rsi indicator in hindi

Relative Strength Index (RSI) क्या है?

Relative Strength Index एक तकनीकी संकेतक है जिसका उपयोग वित्तीय बाजारों के विश्लेषण में किया जाता है। इसका उद्देश्य हाल की व्यापारिक अवधि के समापन मूल्यों के आधार पर किसी शेयर या बाजार की वर्तमान और ऐतिहासिक ताकत या कमजोरी को चार्ट करना है। संकेतक को सापेक्ष शक्ति के साथ भ्रमित नहीं होना चाहिए।

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स क्या है? [What is Relative Strength Index?In Hindi]

Relative Strength Index या आरएसआई एक तकनीकी उपकरण है जिसका उपयोग गति निवेश में किया जाता है। आरएसआई को एक थरथरानवाला के रूप में दर्शाया गया है, जो दो चरम सीमाओं के साथ एक रेखा ग्राफ है। RSI का मान 0 और 100 के बीच होता है, जिसकी गणना हाल के मूल्य आंदोलनों (Movement) को ध्यान में रखकर की जाती है। 7० से अधिक का आरएसआई मूल्य स्टॉक के अधिक खरीदे गए क्षेत्र में होने का संकेत है और इसलिए इसका अधिक मूल्य है, जबकि ३० से कम मूल्य स्टॉक के ओवरसोल्ड क्षेत्र में होने का संकेत है और इसलिए इसका मूल्यांकन नहीं किया गया है। आरएसआई के आधार पर कार्रवाई करने के लिए, निवेशकों को प्रचलित प्रवृत्ति की पुष्टि करने के लिए एक अन्य संकेतक को ध्यान में रखना चाहिए।

'सापेक्ष शक्ति सूचकांक' की परिभाषा [Definition of "Relative Strength Index"In Hindi]

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (संक्षिप्त रूप से आरएसआई) स्टॉक के तकनीकी विश्लेषण के दायरे में सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले मोमेंटम ऑसिलेटर्स में से एक है। इसे जून 1978 में वेल्स वाइल्डर द्वारा पेश किया गया था और इसकी गणना को उनकी पुस्तक न्यू कॉन्सेप्ट्स इन टेक्निकल ट्रेडिंग सिस्टम में विस्तार से समझाया गया है। मोमेंटम थरथरानवाला एक सुरक्षा के मूल्य आंदोलनों के वेग और परिमाण को मापता है। आरएसआई एक पूर्व निर्धारित समय अवधि में अपनी ताकत और कमजोरी के बारे में निष्कर्ष निकालने के लिए औसत लाभ और औसत नुकसान की तुलना करता है।

Relative Strength Index (RSI) क्या है?

आरएसआई खरीदें सिग्नल क्या है? [What is RSI(Relative Strength Index) Buy Signal? In Hindi]

कुछ व्यापारी इसे "Buy Signal" मानेंगे यदि सुरक्षा की आरएसआई रीडिंग 30 से नीचे चली जाती है, इस विचार के आधार पर कि सुरक्षा को ओवरसोल्ड कर दिया गया है और इसलिए एक पलटाव के लिए तैयार है। हालांकि, इस संकेत की विश्वसनीयता समग्र संदर्भ पर आंशिक रूप से निर्भर करेगी। यदि सुरक्षा एक महत्वपूर्ण डाउनट्रेंड में फंस जाती है, तो यह कुछ समय के लिए ओवरसोल्ड स्तर पर व्यापार करना जारी रख सकती है। उस स्थिति में व्यापारी तब तक खरीदारी में देरी कर सकते हैं जब तक कि वे अन्य पुष्टिकरण संकेत नहीं देखते। Record Date क्या है?

