता है.
2. अलग-अलग तरह की विज्ञापन यूनिट का इस्तेमाल करें.
अलग-अलग कंपनियां जब विज्ञापन देने वाले से विज्ञापन बनवाती हैं, तो अलग-अलग विज्ञापन स्टाइल का इस्तेमाल करती हैं - Google AdWords. कंपनियों के पास टेक्स्ट पर आधारित सरल विज्ञापन, इमेज वाले विज्ञापन, और वीडियो विज्ञापन बनाने के विकल्प होते हैं.
विज्ञापन देने वालों के पास अलग-अलग फ़ॉर्मैट के विज्ञापन बनाने का विकल्प होता है. इसलिए, आपको साइट पर अलग-अलग विज्ञापन यूनिट का इस्तेमाल करके, दर्शकों को उन विज्ञापन देने वालों से जुड़ने का मौका देना चाहिए जिनके विज्ञापन पर क्लिक होने की सबसे ज़्यादा संभावना होती है.
अलग-अलग तरह के विज्ञापनों के लिए जगह तय करते समय आपको उपयोगकर्ता अनुभव को ध्यान में रखना चाहिए. आपके पेज पर विज्ञापनों से ज़्यादा सामग्री होनी चाहिए. अपनी साइट पर आंकड़ों, विज्ञापन की सही जगह, और विज्ञापन की स्टाइल की जांच करने के लिए Google Analytics का इस्तेमाल करें. इससे आपको पता चलेगा कि आपकी साइट और उस पर आने वालों के लिए क्या बेहतर है.
3. AdSense कस्टम खोज विज्ञापन का इस्तेमाल करें.
अगर आपकी साइट पर बहुत ज़्यादा सामग्री (जैसे ब्लॉग, समाचार फ़ोरम) है, तो आप साइट पर AdSense कस्टम खोज का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह आपकी साइट पर किसी खास सामग्री को ढूंढने में उपयोगकर्ताओं की मदद करेगा और उनके अनुभव को बेहतर बनाएगा. साथ ही, साइट पर खोज के नतीजों के साथ विज्ञापन दिखाकर, यह Google AdSense से होने वाली कमाई को भी बढ़ाएगा.
ध्यान दें कि AdSense Custom Search, Google Custom Search से अलग है. अपनी साइट पर AdSense Custom Search पाने के लिए आपको आवेदन करना होगा. इसके बाद ही आप अपनी साइट पर खोज करने वालों से कमाई कर पाएंगे.
4. YouTube पर Google AdSense की मदद से कमाई करें.
Google AdSense का इस्तेमाल सिर्फ़ वही लोग नहीं कर सकते जो टेक्स्ट पर आधारित कॉन्टेंट या मुफ़्त ऑनलाइन टूल बनाते हैं. अगर आपको अच्छे वीडियो बनाने आते हैं, तो खुद के YouTube चैनल से YouTube पर अपने खास वीडियो प्रकाशित करना शुरू करें.
अपने चैनल को स्थापित करने के बाद, आप अपने YouTube चैनल के सुविधाएं सेक्शन में जाकर 'कमाई करना' विकल्प को चालू कर सकते हैं. यहां आपको अपने YouTube चैनल को अपने AdSense खाते से लिंक करने के निर्देश दिखाई देंगे. इन्हें पूरा करके आप अपने वीडियो से कमाई करना शुरू कर सकते हैं.
अपने YouTube चैनल को अपने AdSense खाते से लिंक करने के बाद, आप वह वीडियो चुन सकते हैं जिससे आप कमाई करना चाहते हैं. साथ ही, यह भी तय कर सकते हैं कि आप वीडियो देखने वालों को किस तरह के विज्ञापन दिखाना चाहते हैं. इसके लिए, बस अपने वीडियो मैनेजर में जाकर उस वीडियो को चुनें जिससे आप कमाई करना चाहते हैं. फिर, उस वीडियो की विज्ञापन की सेटिंग चुनें.
