Commodity Superfast: आज कमोडिटी मार्केट में कहां मिलेगा मुनाफा? जानिए आज के टॉप 5 कॉल्स
आज MCX गोल्ड का भाव 36 रुपये की तेजी के साथ 51,022 रुपये प्रति 10 ग्राम में ट्रेड कर रहा था वहीं चांदी 47 रुपये की गिरावट के साथ 61,480 रुपये प्रति ग्राम पर कारोबार कर रही है. भारी गिरावट के बाद कच्चे तेल में आई तेजी. MCX क्रूड 9,280 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. ब्रेंट क्रूड 120 प्रति बैरल और WTI 118 प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. इसके इलावा बेस मेटल्स में गिरावट देखी गई. आज कमोडिटी मार्केट में कहां मिलेगा मुनाफा? देखिए Commodity Superfast मृत्युंजय कुमार झा के साथ.
Commodity Superfast: कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी; Expert से जानिए किन लेवल्स पर करें ट्रेड?
MCX पर कच्चा तेल बढ़त के साथ ₹6,500 के ऊपर ट्रेड कर रहा है. ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) $84 प्रति बैरल के ऊपर पहुंच गया जबकि WTI क्रूड (NYMEX Crude) $79 प्रति बैरल के ऊपर पहुंच गया. किन लेवल्स पर एक्सपर्ट कच्चे तेल में ट्रेड लेने की सलाह दे रहे है? जानने के लिए देखिए Commodity Superfast.
10 मिनट में जानिए कमोडिटी ट्रेडिंग कर कैसे कमा सकते हैं मुनाफा
कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ेगा. इस अकाउंट के जरिये ही आप किसी सौदे की ख़रीद या बिक्री कर सकते हैं.
ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए ये हैं जरूरी कागजात
ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक खाता होना जरूरी है. जब आप किसी ब्रोकर के यहां ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कराते हैं तो यह ब्रोकर आपको एक अकाउंट की आईडी मुहैया कराता . इस आईडी के जरिये आप खुद भी ट्रेड कर सकते हैं . इसके लिए आपके मोबाइल, पीसी, टेबलेट में इंटरनेट की सुविधा होनी जरूरी है. इस अकाउंट के जरिये ब्रोकर को निश्चित शुल्क चुकाना होता है. अगर आप खुद से सौदे नहीं करना चाहते तो आप अपने ब्रोकर को फोन के जरिये सौदे की खरीद या बिक्री कर सकते हैं.
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक कमोडिटी ट्रेडिंग में खुद सौदे करने से पहले ब्रोकर के माध्यम से सौदे करने से जोखिम घटता है. अगर खुद सौदे करना चाहते हैं तो पहले कुछ दिन मॉक ट्रेडिंग कर सकते हैं. एमसीएक्स में ज्यादातर नॉन एग्री और एनसीडीईएक्स पर एग्री कमोडिटी में कारोबार होता है. कमोडिटी मार्केट में निवेश करने से पहले ये भी जानना जरूरी है किस कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा एक्सचेंज किन-किन कमोडिटीज का कारोबार होता है. मसलन देश के सबसे बड़े नॉन एग्री कमोडिटी एक्सचेंज में बुलियन, कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा क्रूड, बेस मेटल्स का कारोबार होता है.
इसके अलावा कुछ एग्री कमोडिटीज जैसे मेंथा तेल, क्रूड पाम तेल (सीपीओ) की ट्रेडिंग होती है. इसी तरह एनसीडीईएक्स पर ज्यादाातर एग्री कमोडिटीज का वायदा कारोबार होता है. एनसीडीईएक्स पर ग्वार, चना, जौ, गेहूं, सोयाबीन, धनिया, कैस्टर, जीरा, हल्दी समेत अन्य कमोडिटीज का वायदा कारोबार होता है.
कमोडिटी वायदा बाजार में जानें क्या है मार्जिन ?
हाजिर बाज़ार में किसी जिंस को खरीदते हैं तो एक साथ पूरा भुगतान करना पड़ता है लेकिन कमोडिटी वायदा बाजार में कुछ रकम देकर भी ट्रेडिंग संभव है और इस रकम को मार्जिन कहा जाता है. हर कमोडिटी को खरीदने या बेचने के लिए एक निश्चित मार्जिन पहले से तय होता है . सामान्यतया यह मार्जिन मनी 3-5 फीसदी के बीच होती है. लेकिन कभी भारी उतार-चढ़ाव की स्थिति में एक्सचेंज अतिरिक्त या स्पेशल मार्जिन भी लगाते हैं.
कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग से पहले ये हैं 10 जरूरी बातें
1-कमोडिटी ट्रेडिंग करते समय आप स्टापलॉस का ध्यान जरूर रखें, इससे आपका जोखिम कम होता है. स्टॉपलॉस लगाने से उस निश्चित भाव पर सौदा खुद ही कट जाता है इससे नुकसान होने की संभावना कम रहती है.
2- वायदा बाजार में ट्रेडिंग करने में कम मार्जिन मनी देकर सौदे का विकल्प मिलता है, इसलिए ज्यादा सौदे करने से मुनाफा ज्यादा होगा इस लालच में न फंसे . मतलब यह आप कई लॉट्स में सौदे न करके अपनी आय के अनुसार की ट्रेडिंग करें
3-कमोडिटी ट्रेडिंग और शेयर बाज़ार ट्रेडिंग करने में बुनियादी फर्क है. शेयर बाजार में आप शेयरों को एक बार खरीद कर कई साल बाद भी बेच सकते हैं लेकिन कमोडिटी मार्केट में दो-तीन नियर मंथ में ही कारोबार होता है. इसलिए सौदे खरीदते या बेचने में एक निश्चित अवधि का पालन करना जरूरी होता है.
4-शुरूआत में छोटे सौदे (मिनी लॉट) में कारोबार करने से मुनाफा कमाने की संभावना ज्यादा रहती है. जब आप कमोडिटी मार्केट से पूरी तरह से वाकिफ हो जाये तभी बड़े लॉट्स में कारोबार कर सकते हैं.
5-बाजार के ट्रेंड (रुख) के हिसाब से चलें यानी अगर किसी खास कमोडिटी में लगातार गिरावट का रुख है तो उसी तरह के सौदे डालें.
6- कमोडिटी मार्केट्स में शेयर बाज़ार की तरह ही ग्लोबल स्तर पर जारी होने वाले आंकड़ों का बड़ा असर होता है खासतौर से अमेरिका और चीन के बाज़ारों की खबरें बाज़ार में काफी हलचल लाती हैं इसलिए इन देशों में जारी होने वाले इवेंट्स और आर्थिक आंकड़ों का ध्यान रखें.
7-लिक्विड सौदे में कारोबार करने से फायदेमंद होता है . उदाहरण के तौर पर बुलियन, कच्चा तेल और बेस मेटल्स में कारोबार करने से जोखिम कम होता है और बाज़ार से हमेशा बाहर निकलने का मौका बना रहा है.
8- शेयर कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा बाजार में कमोडिटी मार्केट की तरह डिवीडेंड, बोनस नहीं मिलता है. इसमें सौदा बिकने के बाद ही फायदा या नुकसान होता है.
9-दुनियाभर के केन्द्रीय बैंक की पॉलिसी का भी कमोडिटी मार्केट पर खासा असर होता है खासतौर से बुलियन कारोबार, कच्चा तेल और बेस मेटल्स की कीमतों में इन केन्द्रीय की पॉलिसी का असर दिखता है. इन बैंकों में फेडरल रिजर्व बैंक, बैंक ऑफ इंग्लैड का असर दिखता है.
10- हाजिर बाजार में सप्लाई-डिमांड का भी ध्यान रखें . खासकर एग्री कमोडिटी में कारोबार करते समय मंडियों में किसी फसल की आवक कैसी है और आगे उत्पादन कैसा रहेगा.
Share Market Prediction: आज Tata Power और IndusInd Bank जैसे शेयर भर सकते हैं आपकी झोली, निवेश कर कमाएं मुनाफा!
