Omkara remake? Ek kaam karo Bramhastra ka bhi remake bana hi do. — G.ONE (@Invincible1G) December 22, 2022

Whattt? सैफ अली खान और अजय देवगन की 'Omkara' के रीमेक का ऐलान, भड़के यूजर्स ने लगा दी बॉलीवुड की क्लास

Omkara Remake: सैफ अली खान और अजय देवगन की पॉपुलर मूवी ओमकारा के रीमेक का ऐलान किया गया है, जिस पर नेटिजेंस भड़क गए हैं.

By: ABP Live | Updated at : 22 Dec 2022 08:07 PM (IST)

'ओमकारा' के रीमेक का हुआ ऐलान.

Omkara Remake: बॉलीवुड इंडस्ट्री में पिछले कुछ सालों से रीमेक फिल्मों का ट्रेंड सेट हो गया है. यहां पर साउथ फिल्मों का रीमेक बनाया जाता है, तो कभी अपनी ही पुरानी सुपरहिट फिल्मों का रीमेक बनाकर दर्शकों के सामने परोस दिया जाता है. वहीं , दूसरी तरफ साउथ इंडस्ट्री में ऑरिजनल स्टोरी पर फिल्में बन रही हैं, जिसे देशभर में पसंद किया जा रहा है. इस बीच अजय देवगन (Ajay Devgn) और सैफ अली खान (Saif Ali Khan) की ओमकारा (Omkara Remake) के रीमेक का ऐलान किया गया है, जिस पर नेटिजेंस बुरी तरह भड़क गए हैं और बॉलीवुड को जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं.

'ओमकारा' के रीमेक का हुआ ऐलान

ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने ट्विटर पर एक पोस्ट के जरिए बताया है कि 'ओमकारा' का ऑफिशियल रीमेक बनाया जाएगा. इसके साथ ही जॉन अब्राहम और अक्षय कुमार की फिल्म देसी ब्वॉज के सीक्वल का ऐलान किया गया है. इसके लिए प्रोड्यूसर आनंद पंडित ने एरोज और पराग संघवी के साथ हाथ मिलाया है. अब इस ट्वीट पर नेटिजेंस अपनी भड़ास रहे हैं. उनका कहना है कि बॉलीवुड के पास ऑरिजनल कॉन्टेंट नहीं है क्या.

ANAND PANDIT JOINS HANDS WITH EROS, PARAG SANGHAVI FOR ‘OMKARA’ REMAKE + ‘DESI BOYZ’ SEQUEL… #AnandPandit joins hands with #ErosInternational and #ParagSanghvi to produce two movies…
⭐️ Remake of #Omkara
⭐️ Sequel of #DesiBoyz pic.सधा ट्रेडर सदा खुश twitter.com/GahOI1dxYO

— taran adarsh (@taran_adarsh) December 22, 2022

Kyu pehli baar thik nahi bani thi #omkara.

— Bhavin shanu (@bhavinshanu07) December 22, 2022

Bas sequel and remakes mein hi lage rahenge sab

— Jᴀʜɪɴ Kʜɪʟᴀᴅɪ (@Jahhhin_Cena) December 22, 2022

बॉलीवुड पर जमकर भड़के यूजर्स

एक यूजर ने लिखा, 'दिक्कत यही है कि बॉलीवुड में ऑरिजनल कॉन्टेंट नहीं है. ये रीमेक और सीक्वल पर टिकी हुई है. कहां गए स्क्रिप्ट राइटर्स. फिर ये बोलते हैं कि फिल्म नहीं चली'. दूसरे यूजर ने लिखा, 'ओमकारा का रीमेक? एक काम करो ब्रह्मास्त्र का भी रीमेक बना लो.' किसी ने लिखा, 'क्रिएटिविटी तो है नहीं रीमेक बनाकर ऑरिजनल को भी बर्बाद कर दो'. एक अन्य लिखा, 'बॉलीवुड के पास आइडियाज खत्म हो गए हैं'. वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि ओमकारा का रीमेक बनाना बड़ी गलती है.

Bollywood has completely run out of ideas

— AV (@verma_30) December 22, 2022

Omkara remake? Ek kaam karo Bramhastra ka bhi remake bana hi do.

— G.ONE (@Invincible1G) December 22, 2022

Creativity to hai hi nai. Remakes banake ruins the vibe of the OG.