उसके बाद, आप कभी भी वीडियो मैनेजर को ब्राउज़ करके कमाई करने के लिए चुने गए वीडियो देख सकते हैं (उनके बगल में हरे डॉलर का चिह्न होगा) और उनकी सेटिंग प्रबंधित कर सकते हैं.
Business ideas: फेस्टिव सीजन में करें इन बिजनेस की शुरुआत, पैसों की होगी बारिश
आज मुनाफा कमाने के लिए ऐसे करें शुरुआत के दौर में लोग अपना बिजनेस करके अच्छी कमाई करना चाहते हैं, लेकिन ज्यदातर लोगों को पता ही नहीं होता है कि कौनसा बिज़नेस किया जाए जोकि मुनाफ़ा दे. इसलिए आज का इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे नए बिज़नेस आइडियाज के बारे में जिनसे आप अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं.
आज के समय में हर कोई नौकरी के साथ कुछ अतिरिक्त कमाई करना चाहता है. अगर आप भी कुछ अतिरिक्त कमाई की तलाश कर रहे हैं तो आप अपने हुनर के मुताबिक, हर महीने लाखों रूपये की कमाई कर सकते हैं. लेकिन लोगों को बजट बिज़नेस के बारे में कम ही पता है, इसलिए हम आपको बता रहे हैं ऐसे कम बजट वाले बिज़नेस जिन्हें अपनाकर आप लाखों रुपये छाप सकते हैं.
बिजनेस आइडियाज कुछ इस प्रकार हैं:
रूम डेकोरेशन
आज के समय में लोगों को घर सजाने का काफी शौक है और इसके लिए भी लोग एक्सपर्ट लोगों की सलाह से मुनाफा कमाने के लिए ऐसे करें शुरुआत अपने घर को सजाते हैं, ऐसे में आज के दौर का यह बड़ा ही फलता-फूलता बिज़नेस है. इसे अपनाकर आप न केवल अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं बल्कि बहुत कुछ सीख भी सकते हैं.
वॉल पेंटिंग बिजनेस
आज कल लोग घर बनवाने के बाद उस के ऊपर पेंट करने पर बहुत सारा खर्चा करते हैं. आज का दौर पहले का दौर नहीं जहां घर को चूना से पेंट कर दिया जाता हो बल्कि आज के दौर में लोग अलग-अलग प्रकार के पेंट अपने घर पर करवाते हैं. ऐसे में पेंटिंग का बिज़नेस काफी अच्छा बिज़नेस है और इसके ज़रिए अच्छी खासी कमाई की जा सकती है.
खिलौने का बिजनेस
वर्तमान समय में लोगों के पास पैसा होने से उनके जीवन स्तर में सुधार आया है लोग पहले की अपेक्षा ज़्यादा खर्च करने लगे हैं. जिन चीजों को पहले के जमाने में फ़िजूल खर्ची मा ना जाता था आज वे स्टेटस का प्रतिक बन गए हैं. ऐसे ही बच्चों के खिलौने हैं उन पर भी आज लोग अच्छा खासा खर्च करने लगे हैं. इसलिए आप इसका भी बिज़नेस कर सकते हैं.
रंगोली का बिजनेस
भारत में आए दिन त्यौहार मनाये जाते हैं ऐसे में यहां पर रंगोली का बिजनेस अच्छा खासा चल सकता है. दिवाली पर बिना रंगोली के त्योहार ही नहीं मनाया जाता है. यह एक तरीके से अनिवार्य है.
