यदि आप पहले से ही Martingale रणनीति के बारे में जानते हैं, तो क्या यह फाइनेंसियल ट्रेडिंग के लिए सबसे खराब रणनीति है? एक बार जब आप वित्तीय बाज़ार में उतर जाते है, तो घाटे को कम करना मुश्किल हो जाता है। आप अपनी पूंजी बचाने के लिए एक पुख्ता तरीका अपना सकते हैं बजाए कि लगातार घाटे कम करने की कोशिश करते रहने के। एक बुद्धिमानी भारी, लेकिन उतनी ही खराब, रणनीति है मार्टिनगेल।
सीधा सौदा: दो एक्सपर्ट्स के सुझाए इन 20 स्टॉक्स में ट्रेड लेकर आप इंट्राडे में कर सकते हैं दमदार कमाई
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आज नये कारोबारी हफ्ते की शुरुआत से सेंसेक्स में टाटा मोटर्स शामिल हुआ है जबकि डॉक्टर रेड्डीज इससे बाहर हुआ। आज से दिग्गज कंपनियों RIL, इंफोसिस, TCS और ICICI बैंक वेटेज का भी घटेगा। वहीं आज KFin Technologies का IPO खुल रहा है। इसका प्राइस बैंड 347 से 366 रुपये प्रति शेयर के बीच है। कंपनी की इस IPO से 1500 करोड़ जुटाने की योजना है। ऐसे में सीएनबीसी-आवाज़ के सीधा सौदा में दो एक्सपर्ट ने आज ट्रेडिंग के ट्रेडिंग योजना और रणनीति लिए 10-10 स्टॉक्स सुझाये हैं। एक्सपर्ट्स इन स्टॉक्स से संबंधित कंपनियों का अध्ययन, रिसर्च और विश्लेषण करके इस स्टॉक्स में निवेश के लिए ग्रीन या रेड संकेत दिया है। इस संकेत के पीछे की वजह भी बताई। जानते हैं किन स्टॉक्स में दांव लगाकर आज इंट्राडे में ही तगड़ी कमाई की जा सकती है-
कम जोखिम के साथ बेहतर रिटर्न पाने का तरीका है बास्केट इन्वेस्टिंग, कैसे कम रकम के साथ उठा सकते हैं फायदा
एक वक्त था जब निवेश (investment) करना पैसे वालों का काम माना जाता था. क्योंकि सौदे आमतौर पर बड़े होते थे और नियमों की कमी की वजह से छोटे निवेशकों के लिये जोखिम भी काफी रहते थे. हालांकि मध्यवर्ग के विकास के साथ बैंकों और निवेश सलाह देने वालों की नजर इस बड़े बाजार पर पड़ी. वहीं नये नियमों के साथ छोटे निवेशकों का निवेश को लेकर भरोसा बढ़ा. जिसके साथ म्यूचुअल फंड्स (mutual funds), एसआईपी, एसईपी जैसे कई विकल्प सामने आए और सफल हुए. जिसमें निवेशकों को बेहद ऊंची रकम लगाने की आवश्यकता नहीं थी और ये रणनीति उनके सीमित जोखिम उठाने के हिसाब से अनुकूल भी थी. रिटेल निवेशकों (retail investor) की तरफ से निवेश करने की इच्छा बढ़ने के साथ बाजार में कई नई रणनीतियां भी उभर कर आईं. इसमें से एक है बास्केट इन्वेस्टिंग. एचडीएफसी पर दी गई जानकारी के आधार पर आज हम आपको बताते हैं कि क्या है ये बास्केट इन्वेस्टिंग और आपके लिये ये कैसे हो सकती है फायदेमंद
क्या होता है बास्केट इन्वेस्टिंग