— Archer (@poserarcher) December 22, 2022

16 साल पहले रिलीज हुई थी 'ओमकारा'

बता दें कि सैफ अली खान (Saif Ali Khan) और अजय देवगन (Saif Ali Khan) की फिल्म ओमकारा (Omkara) साल 2006 में रिलीज हुई थी, जिसका निर्देशन विशाल भारद्वज ने किया था. इसमें सधा ट्रेडर सदा खुश विवेक ओबेरॉय, दीपक डोबरियाल, करीना कपूर और बिपाशा बसु जैसे सितारों ने काम किया था. ये एक बेहतरीन फिल्म रही है, जिसमें सैफ का लंगड़ा त्यागी वाला कैरेक्टर काफी चर्चा में रहा. फिल्म की कहानी से लेकर गाने तक सुपरहिट साबित हुए थे.

Published at : 22 Dec 2022 08:07 PM (IST) Tags: Ajay Devgn omkara Omkara remake हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Entertainment News in Hindi

दिल्ली: कई मायनों में खास है इस बार का ट्रेड फेयर, UP पवेलियन में सधा ट्रेडर सदा खुश पहुंचे सीएम योगी

दिल्ली के प्रगति मैदान में इंटरनेशनल ट्रेड फेयर लगा हुआ है. इंटरनेशनल ट्रेड फेयर की टीम इस बार वोकल टू लोकल और लोकल टू ग्लोबल रखी गई है. इसके अंतर्गत भारत की कला को वैश्विक पहचान देने पर जोर दिया गया है. मंगलवार को इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे.

दिल्ली के प्रगति मैदान में हो रहा इंटरनेशनल ट्रेड फेयर का आयोजन

तनसीम हैदर/तेजश्री पुरंदरे

  • नई दिल्ली,
  • 16 नवंबर 2022,
  • (अपडेटेड 16 नवंबर 2022, 10:23 PM IST)

दिल्ली के प्रगति मैदान का इस साल का इंटरनेशनल ट्रेड फेयर हर मायने में खास है. कला, संस्कृति, सभ्यता और परंपरा की परिभाषा को हर तरीके से परिभाषित किया जा रहा है. इंटरनेशनल ट्रेड फेयर की टीम इस बार वोकल टू लोकल और लोकल टू ग्लोबल रखी गई है. इसके अंतर्गत भारत की कला को वैश्विक पहचान देने पर जोर दिया गया है. इससे भारत के कलाकारों और कला को राष्ट्रीय स्तर पर तो पहचान मिल ही रही है लेकिन अब इनके कार्य को विदेशों में भी एक नया मंच मिल सधा ट्रेडर सदा खुश रहा है.

IITF का यह 41वां संस्करण है जो 14 नवंबर को प्रगति मैदान में शुरू हुआ था. IITF 2022 के व्यावसायिक दिन, 14 नवंबर से 18 नवंबर तक रहेंगे तो वहीं आम जनता के लिए सामान्य दिन 19 नवंबर से 27 नवंबर तक है. इसका मतलब है कि 19 नवंबर से आम लोगों को मेला देखने की इजाजत होगी.

दुनिया के कई देश शामिल

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इस मेले में भारत के कई राज्यों की यहां पर भागीदारी तो है ही लेकिन साथ ही साथ पूरी दुनिया से कई देश भाग लेने के लिए पहुंचे हैं. इन देशों में अफगानिस्तान, ईरान, भूटान, नेपाल, इस्तांबुल जैसे देश शामिल हैं. इन देशों ने जितनी भी प्रदर्शन लगाई हैं उनमें भी आपको कहीं ना कहीं भारतीयता की झलक देखने को मिलेगी. यानी कि इंडो वेस्टर्न कल्चर का पूरा लेखा-जोखा आपको यहीं इसी इंटरनेशनल ट्रेड फेयर के इंटरनेशनल स्टॉल्स पर देखने को मिलने वाला है.

नोएडा की स्टॉल में पहुंचे सीएम योगी

बता दें कि दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे विश्व व्यापार मेले में नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने भी उत्तर प्रदेश पवेलियन में अपना स्टॉल लगाया है. मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य मंत्री राकेश सचान, अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद, डायरेक्टर ऑफ इंडस्ट्रीज (यूपी ) मयूर माहेश्वरी, नोएडा- ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी व डीएम गौतमबुद्ध नगर, सुहास एलवाई के साथ नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के स्टाल का जायजा लिया. मुख्यमंत्री ने ग्रेटर नोएडा के स्टॉल में जाकर प्रदर्शित परियोजनाओं का अवलोकन किया.