Share Market Prediction: इस सप्ताह घरेलू वृहद आर्थिक आंकड़ों, वैश्विक रुझान, कच्चे तेल की कीमतों और विदेशी निवेशकों (FII) के रुख से तय होगी। कंपनियों के तिमाही नतीजों का सीजन शुरू होने से पहले बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। आज शेयर बाजार (Stock Exchanges) में ITC के शेयर में तगड़ी खरीदारी देखने को मिल सकती है।
हाइलाइट्स
- इस सप्ताह घरेलू वृहद आर्थिक आंकड़ों, वैश्विक रुझान, कच्चे तेल की कीमतों और विदेशी निवेशकों के रुख से तय होगी
- कंपनियों के तिमाही नतीजों का सीजन शुरू होने से पहले बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है
- आज शेयर बाजार में ITC के शेयर में तगड़ी खरीदारी देखने को मिल सकती है
इन शेयरों में आ सकती है गिरावट
आज शेयर बाजार में Indus Towers, Hindustan Oil Exploration Company, Bajaj Auto और Nava Bharat Ventures जैसे शेयरों में गिरावट का रुख आ सकता है। ऐसे में अगर आप इन शेयरों में पैसा लगाने की सोच रहे हैं तो संभल कर रहें। ये शेयर आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इन शेयरों में दिख सकती है तगड़ी खरीदारी
आज शेयर बाजार में ITC के शेयर में तगड़ी खरीदारी देखने को मिल सकती है। पिछले सत्र में इस शेयर ने अपना 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर छुआ था।
इन शेयरों में बिकवाली का दबाव दिख सकता है
आज शेयर बाजार में Vedanta, Star Health, New India Assurance और Jubilant Life जैसे शेयरों पर बिकवाली का दबाव देखने को मिल सकता है, क्योंकि शुक्रवार को इन शेयरों ने अपना 52 हफ्तों का न्यूनतम स्तर छुआ था।
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म. पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
Petrol-Diesel Price: बहुत जल्द सस्ता हो सकता है पेट्रोल-डीजल, ये है खास कारण
Petrol-Diesel latest Price: 27 फरवरी से पेट्रोल और डीजल के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ है. इस बीच कच्चे तेल का भाव 12 फीसदी से ज्यादा सस्ता हो चुका कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा है.
बहुत जल्द पेट्रोल-डीजल की कीमत में गिरावट आ सकती है. बीते दो सप्ताह में कच्चे तेल के भाव में 12 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है. ऐसे में अब तेल मार्केटिंग कंपनियां इसका फायदा रिटेल उपभोक्ताओं को दे सकती हैं. पेट्रोल-डीजल का भाव इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के भाव पर निर्भर करता है. इसमें तेजी के कारण ही देश के कई शहरों में यह 100 रुपए पार बिक रहा है.
पिछले तीन सप्ताह से कच्चे तेल का भाव स्थिर है. दूसरी तरफ मांग में आई कमी के कारण कच्चे तेल का भाव गिर रहा है. इन्वेस्टिंग डॉट कॉम पर शाम को 5.45 बजे मई डिलिवरी वाला कच्चा तेल 2.87 डॉलर की गिरावट (-4.44%) के साथ 61.75 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर ट्रेड कर रहा था. 8 मार्च को कच्चे तेल का भाव इंटरनेशनल मार्केट में 71.38 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था. उस हिसाब से इसमें अब तक 13.50 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. कीमत में गिरावट को लेकर कहा जा रहा है कि यूरोप और विश्व के कुछ हिस्सों में कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद कीमत में गिरावट देखी जा रही है.
अमेरिकी तेल में 13 फीसदी की गिरावट
इस समय अमेरिकी WTI क्रूड 2.35 डॉलर की गिरावट (-3.82%) के साथ 59.21 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर ट्रेड कर रहा था. 8 मार्च को यह 67.98 डॉलर के स्तर तक पहुंच गया था जो 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर है. उसके मुकाबले इसमें अब तक करीब 13 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. पूरे देश में 27 फरवरी से पेट्रोल और डीजल के रेट में बदलाव नहीं हुआ है.
ओपेक पर निर्भरता घटा रहा है भारत
ओपेक देशों की मनमानी के बीच भारत ने अब धीरे-धीरे ओपेक देशों पर निर्भरता कम करने का फैसला किया है. वह अब अमेरिका से ज्यादा तेल खरीद रहा है. सऊदी अरब भारत के लिए दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक था जिसे अमेरिका ने पीछे छोड़ दिया है. अमेरिका इस समय भारत को निर्यात करने के मामले में दूसरे नंबर पर है.
फरवरी में ईंधन की मांग में आई गिरावट
वहीं पेट्रोल और डीजल की कीमतें रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचने के कारण देश की ईंधन कच्चे तेल की ट्रेडिंग से कैसे कमाएं मुनाफा की खपत में फरवरी में लगातार दूसरे महीने गिरावट आई. देश में सबसे ज्यादा उपभोग वाले ईंधन डीजल की मांग फरवरी में 8.5 फीसदी घटकर 65.5 लाख टन रह गई. वहीं पेट्रोल की खपत 6.5 फीसदी घटकर 24 लाख टन पर आ गई. हालांकि रसोई गैस एलपीजी की बिक्री में 7.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. मांग पर गौर करें तो एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 में भारत की कच्चे तेल की मांग 13.6 फीसदी बढ़कर 49.9 लाख बैरल प्रतिदिन पर पहुंच जाएगी.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 134