वीएम फाइनेंशिल के रिसर्च हेड विवेक मित्तल के मुताबिक बास्केट इन्वेस्टिंग बास्केट ट्रेड की पुरानी रणनीति और म्युचुअल फंड्स की खूबियों को मिलाकर बनाई गई है. जहां एक खास थीम या आइडिये पर आधारित कई उभरते या ग्रोथ करने वाले स्टॉक्स की बास्केट बनाई जाती है, जिसमें एक रिटेल निवेशक छोटी रकम के साथ निवेश कर पूरे बास्केट की ग्रोथ का फायदा उठा सकता है. ये बास्केट किसी ग्रुप की कंपनियों, किसी सेक्टर या किसी थीम यहां तक की किसी आइडिये पर आधारित होता है, एचडीएफसी सिक्योरिटीज इसे स्मॉलकेसेज का नाम दिया है, ब्रोकिंग फर्म के मुताबिक स्मॉलकेसेज एक आइडिये पर आधारित स्टॉक का बास्केट होता है.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार इस रणनीति से आप अपना जोखिम कम कर सकते हैं और निवेश को डाइवर्सिफाई कर सकते हैं. इसमें निवेश पर आपको बाजार के जानकारों के अनुभव का फायदा मिलता है, सबसे बड़ी बात ये है कि इसमें आपका नियंत्रण रहता है. स्टॉक आपके ही पास रहते हैं. आप कभी भी बास्केट को बेच सकते हैं. या फिर लंबी अवधि के दौरान डिविडेंड से लेकर स्टॉक्स में बढ़त का फायदा उठा सकते हैं. इसकी मदद से आप एक क्लिक में कई स्टॉक खरीद सकते हैं और एसआईपी की मदद से भी निवेश कर सकते हैं. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार इसमे निवेश की शुरुआत ट्रेडिंग योजना और रणनीति के लिये एक छोटी फीस का भुगतान करना होता है. जिसके बाद आप निवेश की शुरुआत कर सकते हैं.
कैसा रहा है स्मॉलकेसेज का प्रदर्शन
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के मुताबिक लार्ज कैप लीजेंड्स जिसमें मजबूत कंपनियों को शामिल किया गया है, का 7 महीने का रिटर्न 13 प्रतिशत से अधिक है. वहीं सुपर पैक 2022 में ऐसे 10 स्टॉक शामिल किये गये हैं जिसमें अर्थव्यवस्था में रिकवरी के साथ तेजी का अनुमान है. फिलहाल इसका 2 महीने में रिटर्न निगेटिव 1 प्रतिशत है. बैंकिंग स्टॉक्स की बास्केट बैंकिंग पैक का 2 साल का सीएजीआर 16 प्रतिशत से ज्यादा है जो कि इन बैंक्स के द्वारा ऑफर की जाने वाली किसी भी एफडी से कहीं ज्यादा है.
ऊपर दिये गये उदाहरण से साफ है कि स्मॉलकेसेज छोटी अवधि में नुकसान भी दे रहे हैं हालांकि लंबी अवधि में इनका रिटर्न बेहतर हो रहा है. बास्केट इन्वेस्टिंग एक निवेश की रणनीति है और संभव है कि अलग अलग ब्रोकिंग फर्म इस रणनीति के आधार पर अलग अलग प्रोडक्ट ऑफर कर रहे हों. ऐसे में अगर आप इसमें निवेश करना चाहते हैं तो अपने ब्रोकर से इस बारे मे बात करें और कम जोखिम में बेहतर निवेश की इस रणनीति का फायदा उठायें.
क्या Martingale विवेकपूर्ण है?
