CMP Full Form In Hindi | CMP Full Form In Army
CMP Full Form In Hindi | CMP Full Form In Army, नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का एक बार फिर हमारी Website Be RoBoCo में , आज एक बार हम फिर हाजिर हैं आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी को लेकर जिसे हम CMP Full Form In Hindi | CMP Full Form In Army के नाम से जानते हैं।
दोस्तो क्या आपने भी CMP In Army, CMP Ka Full Form, CMP Army Full Form और What Is The CMP Full Form In Hindi आदि के बारे में Search किया है और आपको निराशा हाथ लगी है ऐसे में आप बहुत सही जगह आ गए है , आइये CMP Full Form, Full Form Of CMP, CMP Full Form In Share Market और CMP Army आदि के बारे में बुनियादी बाते जानते है।
Table of Contents
CMP Full Form In Hindi | CMP Full Form In Army
CMP Full Form
C – Corps Of
M –Military
इसप्रकार CMP Ka Full Form “Corps Of Military Police” होता है।
CMP Full Form In Hindi
सीएमपी का हिंदी फुल फॉर्म “सैन्य पुलिस के कोर” होता है।
Other Full Form Of CMP
CMP Full Form In Medical
Competitive Medical Plan
CMP College Full Form In Hindi
Chaudhary Mahadeo Prasad College, Allahabad
CMP Full Form In Degree
Certified Meeting Professional
CMP Full Form In Networking
Certificate Management Protocol
CMP Full Form In Electronics
Chemical Mechanical Polishing
CMP Full Form In Messaging
Crisis Management Plan
CMP Full Form In Space Science
Configuration Management Plan
CMP Full Form In Computer
Computer Assembly Language
CMP Full Form In Computer Hardware
CMP Full Form In Maths
Connected Math Projects
CMP Full Form In Stock Exchange
Current Market Price
CMP Full Form In Military
Communications Message Processor
CMP Full Form In Defence
Corps Of Military Police
CMP Full Form In Stock Market
Current Market Price
CMP Full Form In Share Market
CMP का फुल फॉर्म “ Current Market Price” होता है जिसका मतलब होता है कि ऐसी Company जोकि Share Market में Listed है और उस कंपनी का शेयर वर्तमान में किस रेट पर ट्रेड कर रहा है ?
CMP Full Form In Army
“Corps Of Military Police” CMP का अत्यधिक प्रयोग में लाया जाने वाला और प्रमुख Full Form है। Corps Of Military Police भारतीय सेना की एक टुकड़ी होती है , जिसमे Male और Female दोनों होते हैं। इसका गठन 1939 में हुआ था।
CMP Kya Hai (What Is CMP In Hindi)
CMP भारतीय सेना की वह Unit है जिसमें Male और Female दोनों एक साथ काम करते हैं जिसका मुख्य काम लैंगिक अपराधों को रोकना होता है। इसके अतिरिक्त छावनी के Dicipline की जिम्मेदारी भी Corps Of Military Police की होती है।
Work Of Corps Of Military Police In Hindi
Corps Of Military Police के कई काम होते है , जिनमे से मुख्य कामो का विवरण मैंने आपको दिया है।
1. आपने Court Of Marshal जैसे Event को सुना होगा , इन Events में Investigation का काम Corps Of Military Police के बिना पूरा नहीं सकता है।
2. सेना के किसी जवान को सिविल स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? पुलिस तब तक हाथ नहीं लगा सकती है जब तक कि Corps Of Military Police उसको सिविल पुलिस के हवाले स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? नहीं करती है।
3. सभी प्रकार के Accidental Investigation का काम Corps Of Military Police का ही होता है। सिविल पुलिस को अगर किसी सैनिक को गिरफ्तार करना चाहती है तो उसे पहले Corps Of Military Police से NOC लेनी होती है।
4. Corps Of Military Police का काम अपने मुख्य अधिकारियों या चीफ को पायलट सेवा प्रदान करना होता है। याानि स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? कि उनके काफिले में जो पहला वाहन होता है वह Corps Of Military Police का ही होता है।
इसप्रकार आपने देखा कि चाहे सुरक्षा का मामला हो , चाहे नियंत्रण का मामला हो या चाहे किसी भी प्रकार के इन्वेस्टिगेशन का मामला हो , सारे ही काम Corps Of Military Police के द्वारा ही किए जाते हैं।
CMP FAQs
What Is The Selection Process In CMP Army?
