डीमैट अकाउंट की पूरी जानकारी | Demat Account in Hindi
What is Demat Account in Hindi – डीमैट खाता क्या हैं? इसके फायदें क्या हैं? इसको कहाँ और कैसे खुलवाएँ इसकी पूरी जानकारी के लिए इस पोस्ट को जरूर पढ़े. शेयर बाज़ार में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट का होना जरूरी होता हैं.
डीमैट अकाउंट क्या हैं | What is Demat Account in Hindi
शेयरों को ख़रीदने, बेचने और इलेक्ट्रानिक्स रूप में रखने की सुविधा Demat Account द्वारा मिलती हैं. किसी भी तरह के शेयरों के लेनदेन के लिए Share Holder के पास डीमैट अकाउंट का होना आवश्यक हैं.
जब कोई कंपनी बोनस या राइट शेयर जारी करती हैं तो ये शेयर भी सीधे शेयर होल्डर के डीमैट अकाउंट में आ जाते हैं. आईपीओ ( IPO ) में शेयरों के आवेदन के लिए भी डीमैट खाते की आवश्यकता होती हैं.
जब हम डीमैट अकाउंट खुलवाते हैं तब हमें शेयर खरीदने और बेचने की जानकारी के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी दी जाती हैं. जब डीमैट अकाउंट खुल जाता हैं तब आपको एक ‘User ID‘ और ‘Password‘ दिया जाता हैं जिसके द्वारा आप ऑनलाइन अपने डीमैट अकाउंट में लॉग इन करके शेयर को ख़रीद और बेच सकते हैं. यह बहुत ही आसान होता हैं.
डीमैट खाते की फायदें | Advantages of Demat Account
- निवेशक को दिया जाने वाला बोनस या राईट शेयर को तुरंत उनके खाते में जमा कर दिया जाता हैं.
- चोरी होने, खराब होने, गम होने का कोई डर नहीं रहता हैं. डीमैट अकाउंट होने की वजह से शेयरों की खरीद-बिक्री में धोखा होने की सम्भावना समाप्त हो जाती हैं और यह सुविधाजनक हैं.
- डीमैट खाता रखने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको टिकट के लिए भुगतान नहीं करना पड़ता है क्योंकि ये इलेक्ट्रॉनिक रूप से संग्रहीत हैं जो लेनदेन लागत को कम कर देता है.
- डीमैट खातें का शेयर दुसरे को ट्रान्सफर कर सकते हैं.
- यह खाता दो व्यक्तियों के नाम से भी खुलवाया जा सकता हैं
डीमैट खाता कहाँ खुलवाएं | Where to open a Demat Account
डीमैट अकाउंट खुलवाने की सुविधा कई बैंकों और वित्तीय संस्थानों के द्वारा दिया जाता है. इसमें आपको यह देखना होता हैं शेयर की खरीदने और बेचने पर कौन सा बित्तीय संसथान कितना कमीशन लेता हैं. कुछ वित्तीय संस्थान Free Demat Account भी खोलते हैं पर वो बाद में शेयर खरीदने और बेचने पर अधिक कमीशन लेते हैं और कुछ वित्तीय संस्थान डीमैट अकाउंट खोलने के समय कुछ अमाउंट चार्ज करते हैं वहाँ पर शेयर खरीदने और बेचने पर कम कमीशन देना होता हैं. डीमैट अकाउंट के बारे में पूरी जानकारी 3-4 वित्तीय संस्थानों से ले और फिर जो आपको कम पैसे में ज्यादा सुविधा दे रहा हो वहाँ अपना खाता खुलवा सकते हैं.
नोट – मैंने अपना डीमैट अकाउंट HDFC Bank में खुलवाया हैं.सबसे पहले मैंने Saving Account खुलवाया था और बाद में जब मैं शेयर बाजार के बारे में अच्छी जानकारी ले ली तो मैंने HDFC Bank में अपना Demat Account खुलवाया. इसमें कई तरह के प्लान होते हैं उन्हें अच्छे तरीके से समझे. दो-तीन वित्तीय संस्थानों के प्लान की तुलना करे और फिर जो आपको बेहतर लगे उसमे अपना अकाउंट खुलवाए.