rsi indicator in hindi – RSI से पता करे स्टॉक उपर जायेगा या निचे।

rsi indicator in hindi / rsi indicator kya hota hai

rsi indicator in hindi / rsi indicator kya hota hai

नमस्ते दोस्तों। आज हम समझने वाले है की rsi indicator in hindi में क्या होता है। और इसका ट्रेडिंग में का महत्त्व है। क्या हम rsi इंडिकेटर का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग में अच्छे खासे पैसे कमा सकते है। और आखिर rsi इंडिकेटर का इस्तेमाल करते कैसे है। इन सब के बारे में हम आज विस्तार में जानने वाले है।

rsi indicator एक leading indicator है। जो की स्टॉक के ट्रेंड चेंज होने के पहले ही सिग्नल दे देता है। की स्टॉक ऊपर जानेवाला है या फिर निचे। इसीलिए इसे लीडिंग इंडिकेटर भी बोलते है। अगर आपको leading indicators के बारे में नहीं पता तो आप हमारी पिछली पोस्ट पढ़ सकते है। उसमे हमने leading indicators के बारे में विस्तार में बताया है।

rsi indicator in hindi / rsi indicator kya hota hai

rsi indicator in hindi / rsi indicator kya hota hai

rsi indicator in hindi

rsi का full फॉर्म होता है relative strength index .यानि की ये इंडिकेटर स्टॉक की strength यानि की ताकद बताता है। की स्टॉक ऊपर जा सकता है की निचे। अगर interday trading में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला इंडिकेटर हे तो वो rsi indicator है।

rsi indicator स्टॉक्स के चार्ट में होने वाले मोमेंटम का ट्रेंड को दर्शाता है। और इसे oscillator भी कहा जाता है। क्युकी ये इंडिकेटर ० ते १०० के बिच में घूमता रहता है। और स्टॉक overbought हे या फिर oversold है। ये दर्शाने का काम rsi indicator करता है।

स्टॉक में उसके टाइम फ्रेम के हिसाब से मार्केट में strength हे या weakness है। ये rsi indicator दर्शाता है। उसेही rsi indicator कहा जाता है ,अभी हमने जाना की rsi indicator क्या होता है (rsi indicator in hindi).अभी हम जानेंगे की rsi indicator काम कैसे करता है।

rsi indicator कैसे काम करता है

rsi indicator ० ते १०० के बिच में ट्रेंड दिखने के कारन ये कभी ० के निचे और १०० के ऊपर नही जाता। इसके में तीन स्तर होते है। जैसे की ३०,५०,और ७० ये इसके महत्वपूर्ण स्तर है। इनका मतलब होता है की। अगर rsi अगर ५० से १०० के बिच है मतलब स्टॉक का मोमेंटम अभी पॉजिटिव यानि की बुलिश है। और अगर rsi का स्तर ० से लेकर ५० के बिच होता है तो इसका मतलब स्टॉक का मोमेंटम नेगेटिव यानि की बेयरिश है।

rsi indicaor १४ दिनों का average निकाल के आपको स्टॉक की strength बताता है। हलाकि हम उसका average चेंज भी कर सकते है। जाइए की हम 20 दिनों का भी average निकल सकते है। या आप अपने हिसाब से इसका average निकल सकते है। लेकिन डिफ़ॉल्ट १४ दिनों का average निकलने ये सही होता है। ये इंडिकेटर ज्यादातर technical analysis में इस्तेमाल किया जाता है।

अगर rsi ५० के ऊपर जा रहा है इसका मतलब शेयर में तेजी आने की संभवना होती है। या स्टॉक की प्राइज भी ऊपर जाने लगाती है। लेकिन अगर rsi ५०के निचे अपना ट्रेंड बना रहा होता है ,यानि की शेयर में बिकवाली होना शुरू हुआ है ,यानि स्टॉक निचे जाने की संभावना होती है।

RSI indicator के फायदे

ये एक मोमेंटम indicator होने के कारन ये आपको स्टॉक के चार्ट का मोमेंटम बताता है। और अगर मार्केटover bought (औसत से ज्यादा खरीद ) हे तो ये आपको outbought का सिग्नल पहले ही दे देता है। इससे आप पहल की स्टॉक का रिवर्सल पता करके के स्टॉक में short selling भी कर सकते है। आपको अच्छ मुनाफा कमाने का मौका ये इंडिकेटर देता है।