Height :- Corps Of Military Police में सिलेक्शन के लिए महिलाओं की हाइट 152 सेंटीमीटर और पुरुषों की 173 सेंटीमीटर होना आवश्यक है। नेपाली , गोरखा , कुमाऊनी और गढ़वाली आदि के लिए Height में कुछ छूट दी गई है उनकी न्यूनतम Height 148 सेंटीमीटर रखी गई है।
Educational Qualification :- Corps Of Military Police में जाने के लिए कैंडिडेट की न्यूनतम योग्यता 50 % अंको के साथ 10 वीं पास होती है।
Running :- महिलाओं को 1600 मीटर की दौड़ को 7 मिनट 30 सेकेंड के अंदर पूरी करना होता है , जबकि पुरुषों को 1600 मीटर की दौड़ को 5 मिनट 30 सेकंड में पूरा करना होता है।
Long Jump :-Long Jump को पुरुषों के लिए 10 फीट और महिलाओं के लिए 9 फीट रखा गया है जबकि High Jump में महिलाओं के लिए 3 फिट और पुरुषों के लिए 10 Pull Up का Criteria रखा गया है।
Medical Test :- प्रत्येक कैंडिडेट का Medical Test होता है क्योंकि आर्मी में सिलेक्टेड होने के लिए जरूरी है कि आप फिजिकली और मेंटली रूप से पूरी तरह से सक्षम हो। जब आप Medical Test में पास हो जाते हो , इसके बाद आपका स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? एक Written Paper होता है।
Written Exam – Written Paper, 100 अंको का होता है , जिसमे जनरल नॉलेज के 15 क्वेश्चन पूछे जाते हैं जो कि 30 अंको के होते हैं ,10 क्वेश्चन मैथमेटिक्स के होते हैं जो कि 20 नंबर के होते हैं , जनरल साइंस के 20 क्वेश्चन होते हैं और लॉजिकल रीजनिंग के 5 क्वेश्चन होते हैं। इस प्रकार आप के 50 क्वेश्चन होते हैं जोकि 100 अंको के बनते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें 1/4 अंको की नेगेटिव मार्किंग का भी प्रावधान होता है।
Why are Women Involve In CMP Army?
दोस्तो आइये अब जानते है कि आखिर इस Army में महिलाओं को क्यों लिया गया है ? इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि आज महिलाओं को सभी क्षेत्रों में बराबर का सम्मान दिया जाता है और इस बात की पहल इंडियन आर्मी ने Corps Of Military Police में महिलाओं की भर्ती करके की स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? है।
क्या है आईपीओ और क्यों करें इसमें निवेश? जानिए इसके बारे में सबकुछ
मौजूदा समय में तेजी का दौर चल रहा है और आईपीओ के आने का मौसम है। आईपीओ में उचित रिसर्च के साथ निवेश करना चाहिए।
IPO: जब हम आईपीओ में निवेश करने के बारे में सोचते हैं तो इंफोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा जैसी सभी कंपनियों के सफल आईपीओ के साथ भाग्य बनाने का विचार आता है। लेकिन रिलायंस पावर के दानव अभी भी हमें सताते हैं। तो हम जैसे रिटेल निवेशकों को क्या करना चाहिए? आइए हम आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक पेशकश) और एफपीओ (फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग) की प्रक्रिया और कारणों को समझते हैं।
कंपनियां पब्लिक को स्टॉक क्यों जारी करती हैं?