डीमैट खाता कैसे खुलवाएं | How to open a Demat Account
जब आप यह कन्फर्म कर ले कि इस वित्तीय संस्थान में डीमैट अकाउंट खुलवाना हैं तो आप उसके वेबसाइट पर जाकर या कस्टमर केयर पर कॉल करके खाता खुलवाने में कौन सा डॉक्यूमेंट और क्या-क्या लगेगा इसकी पूरी जानकारी ले सकते हैं और डीमैट खाता खुलवाने के लिए उन्हें अपने घर या ऑफिस में बुला सकते हैं. आप उस वित्तीय संस्थान पर जाकर भी खाता खुलवा सकते हैं.
नोट – Demat Account खुलवाने के बाद उनसे डेमो जरूर ले कि किस तरह शेयर खरीदा या शेयर को बेचा जाता हैं और अन्य जानकारी भी ले. जल्दबाजी में कभी भी निवेश न करें. पहले जरूरी जानकारी ले फिर निवेश करें.
Demat Account क्या है? Demat Account Kaise Khole
इस लेख के माध्यम से हम आपको समझाएंगे कि यह Demat Account क्या है? Demat Account Kaise Khole? और Stock Market के महत्वपूर्ण बातो पर भी नजर डालेंगे। स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह है जहां हर किसी को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने की आवश्यकता होती है, भले ही सैद्धांतिक ज्ञान कितना भी हो। ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक और उचित है। लेकिन व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करना और स्वयं के अनुभव से सीखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
इससे पहले कि आप शेयरों में निवेश करना शुरू करें, Demat एक महत्वपूर्ण खाता है जिसे आपको स्थापित करने की आवश्यकता है। जी हाँ, आपने सही अनुमान लगाया – Demat Account Kaise Khole। SEBI के नियमों के अनुसार, Stock Market में शुरुआत करने के लिए Demat account खोलना जरूरी है। मैं आपके जानकारी के लिए बता दू आज भारत में काफी तेजी से इसका प्रचलन बढ़ रहा है।
2018 में लगभग 40 लाख Demat(डीमैटरियलाइज्ड) खाते खोले गए । जिससे ऐसे खातों की कुल संख्या 3.48 करोड़ से अधिक हो गई । सितंबर 2019 के बाद से सबसे अधिक मासिक वृद्धि हुई जब 1.9 मिलियन खाते खोले गए। अकेले जनवरी 2021 में, 1.7 मिलियन नए डीमैट खाते जोड़े गए।
SHARE MARKET क्या है ? WHAT IS SHARE MARKET IN HINDI
Demat Account क्या है?
अब हम जानेंगे कि आम आदमी की भाषा में Demat Account वास्तव में है क्या ? एवं Demat Account Kaise khole ? यह बहुत हद तक बैंक खाते से मिलता-जुलता है। जहां एक बैंक खाते में आपका पैसा Electronics प्रारूप में होता है, वहीं एक Demat khate में शेयर/प्रतिभूतियां होती हैं। यह Electronic प्रारूप में शेयर रखने की सुविधा है।
डीपत्रों का उपयोग किए बिना शेयरों को स्थानांतरित करने और प्राप्त करने की अनुमति देता है। इस खाते के माध्यम से कोई भी शेयर या स्टॉक को शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता होल्ड या ट्रांसफर कर सकता है।आसान भाषा में बोले तो यह खाते का एक Digital रूप है। Demat शब्द ‘डीमैटरियलाइज्ड’ का संक्षिप्त रूप है। एक Demat Account आपको वास्तविक भौतिक शेयर प्रमाणपत्रों का उपयोग किए बिना शेयरों को स्थानांतरित करने और प्राप्त करने की अनुमति देता है।
सबसे अच्छा Demat Account का चयन कैसे करें?