ट्रेडर हर बात के बारे में गहराई से सोचते हैं
बिना कोशिश किए कुछ भी नहीं मिलता। सभी तरह की पैसे लगाने की विधियों में सबसे अच्छा रिटर्न पाने के दिमाग लगाने की क्षमता होनी चाहिए। संभाव्यता, विश्लेषण, के मामले में, मार्टिनगेल काफी लाभदायक है। शायद आपको भी इसके फायदे नज़र आएं।
मनोवैज्ञानिक रूप से, यदि आप मानसिक रूप से मज़बूत हैं, हारने से यदि आपकी विचाधारा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है तो आपको खेलना चाहिए| ट्रेडिंग योजना और रणनीति निश्चित ही कुछ राउंड खेलने के बाद आपको लाभ मिलेगा|
लेकिन यदि आप ट्रेडिंग के लिए मानसिक रूप से मजबूत नहीं हैं तो, हारना आपके हर एक ट्रेड पर प्रभाव डालेगा, आप रुकना चाहेंगे पर रुक नहीं पाएँगे| यदि आपके पास ट्रेडिंग योजना और रणनीति कम पूँजी हैं तो आप Martingale नहीं खेल सकते, क्योंकि जब आपका धन धीरे-धीरे शून्य पर पहुँच जाएगा तो आपके ऊपर गहरा असर होगा|
Fixed Time Trade (FTT) पर Martingale लगाना
ऑर्डर की स्टफिंग न करें
ट्रेडिंग करते समय ऑर्डर की स्टफिंग ट्रेडिंग योजना और रणनीति नहीं करनी चाहिए| क्योंकि आप एक निरंतर एंट्री को रोक नहीं पाएँगे| क्रमिक स्टफ्ड ऑर्डरों में, यदि आखिरी भी हार जाता है तो आप घाटे में होंगे|
मनोवैज्ञानिक रूप से स्थिर रहें
यदि आप लगातार हार रहे हों तो भी हिम्मत न हारें| Martingale योजना पर टिके रहें जब तक आप जीत नहीं जाते|
अपना स्टॉप तय करें
यदि आपकी पूँजी Martingale रणनीति के लिए उचित नहीं है तो, आपको अपना स्टॉप अवश्य तय करना चाहिए| जब भी आप Martingale खेलें, सुरक्षित रहने के लिए, अधिकतम जितनी हार की अनुमति हो वह संख्या चुनें|
यदि इस बार आप हार गए हैं तो अगली बार जरुर जीतेंगे| बहुत लालच न करें, अगर आप बाजार को बहुत अच्छे से समझते हैं, तो भी लगातार हारने का कोई कारण होगा| आपको शांत रहना होगा|
Trading Ke Important Niyam | ट्रेडिंग के नियम
स्टॉप लॉस को अनदेखा न करें :-
ट्रेडिंग में ऐसी परिस्थितियां भी आती है जहां आपकी ट्रेडिंग रणनीति का अनुसरण नहीं होगा |
इसीलिए आपको अपने घाटे को सुरक्षित करना होगा |
स्टॉप लॉस आपको इसमें मदद करेगा |
नियम नंबर 9 :-
ट्रेडिंग बंद करने की स्थिति को पहचानना :-
यदि ऐसी कोई भी परिस्थिति आती है जो आपको इशारा करती है कि आपको और ट्रेड नहीं करना तो उसी समय ट्रेडिंग बंद कर देनी चाहिए |
उदाहरण के लिए, मान लीजिए आपने किसी कंपनी के कुछ शेयर खरीदे |
कुछ समय पश्चात आप घाटे में आ गए तो आप उस समय की प्रतीक्षा ना करें कि आप उससे फिर से पैसे कमाएंगे |
और यदि आपने किसी कंपनी के शेयर ट्रेडिंग को खो दिया है, तो इसका दबाव आपकी मानसिकता पर ना पड़े |
आपको अपने नुकसान की भरपाई बाजार से ही करनी होगी |
नियम नंबर 10 :-
ट्रेडिंग करते समय ध्यान केंद्रित करना :-
अपना ध्यान लक्ष्य से न हटाए |
जब तक आप एक व्यापार में है, तब तक आप का ध्यान केंद्रित रहना बहुत आवश्यक है |
शेयर बाजार में पैसा कमाना कठिन है परंतु नामुमकिन नहीं |
मुझे विश्वास है कि आप सक्रिय होकर बाजार से पैसा कमाएंगे |
आज आपने क्या सीखा ?
