विदेशी मुद्रा शिक्षा
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वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने जोर देकर कहा-रुपया हर दूसरी मुद्रा के मुकाबले मजबूत
वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने आज लोकसभा में कहा कि भारतीय रूपया अन्य मुद्राओं के मुकाबले मजबूत स्थिति में है। उन्होंने कहा कि डॉलर और रूपये में विदेशी मुद्रा शिक्षा उतार-चढाव का असर अर्थव्यवस्था पर न पडे विदेशी मुद्रा शिक्षा इसके लिए रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा भण्डार का इस्तेमाल किया है। वित्तमंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भारत में विदेशी मुद्रा शिक्षा हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत सबसे तेज गति से बढती अर्थव्यवस्था वाला देश है।
भारत में विदेशी मुद्रा भंडार कौन संभालता है?
Key Points
- भारत में, भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम 1934 में रिजर्व बैंक के लिए विदेशी भंडार के संरक्षक के रूप में कार्य करने और परिभाषित उद्देश्यों के साथ भंडार विदेशी मुद्रा शिक्षा का प्रबंधन करने के लिए सक्षम प्रावधान शामिल हैं।
- विदेशी मुद्रा भंडार के संरक्षक होने विदेशी मुद्रा शिक्षा की शक्तियाँ, प्रथम दृष्टया, अधिनियम की प्रस्तावना में निहित हैं।
- 1946 में, भारत अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का सदस्य बन गया और उस समय से RBI के पास IMF के अन्य सभी सदस्य देशों के साथ निश्चित विनिमय दरों को बनाए रखने की जिम्मेदारी है।
- विदेशी विदेशी मुद्रा शिक्षा मुद्रा भंडार विदेशी मुद्राएं, स्वर्ण भंडार, एसडीआर, और आईएमएफ के पास जमा, ट्रेजरी बिल, बांड और अन्य सरकारी प्रतिभूतियों जैसी संपत्तियां हैं।
- अधिकांश विदेशी मुद्रा भंडार अमेरिकी डॉलर में होते हैं, विदेशी मुद्रा शिक्षा जबकि चीन दुनिया में सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा आरक्षित धारक है।
Additional Information
विदेशी मुद्रा शिक्षा
तीन छात्रों की आत्महत्या से शिक्षा नगरी कोटा में कोहराम
जयपुर, 13 दिसम्बर (आईएएनएस)। कोटा में बिहार के दो और मध्य प्रदेश के एक छात्र ने 24 घंटे के भीतर आत्महत्या कर ली। इससे शिक्षा नगरी सदमे में है। पुलिस ने कहा कि इन घटनाओं के संबंध में अब तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
जयपुर, 13 दिसम्बर (आईएएनएस)। कोटा में बिहार के दो और मध्य प्रदेश के एक छात्र ने 24 घंटे के भीतर आत्महत्या कर ली। इससे शिक्षा नगरी सदमे में है। पुलिस ने कहा कि इन घटनाओं के संबंध में अब तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
सोमवार को कोचिंग विदेशी मुद्रा शिक्षा के दो छात्रों ने एक ही छात्रावास में आत्महत्या कर ली थी, जबकि सुबह एक और आत्महत्या का मामला तब सामने आया, जब विदेशी मुद्रा शिक्षा एक छात्र अपने कमरे में मृत पाया गया।
पुलिस के अनुसार मृतकों की पहचान बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले नीट परीक्षार्थी अंकुश आनंद (18) और गया जिले के रहने वाले जेईई अभ्यर्थी उज्जवल कुमार (17) के रूप में हुई।
आनंद और कुमार जवाहर नगर थाना क्षेत्र के तलवंडी इलाके में पेइंग गेस्ट (पीजी) के रूप में एक ही कमरे में रहते थे। उनके शव सोमवार सुबह कमरे में पंखे से लटके पाए गए।
दोनों शवों को मोर्चरी में रखवाकर परिजनों को सूचना दे दी गई है। इससे पहले कोचिंग के एक छात्र द्वारा जहर खाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया था।
छात्र की पहचान प्रणव वर्मा (17) के रूप में हुई, जो मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले का निवासी था और नीट की तैयारी कर रहा था। कुन्हारी थाना क्षेत्र स्थित अपने छात्रावास में प्रणव ने रविवार की देर रात जहर खा लिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
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