निवेश के लाभ – अर्थ, जोखिम और फायदे ,निवेश के विकल्प कैसे चुनें
आपने पहले कभी निवेश नहीं किया है? क्या आप यह जानने के लिए उत्साहित हैं कि निवेश क्या है? क्या आप सबसे बुनियादी तरीके से निवेश करना जानते हैं? अगर आप भी इसी सवाल का जवाब चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। यहां, हम आपको बताएंगे कि “निवेश” का क्या अर्थ है, इसके लाभ क्या हैं, आप किस प्रकार के निवेश कर सकते हैं, और भी बहुत कुछ।
अपने आर्थिक लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए आप निवेश करने के विभिन्न तरीकों में से चुन सकते हैं, जैसे कि सर्वोत्तम म्यूचुअल फंड या स्टॉक। आइए कुछ महत्वपूर्ण बातों का पता लगाने के विचार पर गौर करें।
निवेश की परिभाषा
केवल बैंक खाते में पैसा डालना और उस पर ब्याज अर्जित करना निवेश नहीं है। जब आप निवेश करते हैं, तो आप अपने पैसे का इस्तेमाल Strategic तरीके से करते हैं ताकि पैसा आपके लिए काम कर सके। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप स्टॉक, रियल एस्टेट, सोना आदि थोड़े समय के लिए या लंबे समय के लिए खरीदते हैं।
लंबे समय में, केवल एक चीज मायने रखती है कि आपका पैसा कितनी जल्दी दोगुना किया जा सकता है। आइए इस प्रश्न को देखें, “लोग कैसे चुनते हैं कि कौन सा निवेश करना है, और उनका लक्ष्य क्या है?”
निवेश के लाभ
एक अच्छे diversified निवेश पोर्टफोलियो के साथ, आप अपने दीर्घकालीन आर्थिक लक्ष्यों तक पहुंच सकते हैं। सेवानिवृत्ति के लिए पैसे बचाएं, अपने लोन का जल्दी भुगतान करें, या अपने बच्चों को कॉलेज के लिए भुगतान करने में मदद करें। बचत खाते में पैसा डालना आसान और सुरक्षित है, लेकिन रिटर्न अक्सर कम होता है। शेयर बाजार में निवेश करने से आपको लंबी अवधि में बड़ा रिटर्न मिल सकता है, लेकिन यह अधिक जोखिम के साथ आता है।
शेयर बाजार में सभी को पैसा लगाना चाहिए। निवेश शुरू न करने का कोई कारण नहीं है क्योंकि इससे बहुत सारी अच्छी चीजें आती हैं। आर्थिक रूप से आगे बढ़ने और संपत्ति बनाने के लिए निवेश करना सबसे अच्छा तरीका है। अलग-अलग विचारों वाले अलग-अलग लोग पैसा निवेश करने के अलग-अलग फायदे देखते हैं। लोग निवेश करना क्यों पसंद करते हैं, इसके कुछ सबसे सामान्य कारण निम्नलिखित हैं:
- नियमित रूप से धन प्राप्त करते रहें।
- लंबी अवधि के लिए संभावित निवेश
- आपके पास कितना पैसा है, उसके आधार पर निवेश करें।
- महंगाई बढ़ती जा रही है।
- निवेश आपको सेवानिवृत्ति की उम्र तक पहुंचने में मदद कर सकता है।
- निवेश करके आप अमीर बन सकते हैं।
- बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए अपना पोर्टफोलियो बदलें।
- अपने अन्य धन लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए निवेश करें
- यदि आप निवेश करते हैं तो आप करों पर पैसा बचा सकते हैं।
- आय का एक और नियमित स्रोत।
- पूंजी से पैसा बनाना और रखना।
- सेवानिवृत्ति योजनाओं के लिए निवेश।
- बच्चों को उज्ज्वल भविष्य देने के लिए निवेश एक अच्छा तरीका है।
- शादी के खर्चे के लिए पैसा लगाना।
- व्यवसाय शुरू करने के लिए पर्याप्त धन प्राप्त करना और भी बहुत कुछ…
आप निवेश के लक्ष्यों के बारे में अधिक जान सकते हैं और विषय की गहरी समझ प्राप्त करने के लिए वे क्यों महत्वपूर्ण हैं। यह कुछ ऐसा है जो आपको जीवन भर मदद करेगा।
Risk vs. Reward
निवेश के लिए सबसे पहला नियम यह है कि जोखिम और लाभ साथ हैं, जिसका अर्थ है कि आप जितना कम जोखिम लेंगे, उतना कम पैसा कमाएंगे, और अधिक जोखिम लेने से आपको अधिक पैसा बनाने में मदद मिलेगी।
