भारत आज स्टार्टअप्स का गढ़ बनता जा रहा है। अगर भारतीय स्टार्टअप्स को आगे बढ़ना है और खुद को फेल होने से रोकना है तो उन्हें इन कमियों को दूर करना होगा। ऊपर बताई गई बातों का ध्यान रखकर आप भी अपने स्टार्टअप को डूबने से बचा सकते हैं और 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं उसे नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं।
अमीर लोग अपने बच्चों को देते हैं मनी मैनेजमेंट के ये मंत्र
भारत एक विकासशील राष्ट्र है . यहां की 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं अधिकांश जनसंख्या आज भी खेती से जुड़ी हुई है . वहीं यदि इसके इतर देखें तो एक ऐसा भी वर्ग है जिसके पास अथाह संपत्ति है . सुख है, सुविधा है, आवश्यकता की सभी चीजें मौजूद है . ऑक्सफैम की एक रिपोर्ट को देखें तो पता चलता है कि हिंदुस्तान की 10 प्रतिशत जनसंख्या के पास 77% संपत्ति है . बाकि के 90 प्रतिशत लोग मात्र 23% संपत्ति में गुजर-बसर करने को विवश है . आखिर ये 10 प्रतिशत अमीर घर के 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं बच्चे भी बड़े होकर अमीर क्यों बने रहते हैं . वो 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं क्यों एक अच्छा बिजनेसमैन और 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं अच्छा निवेशक बन जाते हैं?
अमीर पैरेंट्स अपने बच्चे को शुरु से देते हैं ट्रेनिंगध्यान रहे हमारे कहने का मतलब ये 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं नहीं है कि बाकि की 90% जनसंख्या वाले लोगों में से कोई अमीर नहीं बनता! वो लोग भी अमीर बनते हैं लेकिन उनकी संख्या बहुत कम होती है . अमीर लोग अपने बच्चे को उसके बचपन से ही मनी मैनेजमेंट के बारे में सिखाते हैं . ताकि उन्हें 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं कम उम्र से ही पैसा कमाने, सेविंग करने और ठीक स्थान पर निवेश करने के बारे में पता चल सके .
आमतौर पर जो मिडिल इनकम वाले पैरेंट्स होते हैं, जिनकी थोड़ी अच्छी कमाई होती है वो अपने बच्चों को पॉकेट मनी देते हैं . यदि वो पॉकेट मनी के साथ उसे बेसिक ट्रेनिंग भी दें तो ये उनके बच्चे के भविष्य के लिए काफी अच्छा होगा .
जानिए भारत में ज़्यादातर स्टार्टअप क्यों बंद हो जाते हैं
भारत में लोग दिन प्रतिदिन नए स्टार्टअप आइडियाज लेकर आ रहे हैं। हर कोई स्टार्टअप करना चाहता है, 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं हर कोई अपने स्टार्टअप को बड़ा बनाकर करोड़ों कमाना चाहता है। लेकिन, कड़वी सच्चाई यह है कि यह इतना आसान नहीं है जितना नज़र आता है। 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारत में 90 प्रतिशत स्टार्टअप्स असफल होकर बंद हो जाते हैं | सिर्फ 10 में एक स्टार्टअप ऐसा होता है जिसे सफल कह सकते हैं। ऐसे में सवाल यह है कि ज़्यादातर स्टार्टअप असफल क्यों हो जाते हैं? NASSCOM की रिपोर्ट के मुताबिक सफल स्टार्टअप के 55 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं फीसदी फाउंडर ने अपनी कंपनी बंद होने के बाद नई नौकरी ज्वाइन कर ली। ये फाउंडर अपनी कंपनी चलाने में तो कामयाब नहीं रहे लेकिन इसकी बदौलत इन्होने नई नौकरी में बहुत ऊंचे मुकाम को पाया। इस मामले में भारत विश्व में तीसरे स्थान पर है। किसी सफल कारोबारी को देखकर हम किसी भी कारोबार को शुरू करने से पहले उसमें सिर्फ अच्छी चीज़ें ही देखते हैं, जबकि बिज़नेस (Business) 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं को शुरू करने के बाद ही उसकी सभी चुनौतियां और कमियां पता चलती हैं। आज के इस लेख में हम आपको 3 ऐसे प्रमुख कारण बताएंगे जिनकी वजह से ज़्यादातर स्टार्टअप बिज़नेस भारत में फेल होते हैं।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 183