सीईओ रितु माहेश्वरी ने मुख्यमंत्री को इन परियोजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने इन परियोजनाओं की जानकारी आम जनता तक पहुंचाने के निर्देश दिए. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अपने बुकलेट पर बार कोड लगाया है. निवेशक अपने मोबाइल से इसे स्कैन करते ही वन मैप का लिंक खुल जाएगा. इसके जरिए निवेशक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में उपलब्ध लैंड बैंक व अन्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. सीईओ रितु माहेश्वरी ने मुख्यमंत्री को इसके बारे में भी जानकारी दी. योगी आदित्यनाथ ने नोएडा- ग्रेटर नोएडा प्राधिकरणों के स्टॉल पर निवेशकों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण डेस्क का भी अवलोकन किया.

आत्मनिर्भर भारत की झलक

बताते चलें कि वोकल फॉर लोकल के पविलियन अंतर्गत कुछ ऐसे ऑटोमोबाइल पार्ट्स प्रदर्शित किए गए हैं जो पहले भारत में इंपोर्ट किए जाते थे लेकिन आप चूंकि भारत आत्मनिर्भर बन रहा है इसलिए सभी पार्ट्स भारत में बनाकर विदेशों में भेजे जा रहे हैं. इसके अलावा अलग-अलग संस्थानों से जुड़े स्टूडेंट्स को आत्मनिर्भर बनाते हुए बेसिक गुड्स मैन्युफैक्चरिंग की ट्रेनिंग दी जा रही है.

सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए पूरे इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में सबसे ज्यादा भागीदारी महिलाओं की दिखाई पड़ रही है. आयोजकों ने बताया कि पूरे मेले में लगभग ढाई सौ स्टॉल लगाए गए हैं जिसमें से 151 महिलाओं के लिए हैं.

Lucknow News: लखनऊ में फर्नीचर कारोबारी को घेरकर बदमाशों ने बरसाई ताबड़तोड़ गोलियां, हालत गंभीर

Lucknow News: शाहिद अपने घर इंदिरानगर वापस लौट रहा था तभी बदमाशों ने उसे घेर लिया. बदमाशों ने उस पर नौ गोलियां दागी, जिनमें से तीन गोलियां शाहिद को लगने की बात सामने आ रही है.

By: विवेक त्रिपाठी | Updated at : 22 Nov 2022 07:20 PM (IST)

(फर्नीचर कारोबारी को घेरकर गोलियां मारी)

Lucknow News: राजधानी लखनऊ (Lucknow) में कानून व्यवस्था किस कदर ध्वस्त हो चुकी है इसका नजारा शनिवार रात को इंदिरानगर के पिकनिक स्पॉट रोड पर देखने को मिला, जब बदमाशों ने एक बाइक सवार फर्नीचर कारोबारी शाहिद को घेरकर उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं. शाहिद अपने घर इंदिरानगर वापस लौट रहा था तभी इन बदमाशों ने उसे घेर लिया. बदमाशों ने उस पर नौ गोलियां दागी, जिनमें से तीन गोलियां शाहिद को लगने की बात सामने आ रही है. उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

लखनऊ के फेमस इलाके में इस तरह की वारदात से लोग सहम गए हैं. फर्नीचर कारोबारी को गोली मारने के मामले में भी जब एबीपी गंगा ने पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर से बात करने की कोशिश की तो सभी सवालों से बचते नजर आए और बस सॉरी कहते हुए आगे चले गए. लेकिन इस घटना ने राजधानी लखनऊ की कानून व्यवस्था पर सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं.

बीते 1 महीने से राजधानी में अपराधियों का बोलबाला है. हत्या, लूट, छेड़छाड़, बलात्कार और चोरी की ताबड़तोड़ वारदातें हो रही है. कमिश्नरेट पुलिस वारदातों पर लगाम लगाने में नाकाम है. आईए आपको बीते एक महीने में लखनऊ में हुई हत्या की प्रमुख वारदातों के बारे में जानकारी देते हैं.

एक महीने में हत्या की प्रमुख वारदातें
- 11 अक्टूबर, कृष्णानगर में मधुबाला श्रीवास्तव (70) की घर में घुसकर हत्या. हत्यारों का सुराग नहीं.
- 12 अक्टूबर, जानकीपुरम में युवक की हत्या कर शव फेंका, मामले का खुलासा नहीं.