यह जोखिम-लाभ अनुपात निवेश के प्रकार के आधार पर बदलता है। उदाहरण के लिए, बचत खाते से ब्याज कम से कम रिटर्न के साथ सबसे सुरक्षित निवेश है। दूसरी ओर, स्टॉक या म्यूचुअल फंड में निवेश करना थोड़ा जोखिम भरा होता है, लेकिन लंबे समय में बैंक ब्याज की तुलना में अधिक रिटर्न पूंजी लगाने से पहले सारे जोखिम जान लें देता है।
बुद्धिमानी और चतुराई से निवेश करें
निवेश के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक सही चुनाव करना है। financial साधन जैसे स्टॉक, म्यूचुअल फंड, रियल एस्टेट आदि हथियार की तरह हैं। यदि आप उनका सही उपयोग करते हैं, तो वे आपको अपने लक्ष्य तक पहुँचने में मदद करेंगे, लेकिन यदि आप उनका गलत उपयोग करते हैं, तो वे उल्टा पड़ जाएंगे और आपको financial संकट में डाल देंगे।
जब आप निवेश करने के तरीकों की तलाश करते हैं, तो आप कई दिलचस्प financial योजनाओं, चिट फंड योजनाओं आदि के बारे में जान सकते हैं। आपको उन योजनाओं के बहकावे में नहीं आना चाहिए जिन्हें आप नहीं समझते हैं या जो आपके जोखिम को ध्यान में नहीं रखते है | लंबे समय में, आपके निवेश निर्णय स्मार्ट, सुरक्षित, कानूनी और मजबूत होने चाहिए।
अपना निवेश विकल्प कैसे चुनें
प्रक्रिया आसान है, और सब कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितना पैसा या पूंजी निवेश करना चाहते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास बहुत सारा पैसा है, तो आप अचल संपत्ति में निवेश करना पूंजी लगाने से पहले सारे जोखिम जान लें चाह सकते हैं। यदि आपके पास कम राशि है, तो आप financial फंडों में निवेश करना चाह सकते हैं।
यदि निवेश का निर्णय सही है लेकिन निवेश करने का समय गलत है, तो निवेश विफल हो पूंजी लगाने से पहले सारे जोखिम जान लें जाएगा। एक बार निर्णय लेने के बाद, अगला कदम निवेश उत्पाद के बारे में आप जो कुछ भी कर सकते हैं उसे सीखना है। इससे आपको सही समय पर सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी। पूंजी लगाने से पहले सारे जोखिम जान लें अगले चरण में, पर्याप्त अच्छी जानकारी प्राप्त करने के बाद, आप अपनी लंबे समय के निवेश योजना लिख सकते हैं।
निष्कर्ष
निवेश आपको कई अलग-अलग लक्ष्यों तक पहुंचने में मदद कर सकता है और आपको कई अलग-अलग लाभ दिला सकता है। आपको अपने लक्ष्य तक पहुँचने के लिए सबसे कठिन रास्ता अपनाना पड़ सकता है। बस याद रखें कि अपने लक्ष्य तक पहुंचने का एकमात्र तरीका सही जानकारी सीखना और प्राप्त करना है। शॉर्टकट अल्पावधि में आपकी मदद कर सकते हैं, लेकिन आप ज्ञान के बिना लंबे समय के लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए आत्मविश्वास और धैर्य का निर्माण नहीं कर सकते।
Author
सुधीर भारद्वाज इस ब्लॉग पर फाइनेंस से जुड़े विभिन्न विषयों पर लिखते हैं। उन्होंने commerce में डिग्री हासिल की है और वर्तमान में एमबीए कर रहे हैं। सुधीर को पर्सनल फाइनेंस, निवेश और वेल्थ मैनेजमेंट का शौक है। सुधीर की लेखन शैली सरल और समझने में आसान है। अपने लेखों में, उनका उद्देश्य पाठकों को सूचित वित्तीय निर्णय लेने में मदद करना है।
Mutual Fund Investment : म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले जान लें ये 5 जरूरी चीजें, फायदे में रहेंगे
अगर आप इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो इस बात का जोखिम नहीं ले सकते कि आपके निवेश की वैल्यू में गिरावट आ जाए,. आपको वैसे फंड चुनने होंगे जिनमें रिटर्न और रिस्क में संतुलन रहे.