- विस्तार और विकास के लिए अतिरिक्त पूंजी जुटाना।
- तरलता के लिए अतिरिक्त पूंजी प्राप्त करना।
- अनुसंधान और विकास के लिए पूंजी जुटाना।
- उनके मौजूदा कर्ज का भुगतान करने के लिए।
- अपने प्रमोटरों की हिस्सेदारी को समाप्त करने के लिए।
- आईपीओ के माध्यम से कंपनी के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना।
सेबी (भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड) पूरे 3 वर्षों के लिए कम से कम 3 करोड़ की नेट टैंजिबल एसेट्स और 3 साल के लिए डिस्ट्रिब्युशन प्रॉफिट जैसे कंपनियों के शेयरों को सूचीबद्ध करने से पहले कुछ मानदंड निर्धारित करता है और इस तरह सूची जारी रहती है।
वास्तविकता
आईपीओ निवेश एक जोखिम भरा दांव है क्योंकि स्टॉक जारी करने वाली कंपनी के बारे में बहुत सीमित ऐतिहासिक डेटा उपलब्ध होता है। इससे निर्णय लेने में कठिनाई होती है। रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस को उस कंपनी के आईपीओ के लिए बाइबिल के रूप में लिया जाना है। वे दिन गए जब सरकारी निकाय 1992 में कंट्रोलर ऑफ कैपिटल इश्यू को खत्म करने के साथ इश्यू प्राइस तय करते थे। इससे निवेशकों को अच्छा इश्यू प्राइस मिलता था। यह देखा गया है कि 70% की सफलता दर के साथ लिस्टिंग के तुरंत बाद शेयर को ऑफलोड करने से अधिक लाभ हुआ है। साल 2013 आईपीओ के लिए 12 साल में सबसे खराब साल रहा है।
तो क्या निवेशकों को आईपीओ में निवेश करने स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? की हिम्मत करनी चाहिए?
आइए स्पष्ट तस्वीर प्राप्त करने के लिए कुछ परिदृश्यों का विश्लेषण करें।
इंफोसिस लिमिटेड - वर्ष 1993 में 95 रुपए की कीमत पर जारी किए गए सर्वश्रेष्ठ आईपीओ में से एक है। इसे अंडरसब्सक्राइब किया गया था लेकिन मॉर्गन स्टेनली ने अपनी 13% हिस्सेदारी खरीदकर इसे सब्सक्राइब होने में मदद किया था। सेबी के नियम के अनुसार सूचीबद्ध होने के लिए आईपीओ कम से कम 90% सब्सक्राइब होना चाहिए अन्यथा सभी सब्सक्रिप्शन मनी वापस करनी होती है। इसकी लिस्टिंग 60 फीसदी प्रीमियम के साथ 145 रुपए पर खुली। शेयर की कीमत 1999 में बढ़कर 8100 रुपए तक पहुंच गई थी और यह बजार में सबसे महंगा शेयर था जो 85 गुना बढ़ा है। और उसके बाद बोनस, लाभांश, विभाजन होता गया। उसके बाद से शेयर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
रिलायंस पावर - इसके खुलने के पहले ही मिनट में पूरी तरह से सब्सक्राइब कर लिया गया था। लेकिन लिस्टिंग पर कीमत इसके इश्यू प्राइस से लगभग 17% गिर गई। बाकी आप इसके बारे में जानते हैं।
हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड - इसने एक एफपीओ जारी किया था जो 155 रुपए में खुला था, जो इसके बाजार मूल्य 266 रुपए के मुकाबले भारी छूट थी। कुछ ही समय में कीमत 155 रुपए से नीचे चली गई और सीएमपी 52 सप्ताह के उच्च स्तर 125 रुपए के साथ 100 रुपए से नीचे है।