- 12 अक्टूबर, इटौंजा के हेमी गांव में पत्नी की सधा ट्रेडर सदा खुश बांके से गला काटकर हत्या, पति गिरफ्तार.
- 22 अक्टूबर, इटौंजा में खनन विवाद में युवक की गोलियां मारकर हत्या, एक गिरफ्तार, दो फरार.
- 26 अक्टूबर, मोहनलालगंज में नेवी रिटायर्ड नंदलाल कामता प्रसाद तिवारी की गला रेतकर हत्या, तीन गिरफ्तार.
- 4 नवंबर, दुबग्गा में प्रेम संबंध में किशोरी की गला रेतकर की हत्या, आरोपी ने आठवें दिन किया कोर्ट में सरेंडर.
- 6 नवंबर, मलिहाबाद के पुरवा गांव निवासी संजीत शर्मा की गला घोंटकर हत्या
- 15 नवंबर, दुबग्गा में निधि गुप्ता को आरोपी सूफियान ने धर्म परिवर्तन न करने पर 4 मंजिल की छत से फेंक कर मार डाला, आरोपी गिरफ्तार
- 21 नवंबर, इंदिरानगर में फर्नीचर कारोबारी शाहिद को घेरकर गोलियां मारी, हालत गंभीर.

लखनऊ में कानून व्यवस्था की हालत ये है कि पुलिस कमिश्नर से लेकर ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर जैसे अधिकारियों ने पब्लिक से मिलना, शिकायतों को सुनना और संवाद करना बंद कर दिया है. सारा जिम्मा डीसीपी के कंधों पर डाल कर अधिकारी पल्ला झाड़ लेते हैं.

Published at : 22 Nov 2022 07:20 PM (IST) Tags: Lucknow UP news Lucknow police हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: States News in Hindi

टाइगर-श्रद्धा की 'बागी' ने पहले वीकएंड पर कमाया कितना

Baaghi box office collection: Tiger-Shraddhas film stuns all with phenomenal opening weekend

इस शुक्रवार को रिलीज हुई टाइगर श्रॉफ, श्रद्धा कपूर और सुधीर बाबू की मुख्य भूमिकाओं वाली 'बागी' कमाई के मामले में अपने झंडे गाढ़ रही है। अपने एक्शन दृश्यों के लिए सुर्कियां बटोर रही बागी ने पहले वीकएंड पर तगड़ी कमाई की है। फिल्म को समीक्षकों ने बहुत ज्यादा नहीं सराहा है। फिल्म को मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। इसके बावजूद फिल्म बॉक्स ऑपिस पर खूब कमाल कर रही है। फिल्म ने शुक्रवार को 11.94 करोड़, शनिवार को 11.13 करोड़ और रविवार को जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 15.51 करोड़ की कमाई की है।

इस तरह फिल्म ने पहले वीकएंड पर 38.58 करोड़ की कमाई की है। फिल्म के प्रदर्शन से निर्माता खुश है। फिल्म की कमाई पर ट्रेड एनेलिस्ट तरण आदर्श का ट्वीट


'बागी' 2016 में पहले वीकएंड पर सबसे ज्यादा कमाने के मामले में तीसरे नंबर पर आ गई है। फिल्म ने 'नीरजा', 'की एंड का' और 'कपूर एंड संस' जैसी फिल्मों को पीछे छोड़ दिया है। इस साल पहले वीकएंड पर बागी से ज्यादा कमाने वाली फिल्मों में 'फैन' और 'एयरलिफ्ट' हैं।

इस शुक्रवार को रिलीज हुई टाइगर श्रॉफ, श्रद्धा कपूर और सुधीर बाबू की मुख्य भूमिकाओं वाली 'बागी' कमाई के मामले में अपने झंडे गाढ़ रही है। अपने एक्शन दृश्यों के लिए सुर्कियां बटोर रही बागी ने पहले वीकएंड पर तगड़ी कमाई की है। फिल्म को समीक्षकों ने बहुत ज्यादा नहीं सराहा है। फिल्म को मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। इसके बावजूद फिल्म बॉक्स ऑपिस पर खूब कमाल कर रही है। फिल्म ने शुक्रवार को 11.94 करोड़, शनिवार को 11.13 करोड़ और रविवार को जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 15.51 करोड़ की कमाई की है।

इस तरह फिल्म ने पहले वीकएंड पर 38.58 करोड़ की कमाई की है। फिल्म के प्रदर्शन से निर्माता खुश है। फिल्म की कमाई पर ट्रेड एनेलिस्ट तरण आदर्श का सधा ट्रेडर सदा खुश ट्वीट


'बागी' 2016 में पहले वीकएंड पर सबसे ज्यादा कमाने के मामले में तीसरे नंबर पर आ गई है। फिल्म ने 'नीरजा', 'की एंड का' और 'कपूर एंड संस' जैसी फिल्मों को पीछे छोड़ दिया है। इस साल पहले वीकएंड पर बागी से ज्यादा कमाने वाली फिल्मों में 'फैन' और 'एयरलिफ्ट' हैं।

बिना ट्रेड लाइसेंस के ही चल रहा मांस का कारोबार

नवादा नगर क्षेत्र में मानकों की अनदेखी कर मांस की बिक्री जारी है। मांस के कारोबार करने वाले एक भी कारोबारी के पास ट्रेड लाइसेंस नहीं है। बिना ट्रेड लाइसेंस के ही शहर में मांस का कारोबार संचालित हो.