Mutual Fund Investment : बड़ी तादाद में निवेशक इन दिनों म्यूचुअल फंड में एंट्री कर रहे हैं. खास कर SIP के जरिये इसमें निवेश करने वालों की तादाद लगातार बढ़ रही है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक औसतन हर महीने 1 लाख SIP अकाउंट खोले जा रहे हैं. जबकि एक साल सिर्फ पहले दस हजार SIP अकाउंट जोड़े जा रहे थे. फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें तो वो आपको इक्विटी में पैसे लगाने के लिए SIP के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए कहेंगे.
म्यूचुअल फंड के जरिये सिर्फ शेयर बाजार में ही पूंजी लगाने से पहले सारे जोखिम जान लें नहीं, बल्कि डेट, गोल्ड और कमोडिटी में भी पैसे लगाए जा सकते हैं. लेकिन अगर आपको शेयर बाजार की ज्यादा समझ नहीं है या आप इसमें लगाए गए अपने पैसे की निगरानी के लिए वक्त नहीं निकाल सकते, तो म्यूचुअल फंड में निवेश निश्चत तौर पर अच्छा माध्यम है.
अब सवाल है कि म्यूचुअल फंड चुनें कैसे? क्योंकि बाजार में दर्जनों कंपनियों की हजारों म्यूचुअल फंड स्कीमें मौजूद हैं. सही म्यूचुअल फंड के चुनाव के इन चीजों पर गौर करना चाहिए.
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1.म्यूचुअल फंड का चुनाव
सबसे पहले तो आपको ये तय करना है कि आप किस मकसद से निवेश करना चाहते हैं तो आप कितना निवेश कर सकते हैं और कितने समय के लिए इसमें बने रह सकते हैं. अगर आपको साल-दो साल के लिए निवेश करना है, तो उसके लिए अलग म्यूचुअल फंड होंगे. अगर आपको पांच, सात या दस साल या इससे भी ज्यादा समय के लिए निवेश करना है, तो उसके लिए दूसरे म्यूचुअल फंड होंगे. अगर आप छोटी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, पूंजी लगाने से पहले सारे जोखिम जान लें तो आप डेट फंड या लिक्विड फंड चुन सकते हैं. लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो इक्विटी म्यूचुअल फंड सही रहेंगे.
2. जोखिम लेने की क्षमता
यह तय करें कि आप इस निवेश के लिए कितना जोखिम ले सकते हैं. ज्यादा रिटर्न के लिए ज्यादा जोखिम लेना पड़ता है. लेकिन निवेश में सिर्फ रिटर्न ही नहीं आपकी पूंजी यानी कैपिटल का प्रोटेक्शन भी होना चाहिए. मसलन, अगर आप इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो इस बात का जोखिम नहीं ले सकते कि आपके निवेश की वैल्यू में गिरावट आ जाए,. आपको वैसे फंड चुनने होंगे जिनमें रिटर्न और रिस्क में संतुलन रहे.
