सोयाबीन लूज 5,360-5,410 रुपये प्रति क्विंटल।
विदेशों में बाजार टूटने से तेल-तिलहनों कीमतों में गिरावट
नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) विदेशी बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को सरसों तेल तिलहन, सोयाबीन तेल और बिनौला तेल की कीमतों में गिरावट आई जबकि डी-आयल्ड केक (डीओसी) की स्थानीय और निर्यात मांग के कारण सोयाबीन तिलहन कीमत मजबूत हो गई।
आयात भाव मंहगा बैठने से कच्चा पामतेल (सीपीओ) और पामोलीन तेल के अलावा मूंगफली तेल तिलहन के भाव पूर्व-स्तर पर बंद हुए।
बाजार सूत्रों ने कहा, ‘‘मलेशिया एक्सचेंज में लगभग तीन प्रतिशत की गिरावट है जबकि शिकागो एक्सचेंज मंगलवार को सवा प्रतिशत टूटने के बाद फिलहाल खास घट-बढ़ नहीं है।’’
सूत्रों ने सुझाव देते हुए कहा कि सस्ता होने की वजह से पूरे विश्व में पामोलीन तेल की मांग है। देश में इस तेल का लगभग एक प्रतिशत के आसपास ही ब्रांड के तौर पर बेचा जाता है बाकी बहुलांश खपत गैर-ब्रांडेड तेलों की होती है तीन लाइव खाता प्रकार जो समोसे, कचौड़ी, नमकीन कंपनियों, रेस्तरां और होटलों के अलावा कमजोर आय वर्ग के लोग इस्तेमाल करते हैं। जबकि सूरजमुखी और सोयाबीन तेल उच्च आय वर्ग के लोग उपयोग करते हैं जो तेल ब्रांडेड होते हैं।
इस प्रकार करोगे मां अन्नपूर्णा का पूजन तो भरे रहेंगे भंडार
Update: Saturday, December 3, 2022 @ 1:22 PM
आठ दिसंबर को अन्नपूर्णा जयंती (Annapurna Jayanti) मनाई जा रही है। अन्नपूर्णा जयंती मां पार्वती (Goddess Parvati) को समर्पित होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष माह (अगहन) के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाती तीन लाइव खाता प्रकार है। इस संबंध में एक पौराणिक कथा है। इस दिन मां पार्वती अन्नपूर्णा का रूप धरकर धरती पर अवतरित हुई थीं। मान्यता है कि इस दिन मां अन्नपूर्णा की भक्ति सच्चे दिल से करने से किसी भी चीज की कमी नहीं रहती है। इसका पूजन करने से तीन लाइव खाता प्रकार तीन लाइव खाता प्रकार बहुत लाभ होता है। मगर इस दिन कुछ विशेष तीन लाइव खाता प्रकार नियमों का पालन भी करना पड़ता है। देवी अन्नपूर्णा को अन्न की देवी कहा जाता है।
RBI के रेपो रेट बढ़ाने के बाद HDFC बैंक समेत इन तीन बैंकों ने ग्राहकों को दिया झटका
बिजनेस डेस्कः आरबीआई के रेपो दर में लगातार 5वीं बार बढ़ोतरी के बाद तीन बैंकों ने कर्ज महंगा कर दिया है। इनमें एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) और इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) शामिल हैं। एचडीएफसी बैंक ने कर्ज की सीमांत लागत आधारित दर (एमसीएलआर) में 0.10 फीसदी बढ़ोतरी की है। नई दर 7 दिसंबर, 2022 से लागू हो गई है।