English Summary: these business ideas will give you more profit Published on: 07 August 2022, 05:51 IST
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New business: 3 गुना प्रॉफिट के साथ शुरू करें यह खास बिजनेस, कॉम्पिटिशन बेहद कम, जानिए पूरी प्रोसेस
व्यापार, डेस्क रिपोर्ट। यदि आप कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, लेकिन आपके पास शुरुआती इन्वेस्टमेंट के लिए ज्यादा पैसे नहीं है और ना ही कोई इंफ्रास्ट्रक्चर है, तो चिंता करने की कोई बात नहीं है। क्योंकि हम आपको बता रहे हैं ऐसे बिजनेस आइडिया के बारे में, जिसके लिए आपको मात्र ₹10000 की जरूरत लगेगी और कोई विशेष इंफ्रास्ट्रक्चर भी नहीं लगेगा। आपको केवल मौसम को ध्यान में रखते हुए यह बिज़नेस करना है और आप इससे तिगुना मुनाफा तक कम सकते हैं।
जी हां, हम बात कर रहे हैं मच्छरदानी के बिजनेस के बारे में। गर्मी और बरसात के मौसम में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। ऐसे में इन दो मौसम में यह बिजनेस आपको बंपर कमाई दे सकता है। मात्र ₹10000 लगाकर आपको मच्छरदानी खरीदनी है और उसे किसी भीड़-भाड़ वाली जगह पर या अगर आपके पास टू व्हीलर है तो उस पर रखकर आप बेंच सकते हैं। इसके लिए आपको अलग-अलग वैरायटी वाली, नई डिजाइन वाली मच्छरदानी रखना होगी। बच्चों की मच्छरदानी में बहुत से विकल्प उपलब्ध है।
इस बिजनेस की खास विशेषता यह है कि मच्छरदानी जल्द ही खराब भी नहीं होती। मात्र ₹100 में भी मच्छरदानी खरीद कर आप ₹300 तक में भी भेज सकते हैं। इस तरह आप तिगुनी कमाई कर सकते हैं। अक्सर बहुत सारे बिजनेस में कॉम्पिटिशन होता है, लेकिन मच्छरदानी के बिजनेस में कोई खास कंपटीशन नहीं है। आप कहीं भी लोकल थोक की दुकान से मच्छरदानी खरीद सकते हैं और उसे किसी भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाकर दोगुने-तिगुने दाम पर बेंच सकते हैं।
दिवाली के मौके पर घर बैठे शुरू करें ये आसान-सा बिजनेस, कम लागत से होगी मोटी कमाई
Diwali Business Idea: भारत में दिवाली (Diwali) का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है, यही वजह है कि इस त्यौहार की शुरुआत से एक महीने पहले ही मार्केट में रौनक का माहौल पैदा हो जाता है। दिवाली के दौरान लोग अपने घरों को तरह-तरह के सामान और लाइट्स से सजाते हैं, जबकि पूजा पाठ के लिए विभिन्न सामाग्री का इस्तेमाल करते हैं।
ऐसे में अगर आप भी दिवाली के मौके पर कमाई करने का आसान तरीका ढूँढ रहे हैं, तो आप इस फेस्टिव सीजन (Festive Season) घर बैठे छोटे से स्टार्टअप की शुरुआत कर सकते हैं। इसके लिए आपको न तो मार्केट में बहुत ज्यादा पैसा लगाना पड़ेगा और न ही दुकान आदि का किराया देना पड़ेगा, तो आइए जानते हैं कम निवेश वाले आसान बिजनेस आइडिया के बारे में।
रंगीन लाइट्स का बिजनेस (Decorative Lights business)
दिवाली के मौके पर लगभग हर हिंदू का घर रंग बिरंगी लाइट्स से जगमगाता है, क्योंकि मुनाफा कमाने के लिए ऐसे करें शुरुआत यह अंधेरे को मिटाकर चारों तरफ प्रकाश करने का त्यौहार होता है। ऐसे में दिवाली के मौके पर विभिन्न प्रकार की लाइड्स की डिमांड बहुत ज्यादा है, जिसकी वजह से चाइनीज लाइट्स की बिक्री काफी ज्यादा होती है। इसे भी पढ़ें – इस पौधे की खेती करके हर साल कमा सकते हैं लाखों रुपए का मुनाफा, सिर्फ 2 हजार रुपए से कर सकते है शुरुआत