3. फंड का पिछला प्रदर्शन जरूर देखें
जरूरी नहीं है कि फंड पहले दिए गए रिटर्न की तरह आगे भी रिटर्न देता रहेगा. इस बात की गारंटी नहीं होती कि अगर किसी फंड ने अब तक अच्छा परफॉर्म किया है तो आगे भी उसका परफॉर्मेंस वैसा ही रहेगा. लेकिन अलग-अलग फंड्स के पिछले प्रदर्शन से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किसमें निरंतरता है. उसके प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव बाजार और इकोनॉमी से बहुत अलग तो नहीं हैं. इससे आपको अपनी पसंदीदा स्कीम और म्युचुअल फंड चुनने में मदद मिलेगी. आप अलग-अलग रेटिंग एजेंसियों की इन फंड्स को दी गई रेटिंग भी देख सकते हैं
4. खर्चों पर नजर डालें
किसी भी म्यूचुअल फंड को चुनते वक्त ये जरूर देखें कि उसमें निवेश से जुड़े खर्च क्या हैं. जिन खर्चों को आपको देखना होगा, वो हैं एंट्री और एक्जिट लोड, एसेट मैनेजमेंट चार्ज, एक्सपेंस रेश्यो. एसेट मैनेजमेंट चार्ज और एक्सपेंस रेश्यो भी जरूर देखें क्योंकि ये सारे खर्च आपके फायदे को कम कर देते हैं. 1.5 फीसदी तक का एक्सपेंस रेश्यो किसी म्यूचुअल फंड के लिए वाजिब माना जाता है, लेकिन इससे ज्यादा एक्सपेंस रेश्यो वाले फंड में निवेश से बचें.
5. फंड हाउस और मैनेजर का रिकॉर्ड
जिस म्यूचुअल फंड स्कीम में आप पैसा लगाने जा रहे हैं, उस स्कीम को लाने वाली कंपनी और उसकी देखरेख करने वाले मैनेजर का रिकॉर्ड चेक करना भी काफी अहम है. फंड हाउस कितने समय से काम कर रहा है, उसकी दूसरी स्कीमों का परफॉर्मेंस कैसा रहा है और कंपनी की साख बाजार में कैसी है. ये सारी जानकारी आपको किसी भी म्यूचुअल फंड कंपनी, जिसे एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) भी कहते हैं, की वेबसाइट पर मिल जाएगी. कई वेबसाइट हैं, जहां आप किसी भी फंड के परफॉर्मेंस, रेटिंग, पोर्टफोलियो वगैरह की जानकारी हासिल कर सकते हैं. थोड़ा सा समय दीजिए और फिर अपनी जरूरतों के मुताबिक फंड चुनकर निवेश शुरू कर दीजिए.
Mutual Fund Investment Tips: म्यूचुअल फंड में करने जा रहे हैं निवेश, जान लें ये 5 बातें, फायदे में रहेंगे
Mutual Fund Investment: म्यूचुअल फंड में विशेषतौर पर SIP के जरिए निवेश करने वालों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 20 Sep 2021 10:39 PM (IST)
Mutual Fund: म्यूचुअल फंड में निवेश को लेकर लोगों की दिलचस्पी हाल के समय में बढ़ी है. विशेषतौर पर SIP के जरिए इसमें निवेश करने वालों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. शेयर बाजार के अलावा म्यूचुअल फंड के जरिए गोल्ड और कमोडिटी में भी पैसे लगाए जा सकते हैं.
सबसे बड़ा सवाल सही म्युचुअल फंड चुनने का है. बाजार में कंपनियों की हजारों म्यूचुअल फंड स्कीमें मौजूद होने की वजह से यह काम और भी मुश्किल हो गया है. आज हम आपको 5 ऐसी बातों पूंजी लगाने से पहले सारे जोखिम जान लें के बारे में बताएंगे जिनका ध्यान आपको म्यूचुअल फंड चुनते वक्त रखना चाहिए.
निवेश को लेकर स्पष्टता
निवेश को लेकर बिल्कुल स्पष्टता होनी चाहिए. निवेश का मकसद क्या है, कितने समय के लिए और कितना निवेश करना है. इन सवालों पर अच्छी तरह से सोच विचार कर लेना चाहिए. खासकर आपको कितने समय के लिए निवेश करना है यह सवाल अहम है. क्योंकि अलग-अलग अवधि के निवेश के लिए म्यूचल फंड अलग-अलग होते हैं. छोटी अवधि के निवेश के लिए डेट फंड या लिक्विड फंड चुन सकते हैं. लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो इक्विटी म्यूचुअल फंड बेहतर रहेंगे.