संशोधन के मुताबिक, बैंक की न्यूनतम एमसीएलआर 8.20 तीन लाइव खाता प्रकार फीसदी से बढ़कर अब 8.30 फीसदी हो गया है। ग्राहकों को एक साल की अवधि के कर्ज पर अब 8.60 फीसदी, दो साल पर 8.70 फीसदी और तीन साल पर 8.80 फीसदी ब्याज का भुगतान करना होगा। इससे पहले आईसीआईसीआई बैंक, केनरा बैंक तीन लाइव खाता प्रकार और करूर वैश्य बैंक भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर चुके हैं।
बैंक ऑफ इंडिया
बैंक ने एमसीएलआर को 0.25 फीसदी बढ़ाकर 8.15 फीसदी कर दिया है। संशोधित दर सभी अवधि के कर्ज के लिए है, जो 7 दिसंबर से लागू है।
बैंक ने अपना कर्ज 0.15 फीसदी से 0.35 फीसदी तक महंगा कर दिया है। नई दर 10 दिसंबर, 2022 से लागू होगी। ब्याज दरों में बढ़ोतरी अलग-अलग अवधि के कर्ज के लिए की गई है।
सूर्योदय स्मॉल बैंक
सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक ने जमा पर ब्याज दर में इजाफा किया है। सामान्य नागरिकों को जमा पर 9% ब्याज मिलेगा, जबकि वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह दर 9.50 फीसदी है। बैंक ने कहा, 6 से 9 महीने के जमा पर 5.50%, 9 महीने से एक साल के जमा पर 6% ब्याज मिलेगा। एक से डेढ़ साल के जमा पर 7% और दो साल तक के जमा पर 8.01 फीसदी ब्याज मिलेगा।
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कोंडागांव के 388 राशन दुकानो में लगा ताला, छह सूत्रीय मांग को लेकर धरने पर बैठे विक्रेता
Sellers sitting on dharna: खाद्यान्न कटौती, सर्वर की समस्या समेत कई प्रकार की समस्या झेल रहे सहकारी राशन विक्रेता आखिरकार मंगलवार से अपनी छह सूत्रीय मांग को लेकर तीन दिवसीय धरने पर चले गए हैं। विक्रेताओं के धरने पर जाने की वजह से जिले के 388 दुकानें बंद हो गई है।
Sellers sitting on dharna: खाद्यान्न कटौती, सर्वर की समस्या समेत कई प्रकार की समस्या झेल रहे सहकारी राशन विक्रेता आखिरकार मंगलवार से अपनी छह सूत्रीय मांग को लेकर तीन दिवसीय धरने पर चले गए हैं। विक्रेताओं के धरने पर जाने की वजह से जिले के 388 दुकानें बंद हो गई है।
दिल्ली में मेयर का चुनाव सीधे वोटर नहीं करते हैं.
दिल्ली के मेयर की कुर्सी अचानक ही हॉट हो गई है. अब तक कोई मेयर चुनाव पर ध्यान तक नहीं देता था लेकिन जब से एमसीडी चुनावों के नतीजे आए हैं तब से हलचल कुछ ज़्यादा ही बढ़ गई है. कौन मेयर बनेगा, किस पार्टी का मेयर होगा, किसके लिए कौन सा समीकरण काम कर जाएगा, हर किसी की नज़र इन्हीं पर है. क्योंकि 15 दिसंबर तक राज्य चुनाव आयोग एमसीडी निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी कर लेगा और चुने हुए सदस्यों यानि पार्षदों के नाम नोटिफाई करके उपराज्यपाल के पास नए एमसीडी के गठन के लिए भेज दिए जाएंगे. उसके बाद असली कवायद शुरू होगी कि मेयर से लेकर स्टैंडिंग कमेटी और ज़ोन के भीतर भी चुनावी प्रक्रया शुरू हो जाएगी. जिस तरीके से इस बार चुनाव में मामला काफी कांटे का रहा है कुछ उसी तरह से तमाम चुनावों के रोचक रहने की भी पूरी उम्मीद है. इसमें मेयर का चुनाव सबसे अहम रहेगा. तो मेयर के चुनाव को लेकर क्या हो सकते हैं विकल्प-
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 831