Trading Ke Important Niyam / ट्रेडिंग के इंपॉर्टेंट नियम के द्वारा मैंने यह बताने की कोशिश की है कि आप एक सफल ट्रेड कैसे कर सकते हैं |
मुझे यह उम्मीद है कि आप सभी को ट्रेडिंग के नियम समझ में आ गए हैं |
और आप इसे अपने जीवन में अपनाएंगे |
यदि कोई भी बात आपको समझ में नहीं आई तो आप मुझे कांटेक्ट कर सकते हैं | मैं आपकी मदद करने के लिए तैयार हूं |
Trading और Investment क्या हैं, दोनों में क्या अंतर है
जब भी नए लोग शेयर मार्केट में आते है। उसके मन में ये सवाल जरूर आता ही हैं। Trading और Investing क्या है इन दोनों में क्या अंतर होते हैं। ये सवाल मन में आना जायज भी हैं। जब तब नए लोगो को ये समझ नहीं आते उसे कैसे पता लगेगा उसका जोखिम क्षमता और लक्ष्य के हिसाब से, Trading और Investing में उसके लिए किया बेहतर होगा। आज हम जानेंगे Trading और Investing होता क्या है, दोनों में क्या अंतर हैं, Trading कितने तरह की होते हैं। साथ ही साथ जानेंगे कि ट्रेडिंग से हर रोज कमाई कर सकते है या नहीं।
Table of Contents
Trading क्या होता है:-
जब भी आप शेयर को खरीदते हो और उस दिन ही बेच देते हो। तब इसे Trading कहते हैं। मतलब आप Stock Trading में ज्यादा समय तक शेयर को अपने पास नहीं रख सकते हो। मान लीजिए आप एक शेयर खरीदा 200 रुपये में प्रॉफिट होने पर आपने उस दिन ही 220 रुपये में बेच दिया। इसी प्रोसेस को कहते है ट्रेडिंग। Trading करते वक्त Trader हमेशा Technical Analysis के साथ चलते हैं। जिससे उस कंपनी के शेयर प्राइस को कुछ समय आगे का शेयर प्राइस अंदाजा हो जाता हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कंपनी क्या काम करती है, भविष्य की योजना क्या हैं। सिर्फ ये देखा जाएगा शेयर प्राइस किस तरफ जा रही है। Trading करते समय न्यूज़ पर ध्यान देना बहुत जरुरी होता हैं. क्युकी कोई अच्छी खबर किसी भी शेयर को ऊपर ले जा सकती हैं। और बुरी खबर एकदम से नीचे भी ला सकती हैं।
Trading के प्रकार (Types of Trading):-
बहुत सारे Types of Trading होते है मुख्य रूप से 5 तरह ट्रेडिंग योजना और रणनीति का होता है। जिससे ट्रेडर ट्रेडिंग करके पैसा कमाई कर सके।
Investing क्या होता है:-
जब कोई शेयर आज खरीद के बहुत साल बाद बेच देते है तब इसे Investing कहते हैं। इन्वेस्टिंग में आप बहुत लंबे समय के शेयर ट्रेडिंग योजना और रणनीति को अपने Demat Account में रखते हो। कंपनी के वित्तीय विवरण, पिछले प्रदर्शन, भविष्य में होने वाले ग्रोथ को देखते हुए ही किसी भी शेयर में इन्वेस्ट करता हैं। Investing में Fundamental Analysis करना बहुत जरुरी हैं। जिससे आपको कंपनी के बारे अच्छी नॉलेज होगा और भविष्य में अच्छा रितर्न कमाके देगा।
क्या Trading से रोज पैसा कमाई कर सकते है:-
जी बिल्कुल आप ट्रेडिंग से हर रोज पैसा कमाई कर सकते हो। लेकिन जैसा कि हम जानते है Share Market रिस्क भी होता हैं। जिस तरह आप रेगुलर कमाई कर सकते है ठीक उसी तरह नुकसान भी हो सकता हैं। लाभ और नुकसान निर्भर करता है आपके ट्रेडिंग रणनीति के ऊपर। कब आप कौन सा ट्रेड ले रहे हो और आप कितना सही हो। जहा लोग बहुत कम समय में लाखो रूपया कमा लेते है वही कुछ लोग कम समय में लाखों रुपये का नुकसान भी कर लेते हैं।
अगर आप नए निवेशक हो तो आपको सबसे पहले Investing की तरफ जाना चाहिए। क्युकी अच्छा शेयर कम समय में नीचे भी आ सकता हैं। लेकिन लंबे समय में वो शेयर जरूर ऊपर जाएगा ही। आपको एसी शेयर में निवेश करना चाहिए जो शेयर भबिस्य में बढ़ने की पूरी संभावना रहती हैं।
आशा करता हु आपको Trading और Investment क्या हैं, दोनों में क्या अंतर है, कितने Types के होते है आपको अच्छी तरह से समझमे आ गया होगा । इससे जुड़ी कोई सवाल या सुझाब है तो कमेंट में ट्रेडिंग योजना और रणनीति जरुर बताए। शेयर मार्केट के बारे में बिस्तार से जानने के लिए आप हमारे और भी पोस्ट को पढ़ सकते हैं।
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