और अगर मार्केट over sold यानि की औसत से ज्यादा बिकवाली स्टॉक में है तो ये इंडिकेटर आपको over sold का सिग्नल पहले ही दे देता है। और ऐसा मन जाता है की स्टॉक जब भी over bought होता है। या फिर over sold होता है। तो मार्केट में रिवर्सल जरूर आता है। तो इसी रिवर्सल को पहलेही पहनके आप इसमें अच्छा मुनाफा काम सकते है।

निष्कर्ष

rsi indicator एक ऐसा इंडिकेटर हे जो आपको मार्किट की ताकत बुलिश है या फिर बेयरिश है ये दर्शाता है। फिर उसके हिसाब से आप अपना ट्रेड ले सकते है। लेकिन इसे समझने के लिए आपको इसे candle stick chart पर लगाना जरुरी है। उससे ही आपको इसका अंदाजा हो जायेगा की ये काम कैसे करता है।

ऐसा नहीं हे की rsi indicator हमेशा ही आपको सही सिग्नल दिखायेगा। आपको सिर्फ एक ही इंडिकेटर पर डिपेंड नहीं रहना आपको rsi indicatorके साथ साथ prize action और candle stick chart pattern ,ये भी देखना होता है।

टिप ; किसीभी इंडीकेटर्स को समझने के लिए आपको उन्हें अच्छे से समझना होगा। और ये मुमकिन हे आपके अनुभव से। कोई भी इंडीकेटर्स एक्यूरेट सिग्नल नहीं दिखता। ये आपको आपके अनुभव से पता चलेगा की कोनसा इंडीकेटर्स किस तरीके से RSI संकेतक क्या है? काम करता है।

आज हमने क्या सीखा

आज हमने सीखा की rsi indicator in hindi में क्या होता है। rsi indicator कैसे काम करता है। rsi indicator in hindi के फायदे क्या है। इन सब के बारे में हमने आज जाना। और rsi indicator का सही से इस्तेमाल हम ट्रेडिंग में करेंगे।

यकीं है की आपको rsi indicator in hindi में क्या होता है। समझ आगया होगा। और साथ ही आपके ये हमरा आर्टिकल काफी फायदेमंद भी साबित रहा होगा। और अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आये तो कृपया इसे अपने फॅमिली और दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजियेगा।

और अगर आपको ऐसेही शेयर बाजार के विषय में कोई जानकारी चाहिए हो तो आप हमें कमेंट बोस में क्यूमेंट करके पूछ सकते है। और अगर आपको इस आर्टिकल के सम्भंधि कोई भी सवाल हो तो आप हमें कमेंट में भेज सकते है। हम जरूर आपको सावल का जवाब देने की कोशिश करेंगे। धन्यवाद !

१. इंडिकेटर क्या है?

इंडिकेटर का मतलब होता है शेयर मार्किट के चार्ट पर लगाया जाने वाला एक सिग्नल होता है। जैसे की RSI (rsi indicator in hindi)ये किसी भी स्टॉक के चार्ट पर लगा कर आप उसके ट्रेंड का पता कर सकते है। उसेही इंडिकेटर कहा जाता है।

२. शेयर मार्केट में आर एस आई क्या होता है?

RSI (rsi indicator in hindi)ये एक शेयर मार्किट का लीडिंग इंडिकेटर होता है। इससे आप किसी भी स्टॉक का ट्रेंड पता कर सकते RSI संकेतक क्या है? है। और आप इस इंडिकेटर की सहायता से ट्रेडिंग कर सकते है। जो आप स्टॉक में आ रही गिरावट या तेजी के बारे में पूर्व सूचना देता है।

३.RSI सूचक का उपयोग कैसे RSI संकेतक क्या है? करे ?