तैयारी
उपरोक्त तीन मामलों को स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? देखकर हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि आईपीओ निवेश उचित रिसर्च के साथ होना चाहिए जैसे कि आप सेकेंडरी मार्केट यानी पहले से सूचीबद्ध शेयरों में कैसे निवेश करते हैं।
- व्यवसाय की प्रकृति को समझने के लिए।
- कंपनी का राजस्व सृजन।
- आईपीओ जारी करने के कारण
- प्रमोटरों की पृष्ठभूमि।
- निर्गम मूल्य पर छूट।
- क्यूआईबी (योग्य संस्थागत खरीदार) का सब्सक्रिप्शन
- इस मुद्दे में शामिल अंडरराइटर
- आईपीओ कंपनी की पीयर ग्रुप तुलना।
- अगर आप शॉर्ट टर्म गेन की तलाश में हैं तो सेक्टर एनालिसिस।
- सेबी के साथ पंजीकृत क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों द्वारा आईपीओ ग्रेड।
इंफोसिस के मामले में इसके पास श्री नारायण मूर्ति और उनके उत्कृष्ट सहयोगियों के नेतृत्व में मजबूत व्यापारिक बुनियादी बातों और अच्छा कॉर्पोरेट प्रशासन था। रिलायंस पावर के शेयरों की लिस्टिंग जनवरी 2008 में हुई थी जब बाजार में मंदी का दौर शुरू हुआ था। यह सब्सक्रिप्शन मनी से पूरे भारत में 6 पावर प्रोजेक्ट विकसित करने जा रहा था। राजस्व सृजन में काफी समय लगेगा। उस समय तक यह सिर्फ एक वर्चुअल स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? इकाई थी। निवेशक को छूट के धोखे में नहीं आना चाहिए जैसा कि हिंदुस्तान कॉपर के मामले में हुआ था और स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? अपने स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? शोध की उपेक्षा करें। चूंकि छूट गुणवत्ता पर है न कि कीमत पर।
तैयार रहें
वर्तमान में तेजी का दौर स्टॉक मार्केट में सीएमपी क्या है? चल रहा है और आईपीओ के आने का मौसम है। इस जवह से निवेशकों को आईपीओ में निवेश से पहले जमीनी स्तर पर काम करना चाहिए। चूंकि, आईपीओ जारी करने वाली कंपनी के व्यवसाय की प्रकृति और भविष्य की लाभप्रदता को समझना कोई रॉकेट साइंस नहीं है। इससे आपको इंफोसिस जैसे अच्छे शेयरों को खोजने में मदद मिलेगी। लिस्टिंग लाभ प्राप्त करने के लिए आपको तुरंत स्टॉक से बाहर निकलने की चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी।
(इस लेख के लेखक, TradeSmart के सीईओ विकास सिंघानिया हैं)
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)
ब्लू चिप इन्वेस्टेमेंट से अगली दीवाली तक होगा शुभ-लाभ
मुहूर्त ट्रेडिंग के बेस्ट पिक्सट्रेडिंग कम्युनिटी में मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान शेयर खरीदना शुभ माना जाता है। 3 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार में 75.
सितंबर क्वार्टर में इंफोसिस का परफॉर्मेंस अच्छा रहा है। हालांकि, अगर डॉलर के मुकाबले रुपए में ज्यादा मजबूती आती है, तो इससे कंपनी के प्रॉफिट में कमी आ सकती है।