ऐसे में आप दिवाली के मौके पर लाइट्स का बिजनेस शुरू कर सकते हैं, जिसकी न सिर्फ बहुत ज्यादा डिमांड रहती है बल्कि इससे चाइनीज प्रोडक्ट पर भी बैन लगाया जा सकता है। आप रंगीन लाइट्स को घर बैठे ऑनलाइन बेच सकते हैं, जबकि अपने प्रोडक्ट का सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार भी कर सकते हैं।
ऐसा नहीं ही रंगीन लाइट्स की डिमांड सिर्फ दिवाली के मौके पर ही होती है, बल्कि यह एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसकी मांग पूरे साल भर बनी रहती है। दरअसल भारत में शादी, ब्याह और अन्य प्रकार के फंक्शन के दौरान भी घर को रंगीन लाइट्स से सजाया जाता है, जिसकी वजह से इस व्यापार में काफी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
10 हजार रुपए से शुरू करें बिजनेस
रंगीन लाइट्स के बिजनेस की शुरुआत करने के लिए बहुत ज्यादा पैसा निवेश करने की जरूरत नहीं पड़ती है, बल्कि इस बिजनेस को आप महज 10 हजार रुपए के साथ शुरू कर सकते हैं। इन रुपयों में आप थोक पर रंगीन लाइट्स की खरीददारी कर सकते हैं और फिर उसे मार्केट प्राइज में बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं।
हालांकि अगर आपके पास इस बिजनेस में निवेश करने के लिए ज्यादा रकम मौजूद है, तो फिर आप अलग-अलग वैराइटी की लाइट्स को ग्राहकों को बेच सकते हैं। आप चाहे तो थोक में अच्छी क्वालिटी का कच्चा माल खरीद कर घर पर ही लाइट्स तैयार करने का काम कर सकते हैं, जिन्हें बाज़ार में ज्यादा अच्छे दामों में बेचा जा सकता है।
इतना ही नहीं घर पर तैयार की गई लाइट्स को आप अलग-अलग दुकानदानों को भी सप्लाई कर सकते हैं, जिससे आपका व्यापार बढ़ने में मदद मिलेगी। यह एक ऐसा बिजनेस है, जिसमें आप दोनों तरीके से पैसे कमा सकते हैं और इसमें लागत भी बहुत ज्यादा नहीं आती है।
सालाना होगी लाखों रुपए की कमाई
रंगीन लाइट्स का बिजनेस शुरू करने का एक फायदा यह भी है कि इस तरह के प्रोडक्ट्स लंबे समय तक स्टोर करने के बावजूद भी खराब नहीं होते हैं, जबकि कच्चे माल के खराब या बर्बाद होने का झंझट भी नहीं होता है। इससे न तो बिजनेस में नुकसान उठाना पड़ता है और न ही माल को जल्दी खत्म करने का कोई टेंशन होती है।
ऐसे में अगर एक बार आपका लाइट वाला बिजनेस अच्छी तरह से चल जाए, तो आप हर साल लाखों रुपए की कमाई कर सकते हैं। इतना ही नहीं रंगीन लाइट्स के साथ बल्ब और प्लग आदि की ऑनलाइन बिक्री से भी बिजनेस को बढ़ाया जा सकता है, जिसमें लाखों का मुनाफा होता है। इसे भी पढ़ें – घर बैठे कमा सकते हैं 20 से 40 हजार रुपए, बस स्मार्टफोन और इंटरनेट की पड़ेगी जरूरत
मुनाफा कमाने के लिए ऐसे करें शुरुआत
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आज तो हर तरफ पैसा बनाने का भगदड़ मची हुई है। अंगूर, टमाटर तथा तरबूजों की अत्याधुनिक फैशनेबिल किस्में उगाई जा रही हैं। ग्रीन-हाऊसों में बे-मौसम फल-फूल उगाए जा रहे हैं। मत्स्य प्रजनन की शुरुआत हो गई है, और मवेशी भी मुनाफा कमाने के लिए पाले जा रहे हैं। यह सिलसिला बतलाता है कि जब किसान आर्थिक झूले पर सवार हो तो क्या होगा?