RSI (rsi indicator in hindi) इंडिकेटर में अगर rsi ३० के निचे हे इसका मतलब मार्किट में मंडी कहल रही है ऐसा होता है।और अगर rsi ७० के ऊपर कहल रहा होता RSI संकेतक क्या है? RSI संकेतक क्या है? है तो मार्किट में तेजी चल रही है ऐसा कहा जाता है। और अगर rsi ५० चला रहा है तो मार्किट sideways चला रहा होता है।

What is RSI Technical indicator? - RSI क्या है? ( Relative Strength Index )

दोस्तों अभी कुछ दिन पहले मुझसे क्वोरा पर और मेरे टेलीग्राम चेंनल पर कुछ लोगों ने मुझसे पूछा था कि What is RSI technical indicator? - ( Relative Strength Index ) और उन्होंने मुझसे आग्रह भी किया था कि आप You Tube पर विडिओ भी बनायें किन्तु मै क्षमा चाहती हूँ कि वक़्त की कमी की वजह से मै वीडियो तो नहीं बना सकती

किन्तु आपको अपने ब्लॉग के जरिये इसको अच्छे से समझा अवश्य सकती हूँ अगर आपको कहीं भी किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत हो या समझने में परेशानी हो तो कमेंट करके पूछ सकते हैं तो चलिए शुरू करते हैं जानना कि RSI इंडिकेटर क्या है

RSI इंडेक्स का फुल फॉर्म है Relative Strength Index और स्टॉक मार्किट में चार्ट में सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाता है इसको विकसित करने वाले व्यक्ति का नाम जे. वेल्स वाइल्डर है RSI एक ऐसा इंडिकेटर है जो ट्रेड के रिवर्सल की पहचान करता है और हमें मार्किट में सही एंट्री और एग्जिट को बताता है

RSI इंडिकेटर जीरो से सौ ( ० से १०० ) के बीच में ही रहता है और इसके द्वारा बाजार की दिशा का अनुमान लगाया जाता है ये ट्रेडर के बीच काफी लोकप्रिय है क्योंकि ये साइड वेज मार्किट में भी और बिना ट्रेड वाली मार्किट में भी बहुत मजबूत संकेत देता है

RSI की गणना कैसे करें

RSI की गणना को आप निम्न प्रकार से कर सकते हैं

शायद आपको समझने में कुछ दिक्कत हो रही हो तो आपको मै थोड़ी सरल भाषा में और चार्ट के द्वारा समझाने कि कोशिश करती हूँ नीचे जो मैंने एक चार्ट दिखाया है उसमे GAIN और LOSS अपने पिछले दिन के क्लोज प्राइस में गेन और लोस्स को दिखा रहा है मै कुछ भाषा में इसको एक उदाहरण से समझाती हूँ

मानलीजिए कि आज का क्लोज ११८ और कल का क्लोज ११४ था तो बढ़त ४ पॉइंट की होगी और नुक्सान जीरो क्योंकि मार्किट कल के बंद से आज ऊपर बंद हुआ और इसी प्रकार अगर आज का क्लोज ११४ और कल का क्लोज ११८ था तो अब ४ पॉइंट गिरावट यानि की नुक्सान होगा और बढ़त जीरो होगी इसमें ध्यान दें कि हार की गणना सकारात्मक मान के रूप में करते हैं

आप देख सकते हैं कि हमने यहाँ गणना के लिए १४ डाटा बिंदुओं को लिया है जो कि चार्ट के सॉफ्टवेयर में डिफ़ॉल्ट सेटिंग है और प्रति घंटा वाले चार्ट में डिफ़ॉल्ट अवधि १४ घंटे और दिन के एक दिन के चार्ट में ये अवधि १४ दिन की होती है पहला कदम जो होता है वो है RS की गणना करना जिसको RSI फेक्टर भी कहते हैं जैसा कि आप ऊपर दिए गए फार्मूला में भी देख सकते हैं कि RS का मतलब औसत नुक्सान और औसत बढ़त होती है

POINT में औसत नुक्सान = १० / १४ = ०.८१४

POINT में औसत बढ़त = २९ / १४ = २.०७

RS = २.०७ / ०.७१४ = २.८९९१

अगर इस फार्मूला में RS को डाला जाये तो

१०० - ( १०० / ३.८९९१ )