जोखिम
इस बात का आकलन करना जरूरी है कि निवेश करने के लिए आप कितना जोखिम ले सकते हैं. अधिक रिटर्न के लिए ज्यादा जोखिम लेना पड़ता है. निवेश में सिर्फ रिटर्न ही नहीं आपकी पूंजी की भी सुरक्षा होनी चाहिए. इसलिए इस तरह के फंड आपको चुनने होंगे जिनमें रिटर्न और रिस्क में संतुलन रहे.
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फंड हाउस और मैनेजर का रिकॉर्ड
आपने अगर म्यूचुअल फंड का चुनाव कर लिया तो इस स्कीम को लाने वाली कंपनी का रिकॉर्ड जरूर देखें. इसके साथ ही कंपनी के मैनेजर का रिकॉर्ड चेक करना भी जरूरी है. विशेष रूप से आपको इन बातों के लिए बारे में पता करना है कि फंड हाउस कितने समय से काम कर रहा है, उसकी दूसरी स्कीमों का परफॉर्मेंस कैसा रहा है , कंपनी की साख बाजार में कैसी है. किसी भी म्यूचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट पर ये जानकारियां मिल जाती हैं. ऐसी भी कई वेबसाइट हैं, जहां किसी भी फंड के परफॉर्मेंस, रेटिंग, पोर्टफोलियो वगैरह की जानकारी हासिल की जा सकती है.
फंड का पिछला प्रदर्शन जरूर देखें
किसी फंड ने अब तक अच्छा परफॉर्म किया है तो आगे भी उसका प्रदर्शन अच्छा रहेगा यह बिल्कुल जरूरी नहीं. सही फंड का चुनाव करते वक्त अलग-अलग फंड्स के पिछले प्रदर्शन का अध्ययन करें इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किसमें निरंतरता है. इससे आपको अपनी पसंदीदा स्कीम और म्युचुअल फंड चुनने में मदद मिलेगी. फंड चुनते वक्त आप अलग-अलग रेटिंग एजेंसियों द्वारा इन फंड्स को दी गई रेटिंग भी देख सकते हैं.
खर्चें
म्यूचुअल फंड का चुनाव करते वक्त आपको इसमें निवेश जुड़े खर्चों के बारे में पता होना चाहिए. एंट्री और एक्जिट लोड, एसेट मैनेजमेंट चार्ज, एक्सपेंस रेश्यो. एसेट मैनेजमेंट चार्ज और एक्सपेंस रेश्यो जैसे खर्चों को जरूर देखना चाहिए. ये सारे खर्च आपके फायदे को कम कर देते हैं. किसी म्यूचुअल फंड के लिए 1.5 फीसदी तक का एक्सपेंस रेश्यो सही माना जाता है. किसी फंड का एक्सपेंस रेश्यो इससे ज्यादा है तो उसमें निवेश से बचें.
(यहां ABP News द्वारा किसी भी फंड में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है. यहां दी गई जानकारी का सिर्फ़ सूचित करने का उद्देश्य है. म्यूचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन हैं, योजना संबंधी सभी दस्तावेज़ों को सावधानी से पढ़ें. योजनाओं की NAV, ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव सहित सिक्योरिटी बाज़ार को प्रभावित करने वाले कारकों व शक्तियों के आधार पर ऊपर-नीचे हो सकती है. किसी म्यूचुअल फंड का पूर्व प्रदर्शन, आवश्यक रूप से योजनाओं के भविष्य के प्रदर्शन का परिचायक नहीं हो सकता है. म्यूचुअल फंड, किन्हीं भी योजनाओं के अंतर्गत किसी लाभांश की गारंटी या आश्वासन नहीं देता है और वह वितरण योग्य अधिशेष की उपलब्धता और पर्याप्तता से विषयित है. निवेशकों से सावधानी के साथ विवरण पत्रिका (प्रॉस्पेक्टस) की समीक्षा करने और विशिष्ट विधिक, कर तथा योजना में निवेश/प्रतिभागिता के वित्तीय निहितार्थ के बारे में विशेषज्ञ पेशेवर सलाह को हासिल करने का अनुरोध है.)