बिना ट्रेड लाइसेंस के ही चल रहा मांस का कारोबार

नवादा नगर क्षेत्र में मानकों की अनदेखी कर मांस की सधा ट्रेडर सदा खुश सधा ट्रेडर सदा खुश बिक्री जारी है। मांस के कारोबार करने वाले एक भी कारोबारी के पास ट्रेड लाइसेंस नहीं है। बिना ट्रेड लाइसेंस के ही शहर में मांस का कारोबार संचालित हो रहा है। अभी तक नगर परिषद ने अपने क्षेत्र में किसी को मांस के उत्पादन या बिक्री करने की अनुमति नहीं दी है। अर्थात शहर में संचालित होने वाले मांस का कारोबार अवैध है, लेकिन नगर परिषद इन दुकानदारों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। जबकि मांस के कारोबारी सार्वजनिक जगहों पर भी मांस की बिक्री करते हैं। मांस कारोबारी अवशेष को खुले जगहों पर डंप करते हैं। इससे शहर के कई हिस्से में रहना या वहां से गुजरना मुश्किल हो गया है।

निर्धारित मानकों का ख्याल है जरूरी
नगर परिषद क्षेत्र में मांस का कारोबार करने वालों के लिए नगरपालिका अधिनियम 2007 व 2012 मानक निर्धारित किए गए हैं। इन मानकों को पूरा करने वालों को ही मांस का कारोबार करने के लिए ट्रेड लाइसेंस जारी करने का प्रावधान है।

अधिनियम के अनुसार खुले में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध है। मांस का कारोबार करने वालों के पास एक कमरा होना चाहिए, जिसमें मांस का उत्पादन व बिक्री की अलग-अलग जगह निर्धारित हो। वध किए जाने वाले बकरे का स्वस्थ रहना सबसे अहम है। मांस का उत्पादन केवल काला कपड़े से घिरे स्थान पर ही हो सकता है। जबकि बिक्री वाली जगह पर हरा पर्दा लगा होना चाहिए। मांस के बिक्री स्थल पर अवशेष को रखने के लिए कूड़ेदान का होना आवश्यक है। नवादा में एक भी कारोबारी इस मानक को पूरा नहीं करता है। रोचक तथ्य यह है कि नगर के एक भी मांस कारोबारी ने ट्रेड लाइसेंस के लिए आवेदन तक नहीं दिया है।

लोगों को हो रही परेशानी
नगर परिषद क्षेत्र में ऐसी जगह पर भी मांस का कारोबार हो रहा है, जिसके लिए ट्रेड लाइसेंस जारी करना संभव नहीं है। इसके बावजूद नगर परिषद ऐसे स्थल पर हो रहे मांस के कारोबार पर प्रतिबंध नहीं लगा पा रहा है। शहर में घनी आबादी समेत कई स्कूल व मंदिर के अगल-बगल में भी मांस का कारोबार किया जा रहा है। इसकी शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

बूचड़खाने के लिए है अलग नियम
बूचड़खाने यानि स्लॉटर हाउस के लिए अलग नियम हैं। इसके लिए सामान्य मांस व्यापार से अलग ही मानक तय किए गए हैं। इसके लिए बेहद स्वास्थ्यकर वातावरण की जरूरत है। अत्याधुनिक मशीनों से युक्त वधशाला और शीतानुकूलित कमरों की बाध्यता है। अवशेष डम्प करने की जगह निर्धारित होना आवश्यक है।

नप क्षेत्र में मांस का कारोबार करने के लिए मानक निर्धारित है। इसका उल्लंघन हो रहा है। लाइसेंस के लिए एक भी आवेदन नहीं किया गया है। मांस विक्रेताओं को शीघ्र ही लाइसेंस लेने के लिए कहा जाएगा। मानक पूरा नहीं करने वालों को लाइसेंस निर्गत नहीं किया जाएगा और इन्हें अवैध व्यापार से रोका जाएगा। - देवेन्द्र सुमन, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, नवादा

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