१०० - २५.६४६९ = ७४.३५३१ ( RSI )

RSI को हम ट्रेड रिवर्सल का सिग्नल इसलिए कहते हैं क्योंकि ये मुख्य रूप से ओवर बॉट और ओवर सोल्ड का दर्शाता है और ये हमारे लिए इसीलिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसके द्वारा हमें पता चल जाता है किस समय मार्किट ओवर बॉट है और कब ये ओवर सोल्ड तो हमें कब खरीदारी करनी चाहिए और कब बिकवाली करनी चाहिए

हालांकि ये कभी कभी काफी समय तक ओवर बॉट या ओवर सोल्ड रह सकता है किन्तु ऐसे समय पर भी स्टॉक में ट्रेड किया जा सकता है इसको एक उदाहरण से समझते हैं मानलीजिए किसी शेयर की कीमत ५०० थी और वो पिछले एक महीने से बढ़ते - बढ़ते ६५० तक पहुँच गया है और RSI हमें सिग्नल दे रहा है कि स्टॉक अब ओवर बॉट है

तब हमें इसमें कुछ पैरामीटर जैसे मैंने पहले भी आपको बताया था मूविंग एवरेज और एक्सपोनेंसिअल मूविंग एवरेज के बारे में भी और अगर ऐसे में स्टॉक थोड़ा और ऊपर भी जाता है तो आपका नुक्सान भी सीमित ही RSI संकेतक क्या है? होगा क्योंकि जैसा कि आप जानते ही होंगे कि स्टॉक सीधे एक ही तरफ नहीं जाता है और ये पहले ही ५०० से ६५० तक हो चूका है वो भी एक महीने में RSI संकेतक क्या है? तो और कितना भागेगा

ओवर बॉट बताता है कि खरीद का मोमेंटम इतना अधिक है कि ये अब लम्बे समय तक टिक नहीं सकता और कभी भी करेक्शन आ सकता है और ओवर सोल्ड में भी इसके विपरीत कि बिकवाली का मोमेंटम इतना अधिक है कि किसी भी समय खरीदार आ सकते हैं

वैसे मेरी सलाह ये रहेगी कि जब स्टॉक ओवर सोल्ड हो और वो क़्वालिटी स्टॉक हो तो ऐसे में आप खरीदारी करके चलें तो ज्यादा बढ़िया रहेगा और आपका नुक्सान न के बराबर होगा

क्योंकि बढ़िया स्टॉक और वो भी ओवर सोल्ड जब वो बढ़िया ही है तो उसकी बिकवाली कभी भी रुक सकती है और खरीदारों का प्रवेश कभी भी हो सकता है क्योंकि लम्बे समय में मार्किट हमेशा ऊपर ही जाता है हो सकता है कि अच्छा स्टॉक कुछ समय तक साइड वेज रहे किन्तु उसमे रैली कभी भी आ सकती है

कुछ और ध्यान रखने योग्य बातें :-

१. एक स्टॉक जो निरंतर ऊपर जा रहा है ( याद रहे कि ये ट्रेंड कुछ हफ़्तों तक या महीनो तक भी चल सकता है ) ऐसे में ये ओवर बॉट काफी लम्बे समय तक ओवर बॉट में फंस सकता है मै इसको एक चित्र में दिखाती हूँ

उसका कारण ये है की RSI ओवर बॉट को १०० के ऊपर ले कर नहीं जा सकता इसलिए ये १०० पर ही फंसा रहेगा इसीलिए मैंने बताया कि किसी भी एक पैरामीटर का प्रयोग ना करें स्टॉक जितने अधिक पैरामीटर पर खरा उतरे उतना बढ़िया होता है

२. एक स्टॉक जो लगातार नीचे जा रहा है ऐसे में ये ओवर सोल्ड काफी लम्बे समय तक ओवर सोल्ड में अटक सकता है उसका कारण ये है की RSI ओवर सोल्ड को ० ( जीरो ) के नीचे ले कर नहीं जा सकता इसलिए ये जीरो पर ही फंसा रहेगा और ये कुछ समय तक बना रह सकता है