व्यापारी कृषि की अवधारणा जब पहली बार सामने आई तभी मैंने उसका विरोध मुनाफा कमाने के लिए ऐसे करें शुरुआत मुनाफा कमाने के लिए ऐसे करें शुरुआत किया था। जापान में व्यापारिक कृषि किसानों के लिए फायदेमंद नहीं है। व्यापारियों का कायदा यह है कि जब भी कोई वस्तु बेची जानी होती है तो उसकी मूल लागत जो भी हो, वे उसकी लागत बढ़ा कर ही उसे बेचते हैं। लेकिन जापानी खेती का यह मामला इतना सीधा नहीं है। उर्वरक, खाद, उपकरण तथा रसायन उस कीमत पर खरीदे जाते हैं जसे बाहर निर्धारित होती है तथा यह बतलाने का कोई तरीका नहीं होता कि इन आयातित उत्पादों का उपयोग करने के बाद वास्तविक लागत क्या बैठेगी? यह सब पूरी तरह व्यापारियों पर निर्भर करता है तथा बिक्री मूल्य भी चूंकि तय किया हुआ रहता है। किसान की आय उन ताकतों की मेहरबानी पर निर्भर हो जाती है, जिन पर उसका कोई नियंत्रण नहीं होता।
सामान्य रूप से व्यापारिक कृषि एक अस्थिर चीज है। किसान की स्थिति तो उसके बगैर ही बेहतर होगी यानी उसे अपनी जरूरत का खाद्यान्न पैसा बनाने के बारे में सोचे बगैर ही पैदा करना चाहिए। यदि आप चावल का एक बीज बोते हैं तो वह एक हजार से भी ज्यादा दाने देता है। शलजम की एक ही कतार बोने से इतना अचार बन जाता है जो पूरे जाड़े भर के लिए काफी होता है। अगर आप इस ढंग से सोचकर चलें तो आपको खाने के लिए पर्याप्त, बल्कि उससे ज्यादा ही मिल जाएगा और उसके लिए ज्यादा संघर्ष भी नहीं करना पडे़गा। मुनाफा कमाने के लिए ऐसे करें शुरुआत मगर यदि आप इसके बदले कुछ पैसा बनाने की कोशिश करते हैं तो आप उस मुनाफा गाड़ी पर सवार हो जाते हैं, जो पता नहीं आपको कहां ले जाएगी।
इधर कुछ दिनों से मैं सफेद लेग-मुर्गियों के बारे में सोच रहा हूं क्योंकि इनकी सुधरी हुई नस्ल, चूंकि साल में 200 दिन अंडे देती है, इनको पालना मुनाफे का धंधा मालूम होता है। जब इन मुर्गियों मुनाफा कमाने के लिए ऐसे करें शुरुआत का पालन व्यापारिक ढंग से किया जाता है तो उन्हें ऐसे छोटे-छोटे दड़बों में रखा जाता है जो जेल की काल कोठरियों की याद दिलाते हैं तथा इन प्राणियों को अपने सारे जीवन काल में जमीन पर अपने पैर रखने का मौका एक बार भी नहीं मिलता। उन्हें अक्सर बीमारियाँ लगी रहती हैं और उनके शरीरों में ढेर सी जीवाणु प्रतिरोधी तथा विटामिन तथा हारमोनयुक्त दवाएं ढूंसी जाती हैं। यह भी कहा जाता है कि आदि काल से ‘शामों’ तथा ‘चाबो’ मुर्गियों के जो देसी भूरी तथा सांवली किस्में पाली जाती रही हैं, उनके अंडे देने की क्षमता लेग-हॉर्न से केवल आधी होती है। इसका नतीजा यह हुआ कि ये पक्षी अब जापान में लुप्त हो गए हैं। मैंने अपने इलाके में दो मुर्गियों तथा एक मुर्गे को खुला छोड़ दिया और एक वर्ष के भीतर ही उनकी संख्या चैबीस हो गई। जब ऐसा लगा कि कुछ ही अंडे पैदा हो रहे हैं तो स्थानीय लोग भी लेग-हॉर्न मुर्गियां पालने में लग गए।