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Published at : 20 Sep 2021 10:39 PM (IST) Tags: ABP News Share Market Investment SIP Mutual fund SBI Mutual fund Small cap Equity Mutual Funds हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Investment Tips: इंवेस्टमेंट की करनी है शुरुआत तो काम आएंगे ये 10 टिप्स, बिना इनके हो सकता है नुकसान
Tips For Investment: वर्तमान में इंवेस्टमेंट के लिए कई सारे तरीके हैं. इनमें से कई इंवेस्टमेंट के माध्यम काफी रिस्की होते हैं. इनमें जहां निवेश कई गुना बढ़ सकता है तो निवेश की गई पूंजी पूरी खत्म भी हो सकती है. इसके अलावा कई निवेश के माध्यम कम जोखिम वाले होते हैं.
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Top 10 Investment Tips: लोग जीवनयापन करने के लिए कमाई का सहारा लेते हैं. कमाई के लिए लोग रोजगार या फिर बिजनेस को तवज्जो देते हैं. वहीं अपनी कमाई को कुछ लोग बचत में डाल देते हैं तो कुछ लोग अपनी कमाई से इंवेस्टमेंट (Investment) भी करते हैं. इंवेस्टमेंट के जरिए अपनी कमाई से की गई बचत पर अच्छा रिटर्न भी हासिल किया जा सकता है. निवेश के कई माध्यम ऐसे हैं जिनमें ज्यादा रिटर्न हासिल होता है तो कुछ माध्यम ऐसे भी हैं, जिन पर कम रिटर्न हासिल होता है.
Investment Tips
वर्तमान में इंवेस्टमेंट के लिए कई सारे तरीके हैं. इनमें से कई इंवेस्टमेंट के माध्यम काफी रिस्की होते हैं. इनमें जहां निवेश कई गुना बढ़ सकता है तो निवेश की गई पूंजी पूरी खत्म भी हो सकती है. इसके अलावा कई निवेश के माध्यम कम जोखिम वाले होते हैं. कम जोखिम वाले निवेश के माध्यम में इंवेस्टमेंट पर ज्यादा रिटर्न नहीं हासिल हो पाता है. हालांकि इनमें लगाई गई निवेश की पूंजी सुरक्षित रहती है.
ध्यान रखें कुछ बातें
वहीं जब भी कोई इंसान इंवेस्टमेंट करने की तरफ कदम बढ़ाता है तो कभी न कभी उसे शुरुआत करनी ही होती है. ऐसे में जब भी इंवेस्टमेंट की शुरुआत की जाए तब कुछ बातों का काफी ध्यान रखना होता है. अगर इंवेस्टमेंट की शुरुआत में इन बातों का ध्यान नहीं रखा जाए तो नुकसान भी उठाना पड़ सकता है.
Top 10 Tips for First time investors
- जब भी इंवेस्टमेंट की शुरुआत करें, तब एक इंवेस्टमेंट प्लान जरूर बनाएं.
- इंवेस्टमेंट में जोखिम कितना है, उसका आंकलन करें.
- इंवेस्टमेंट से टैक्स की बचत कैसे होगी, उसकी भी जानकारी रखें.
- अपने इंवेस्टमेंट को डायवर्सिफाई रखें.
- अपनी पॉकेट को ध्यान में रखकर इंवेस्टमेंट करें.
- जहां इंवेस्टमेंट कर रहे हैं, पूंजी लगाने से पहले सारे जोखिम जान लें उसके इतिहास के बढ़िया आंकड़े देखकर इंवेस्ट न करें. वर्तमान स्थिति पर फोकस रखकर इंवेस्ट करें.
- रेगुलर तौर पर इंवेस्टमेंट करें.
- कितने समय के लिए इंवेस्टमेंट किया जा रहा है, इसका ध्यान रखें.