दोस्तों RSI संकेतक क्या है? RSI संकेतक क्या है? RSI एक ऐसा पैरामीटर है जिसका उपयोग लगभग सभी करते हैं वो चाहे शार्ट टर्म ट्रेडर्स हों या इन्वेस्टर लेकिन इसका प्रयोग इंट्राडे में नहीं करना चाहिए

तो मेरे हिसाब से अब आपको RSI का मतलब समझ में आ गया होगा अगर आपको कहीं भी कोई डॉउट हो या आपका कोई सवाल हो तो आप मुझसे पूछ सकते हैं आप चाहें तो मुझे क्वोरा पर भी फॉलो कर सकते हैं और यहां भी ताकि मेरी नयी आने वाली पोस्ट का आपको नोटिफिकेशन मिल जाये मै आपको शेयर मार्किट की नयी - नयी जानकारी देती रहूंगी - धन्यवाद

RSI संकेतक – इसका उपयोग कैसे करें और IQ Option

IQ Option में मूल्य और प्रवेश बिंदुओं के विश्लेषण के लिए प्रतिष्ठित तकनीकी संकेतकों में से एक है। आज, मैं आपको दिखाऊंगा कि RSI संकेतक का उपयोग कैसे करें और RSI संकेतक क्या है? IQ Option में विकल्पों का व्यापार करने के लिए इसके आसपास उपयुक्त रणनीति बनाएं।

आरएसआई संकेतक क्या है?

आरएसआई (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) एक संकेतक है जो मूल्य परिवर्तन की डिग्री को मापता है। यह एक मुद्रा जोड़ी की अधिक खरीद या अधिक बिक्री का अनुमान लगाने में सक्षम है।

मूल्य रुझान आरएसआई संकेतक की दिशा निर्धारित करते हैं। जब कीमत गिरती है, आरएसआई घट जाती है। जब कीमत बढ़ती है, तो आरएसआई बढ़ता है।

आरएसआई संकेतक क्या है?

आरएसआई संकेतक – यह कैसे काम करता है?

IQ Option में RSI संकेतक सेट करें

RSI संकेतक बनाने के लिए: (1) संकेतक बॉक्स पर क्लिक करें => (2) मोमेंटम टैब => (3) रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स चुनें।

IQ Option में RSI संकेतक सेट करें

IQ Option में RSI की मूल रंग सेटिंग बैंगनी है। हरी क्षैतिज रेखा (70) अधिक खरीददार क्षेत्र है। दूसरी ओर, रेड लाइन (30) ओवरसोल्ड ज़ोन है।

आरएसआई संकेतक का उपयोग कैसे करें

RSI इंडिकेटर ओवरबॉट या ओवरसोल्ड में कटौती करता है

आम तौर पर, आरएसआई सूचक 30 (लाल) से 70 (हरा) तक गलियारे में चलता है। और जब यह इस गलियारे से आगे RSI संकेतक क्या है? जाता है, तो इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि कीमत अस्थायी रूप से उलट जाएगी। व्यापार खोलने के लिए यह आपके लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है। उदाहरण के लिए,

• जब आरएसआई ७० से ऊपर जा रहा हो लेकिन फिर लौटता है और ७० काटता है (बैंगनी रेखा हरी रेखा को पार करती है) => एक निचला विकल्प खोलें।

• जब आरएसआई ३० से नीचे जा रहा हो तो वापस लौटता है और ३० हिट करता है (बैंगनी रेखा लाल रेखा को काटती है) => एक उच्च विकल्प खोलें।

RSI इंडिकेटर ओवरबॉट या ओवरसोल्ड को पार करता है

आरएसआई विचलन

आरएसआई विचलन आरएसआई की कीमत के खिलाफ बढ़ने की घटना है। इसका मतलब है कि कीमत बढ़ जाती है लेकिन आरएसआई नीचे है। या इसके विपरीत, कीमत नीचे जाती है लेकिन आरएसआई ऊपर है।