आईसीआईसीआई बैंक
सीएमपी-1121.05 रुपए
टारगेट प्राइस-1201 रुपए
बैंक के डिपॉजिट में करेंट और सेविंग एकाउंट की हिस्सेदारी 43.2 फीसदी है। यह इंडस्ट्री के लिए स्टैंडर्ड जैसा है। आईसीआईसीआई का एसएमई सेक्टर में एक्सपोजर बहुत कम है। इसके कुल लोन में इस सेगमेंट की हिस्सेदारी 5 फीसदी है। कॉरपोरेट पोर्टफोलियो अच्छा परफॉर्म कर रहा है। मैनेजमेंट का फोकस स्टेबल ग्रोथ पर है। इसलिए हम इस पर पॉजिटिव नजरिया रखते हैं।
राकेश तर्वे (एवीपी रिसर्च, मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीजः
इंफोसिस टेक्नोलॉजीज
सीएमपी- 3308.65 रुपए
टारगेटप्राइस- 3750 रुपए
फाइनेंशियलईयर 2013-15 केबीचकंपनीकीरेवेन्यूग्रोथडॉलरमें 12 फीसदीसीएजीआररहसकतीहै।यहइंडस्ट्रीएवरेजकेकरीबहै।ग्रोथकीवजहसेउसकेऑपरेटिंगमार्जिनमेंभी 1.75 फीसदीकीबढ़ोतरीहोसकतीहै।कंपनीकॉस्टकंट्रोलपरकामकररहीहैऔररुपएकीवैल्यूकमहोनाभीउसकेलिएफायदेमंदहै।
भारतीएयरटेल
सीएमपी-364.65 रुपए
टारगेटप्राइस- 445 रुपए
फाइनेंशियलईयर 2013-16 केबीचभारतीकारेवेन्यू 9 फीसदीसीएजीआरसेबढ़सकताहै।प्राइसिंगऔरट्रैफिकबढ़नेसेकंपनीकेऑपरेटिंगमार्जिनमेंभी 3 फीसदीकाबढ़ोतरीहोसकतीहै।इससेशेयरकीकीमतभीबढ़ेगी।हमनेइसकेलिए 445 रुपएकाटारगेटप्राइसरखाहै।
आरवेंकटरमन (मैनेजिंगडायरेक्टर, इंडियाइंफोलाइनग्रुप)
आईटीसी
सीएमपी- 334.25 रुपए
टारगेटप्राइस: 398 रुपए
फाइनेंशियलईयर 2013-15 केबीचहमेंआईटीसीकीईपीएससीएजीआर 19.8 फीसदीरहनेकीउम्मीदहै।लोकसभाचुनावकीवजहसेअगलेसालबजटजूनमेंआएगा।इसलिएतबतककंपनीकेलिएबुरीखबरआनेकेआसारनहींहैं।हमने 9 महीनेकेलिएइसकाटारगेट 398 रुपएरखाहैऔरआईटीसीकेशेयरखरीदनेकीसलाहदीहै।
आइडियासेलुलर
सीएमपी- 172.75 रुपए
टारगेटप्राइस: 200 रुपए
फाइनेंशियलईयर 2014 केपहलेक्वार्टरमेंआइडियाकारेवेन्यूमार्केटशेयरबढ़कर 16.2 फीसदीहोगयाथा।फाइनेंशियलईयर 2013-15 केबीचहमेंकंपनीकीईपीएसग्रोथ 17 फीसदीसीएजीआररहनेकीउम्मीदहै।कंपनीकेशेयरअभीफाइनेंशियलईयर 2015 कीएंटरप्राइजवैल्यू/इबिड्टाकेहिसाबसे 7.5 परमिलरहेहैं।इसकेमुताबिक, आइडियाकेशेयरसस्तेहैं।हमअगले 9-12 महीनोंमें 200 रुपएकेटारगेटकेसाथइसकेशेयरखरीदनेकीसलाहदेरहेहैं।
देवांगमेहता (सीनियरवाइसप्रेसिडेंटऔरइक्विटीएडवाइजरीएंडसेल्सहेड, आनंदराठीफाइनेंशियलसर्विसेज)
सनफार्मा
सीएमपी-607.95 रुपए
टारगेटप्राइस: 725 रुपए
दवाकंपनियोंमेंइसकामार्जिनसबसेज्यादाहै।रिटर्नरेशियोकेमामलेमेंभीसनफार्मादूसरोंसेकाफीआगेहै।लॉन्गटर्ममेंकंपनीअच्छीग्रोथहासिलकरसकतीहै।
कोलगेटपामोलिव
सीएमपी- 1239.20 रुपए
टारगेटप्राइस: 1,450 रुपए
कंपनीनेएडवरटाइजमेंटपरखर्चबढ़ायाहै।इससेउसेआगेचलकरअच्छीग्रोथहासिलहोगी।हमारामाननाहैकिकोलगेटकेशेयरअभीजिसकीमतपरमिलरहेहैं, उससेनुकसानहोनेकारिस्कबहुतकमहै।फाइनेंशियलईयर 2015 केएस्टिमेटेडईपीएसकेहिसाबसेहमनेइसकेलिए 1,450 रुपएकाटारगेटतयकिया है।
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