पहले साल में लेग-हॉर्न की अंडे देने की क्षमता स्थानीय नस्ल की मुर्गियों से ज्यादा होती है, लेकिन एक वर्ष के बाद वे चूक जाती हैं, और उन्हें एक तरफ कर दिया जाता है। जब कि जिस ‘शामो’ मुर्गी से हमने शुरुआत की थी, उससे दस स्वस्थ पक्षी पैदा होकर बागान के वृक्षों के बीच फुदक रहे हैं। इसके अलावा सफेद लेग-हॉर्न ज्यादा अंडे इसलिए देती हैं क्योंकि उन्हें कृत्रिम रूप से समृद्ध किया गया आहार दिया जाता है जो विदेशों से आयात किया जाता है, तथा जिसे व्यापारियों से ही खरीदा जा सकता है जब कि स्थानीय पक्षी बेचारे यहां-वहां चोंच मार कर बीज तथा कीड़े खाते हैं और स्वादिष्ट प्राकृतिक अंडे देते हैं।
यदि आप सोचते हैं कि व्यापारिक फसलें भी प्रकृति की देन हैं तो आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि वे अंडे न देकर मात्र नाईट्रोजन, फास्फोरस का मिला-जुला पनीला कपट जाल है जिन्हें थोड़ी सी मदद बीज से भी मिल जाती है, और उनका स्वाद भी उससे ज्यादा और कुछ नहीं होता। इसी तरह व्यापारिक अंडे (यदि आप उनके लिए इस शब्द का उपयोग करते हैं तो) भी केवल कृत्रिम दाने, रसायनों तथा हारमोनों के मिश्रण से ज्यादा कुछ नहीं है। वह प्रकृति का उत्पाद न होकर मात्र मानव निर्मित ऐसा कृत्रिम पदार्थ है, जिनका सिर्फ आकार अंडे जैसा होता है। जो किसान ऐसी सब्जियां या अंडे उगाता है उसे मैं किसान की बजाए, निर्माता कहना पसंद करता हूं।
अब, यदि आप निर्माण की बात कर रहे हैं तो मुनाफा कमाने के लिए आपको आंकड़ों की कुछ जोड़-तोड़ करनी ही पड़ेगी। चूंकि व्यापारिक किसान कोई पैसा नहीं बना पाता, वह उस व्यापारी की तरह है जो गिनना तक नहीं जानता। इस तरह के आदमी को अन्य लोग मूर्ख ही समझेंगे तथा उसके मुनाफे को राजनीतिज्ञ या विक्रेतागण चट कर जाएंगे। पुराने जमाने में केवल चार तरह के लोग होते थे। योद्धा, किसान, कारीगर तथा व्यापारी। किसान को ‘ईश्वर का कलशधारी’ कहा जाता था क्योंकि वो व्यापारी या निर्माता की बजाए चीजों के स्रोत के सबसे नजदीक होता था। वह किसी-न-किसी तरह निर्वाह कर भी लेता था, और खाने की कम-से-कम उसे कोई कमी नहीं होती थी।
मगर आज तो हर तरफ पैसा बनाने का भगदड़ मची हुई है। अंगूर, टमाटर तथा तरबूजों की अत्याधुनिक फैशनेबिल किस्में उगाई जा रही हैं। ग्रीन-हाऊसों में बे-मौसम फल-फूल उगाए जा रहे हैं। मत्स्य प्रजनन की शुरुआत हो गई है, और मवेशी भी मुनाफा कमाने के लिए पाले जा रहे हैं। यह सिलसिला बतलाता है कि जब किसान आर्थिक झूले पर सवार हो तो क्या होगा? कीमतों में उतार-चढ़ाव आते हैं, मुनाफा होता है तो घाटा भी होता है। असफलताओं को आप टाल नहीं पाते। जापान की खेती अपने रास्ते से भटक कर पूरी तरह भ्रष्ट हो गई है। वह खेती के बुनियादी सिद्धांतों को त्याग कर धंधा बन गई है।
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