कीमत नीचे की ओर है, लेकिन आरएसआई ऊपर जाता है। यह एक विचलन माना जाता है। => यह डाउनट्रेंड से अपट्रेंड तक एक ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है।

IQ Option में RSI विचलन

इसके विपरीत, प्रवृत्ति ऊपर की ओर है लेकिन आरएसआई गिरता है => आरएसआई विचलन => बाजार अपट्रेंड से डाउनट्रेंड में उलट जाएगा।

IQ Option में RSI विचलन

RSI संकेतक के साथ IQ Option

आरएसआई एक मूल्य प्रवृत्ति संकेतक है। IQ Option में ट्रेड करने का सबसे अच्छा तरीका 15 मिनट या उससे अधिक समय के विकल्प खोलना है।

IQ Option में ट्रेड करने के कई तरीके हैं जिससे आप RSI के अनुरूप रणनीति बना सकते हैं।

विधि 1: हेइकेन आशी कैंडलस्टिक चार्ट + आरएसआई संकेतक

हेइकेन आशी एक प्रकार का कैंडलस्टिक चार्ट है जो प्रवृत्ति की भविष्यवाणी कर सकता है। इसे RSI इंडिकेटर के साथ मिलाने से ट्रेडिंग ऑप्शंस के समय उच्च दक्षता प्राप्त होगी।

आवश्यकताएँ : 5 मिनट हाइकेन आशी कैंडलस्टिक चार्ट + आरएसआई संकेतक। समाप्ति समय 15 मिनट या उससे अधिक है।

हाइकेन आशी चार्ट और आरएसआई संकेतक सेट करें

सबसे पहले, एक उच्च विकल्प खोलें = हेइकेन आशी कैंडलस्टिक चार्ट लाल से हरे रंग में बदलता है + 30 से नीचे का आरएसआई संकेतक ऊपर जाता है।

व्याख्या: जब हाइकेन आशी कैंडलस्टिक चार्ट लाल से हरे रंग में बदलता है => मूल्य डाउनट्रेंड से अपट्रेंड में उलट होने का संकेत देता है। आरएसआई के साथ इसका उपयोग करते समय, कीमत बढ़ने की संभावना और भी अधिक होती है => एक उच्च विकल्प खोलें।

हेइकेन आशी और आरएसआई संकेतक के साथ ट्रेडिंग IQ Option

दूसरा, एक निचला विकल्प खोलें = हेइकेन आशी कैंडलस्टिक चार्ट हरे से लाल रंग में बदल जाता है + 70 से ऊपर से आरएसआई संकेतक नीचे चला जाता है।

हेइकेन आशी और आरएसआई संकेतक के साथ ट्रेडिंग IQ Option

विधि 2: आरएसआई + समर्थन और प्रतिरोध

जब आरएसआई ओवरबॉट या ओवरसोल्ड में होता है, तो कीमत में उलट होने की उच्च संभावना होती है। इसके अलावा, जब हम आरएसआई को समर्थन और प्रतिरोध के साथ जोड़ते हैं, तो विकल्प खोलने के लिए और अधिक प्रवेश बिंदु होंगे।

आवश्यकताएँ: जापानी 5-मिनट का कैंडलस्टिक चार्ट + RSI संकेतक। समाप्ति समय 15 मिनट या उससे अधिक है।

सबसे पहले, एक उच्च विकल्प खरीदें = कीमत समर्थन क्षेत्र में प्रवेश करती है + आरएसआई अधिक खरीददारी में है।

RSI संकेतक और समर्थन स्तर के साथ IQ Option ट्रेडिंग करना

दूसरे, एक कम विकल्प खरीदें = कीमत प्रतिरोध क्षेत्र में प्रवेश करती है + आरएसआई ओवरसोल्ड में है।

RSI संकेतक और प्रतिरोध स्तर के साथ IQ Option ट्रेडिंग करना

इस आलेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद। कृपया नीचे दिए गए बॉक्स में IQ Option मुक्त खाते के लिए पंजीकरण करें। प्रेम!

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