- अगर किसी माध्यम में इंवेस्टमेंट का टेन्योर खत्म हो गया है तो दोबार इंवेस्टमेंट करें.
- इंवेस्टमेंट के वक्त किसी और को देखकर इंवेस्टमेंट न करें. खुद की समझ लगाकर इंवेस्टमेंट करें.
जैक मा की 10 सफलता के मंत्र, जिनकी बदौलत खड़ी की Alibaba
दुनिया की बड़ी ई- वाणिज्य कंपनी अलीबाबा समूह के संस्थापक जैक मा कंपनी के चेयरमैन पद से हट गए हैं। जैक मा अपने 55 वें जन्मदिन पर मंगलवार को कंपनी से विदा हुए हैं। जैक मां की संपत्ति 41 अरब डॉलर है।.
दुनिया की बड़ी ई- वाणिज्य कंपनी अलीबाबा समूह के संस्थापक जैक मा कंपनी के चेयरमैन पद से पूंजी लगाने से पहले सारे जोखिम जान लें हट गए हैं। जैक मा अपने 55 वें जन्मदिन पर मंगलवार को कंपनी से विदा हुए हैं। जैक मां की संपत्ति 41 अरब डॉलर है। उनका चेयरमैन पद से हटने का कार्यक्रम एक साल पहले तय कर लिया गया था। एक अध्यापक से अलीबाबा जैसी बड़ी कंपनी खड़ी करने के सफर में उन्होंने काफी मेहनत की है। आइए जानते हैं उनकी सफता के मंत्र जो उन्होंने अपने करियर के सफर में इस्तेमाल किए और आगे बढ़ते रहे।
जैक मा के 10 सफलता के मंत्र
1 कभी हार मत मानो। आज कठिन है, कल और भी बदतर होगा, लेकिन परसों धूप खिलेगी।
2 हार मान लेना सबसे बड़ी असफ़लता होती है, अगर आपने हार नहीं मानी है, तो आपके पास और भी बहुत सारे मौके होंगे अपने आप को साबित करने के लिए
3 बुद्धिमान लोगों का नेतृत्व करने के लिए एक मूर्ख की जरूरत होती है। अगर टीम में सभी वैज्ञानिक हों तो सबसे अच्छा यह होगा कि किसी किसान को नेतृत्व दे क्योंकि उसके सोचने का तरीका अलग है। जब आपका नजरिया अलग हो तो जीतना आसान हो जाता है।
4 युवा लोगों की मदद करो। छोटे लोगों की मदद करो। क्योंकि छोटे लोग बड़े होंगे। युवाओं के दिमाग में वो बीज होगा जो आप उनमे बोयेंगे, और जब वे बड़े होंगे, वे दुनिया बदल देंगे।
5 आपको अपने साथ सही लोग चाहिए होते हैं सबसे अच्छे लोग नहीं।
6 अलीबाबा के बुरे दिनों में मैंने सीखा कि आपको टीम में वैल्यू, इनोवेशन और विज़न डालना होता है। ये भी कि अगर आप हार नहीं मानते तो आपके पास एक और मौका होता है। और जब आप छोटे होते हैं, आपको बहुत अधिक फोकस्ड होना होता है और अपने दिमाग पर भरोसा करना होता है ना कि अपनी ताकत पर।
7 ज़िंदगी बहुत छोटी है और बहुत खूबसूरत, काम के प्रति इतने गंभीर ना रहें। जीवन का आनंद लें।
8 सफलता के लिए धैर्य का होना सबसे ज्यादा जरुरी है।
9 दूसरों की सफलता से सीखने की बजाये, उनकी गलतियों से सीखो। ज्यातदातर लोग जो विफल होते हैं उनकी विफलता के कारण सामान होते हैं जबकि सफलता की कई वजहें हो सकती हैं।
10 कभी भी कीमत पर कॉम्पिटिशन मत करो, बल्कि सर्विस और इनोवेशन पर कॉम्पिटिशन करो।
Alibaba ग्रुप के फाउंडर जैक मा ने लिया रिटायरमेंट, जानें क्या करेंगे आगे
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