भारत में इक्विटी बाजारों में निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट खाता होना सबसे महत्वपूर्ण है। बिना दमत कहते के आप स्टॉक मार्किट नहीं कर सकते है , हालांकि, आपको अपने डीमैट खाते को किसी साधारण अकाउंट नहीं समझना चाहिए।
लेकिन, सबसे अच्छा विकल्प चुनने के लिए हमे बहुत ही अच्छे से जानकारी इक्कठी करनी होती है । डीमैट खात को खोलने के लिए, आपको एक डिपॉजिटरी चुननी होगी जो आपके लिए शेयर एक्सचेंजों में व्यापार करने के लिए सबसे बढ़िया हो। इस प्रकार, निवेश शेयरों में अपनी शुयह यात्राशुरू करने के लिए आपको ट्रेडिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ डीमैट खाते का चयन करना होगा।
वैसे मार्किट में बहुत Demat Account Holders है । लेकिन Zerodha एक बहुत ही बढ़िया विकल्प हो सकता है। क्योकि मैंने खुद Zerodha में ही अपना दमत अकाउंट ओपन किया है । Open Demat Account for Free
Online Demat Account कैसे खोलें? Demat Account Kaise Khole
निवेश तथा ट्रेडिंग के लिए Demat Account होना जरूरी है। आइए इस लेख के माध्यम से जानें कि Demat Account kaise Khole
आजकल बहुत से लोग ये जानने के लिए इक्क्षुक होते हैं, की भारत शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता में शेयर बाजार का व्यापार कैसे करें। मैं आपकी जानकारी के लिए बता दू इसकी शुरुआत 3 चीजों से होती है – एक डीमैट खाता, एक बैंक खाता और एक ट्रेडिंग खाता ।
Demat and Trading Account | Demat Account Kaise kholte hain
मैं अभी आपको एक और खता जिसे Treding Account कहा जाता है जो की आपके डीमैट खाते और बैंक खाते के बीच एक Mediater का काम करता है। जो आपको बाजार में वास्तव में खरीदने तथा बेचने की Permission देता है। जब हम Demat अकाउंट खोल रहे होते है तो उस समय हमरे लिए ये आवश्यक होता है ।
Demat and Trading Account के बीच एक छोटी सी अंतर है। जैसा की हम जानते है की Demat Account का इस्तेमाल शेयरों को रखने और शेयरों की खरीद-बिक्री के रिकॉर्ड के लिए किया जाता है। वही दूसरी तरफ , Treding Account व्यक्ति को वास्तव में आसानी से खरीद या बिक्री तथा लेनदेन करने में सक्षम बनाता है। इन दोनों खातों को खोलते ही , आप निवेशक आसानी से अपनी जरूरत और सुविधा के अनुसार निवेश और व्यापार के साथ शुरुआत कर सकते हैं।
Demat Account खोलना आमतौर पर बहुत ही सरल है। बस आपको एक Demat Account खोलने का फॉर्म भरना होता है, फिर आवश्यक संपर्क से सबंधित विवरण दर्ज करना होता है ,उसके बाद आवश्यक दस्तावेजो को अपलोड करके और कुछ आवश्यक विवरण भरना होता है। एक बार ई-सत्यापन की ये प्रक्रिया पूर्ण हो जाये , फिर ग्राहक व्यापार और निवेश शुरू करने के लिए तैयार हो जाते है ।
Demat Account खोलने के Steps( Demat Account Kaise Khole ) :
1. Demat Account Opening Form भरना
4. नीचे दिए गए Documents की एक फोटो या स्कैन कॉपी अपलोड करें। और है ये स्कैन कॉपी Max. 4 MB चाहिए।
a. स्थायी खाता संख्या (पैन) कार्ड
c. निवास प्रमाण पत्र
d. रद्द और हस्ताक्षरित चेक,
f. बैंक स्टेटमेंट
10. Client E-sign
11. व्यक्तिगत सत्यापन (आईपीवी)
चलते चलते
तो दोस्तों आप अपनी राय जरूर दे की आपको ये शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता लेख आपको कैसा लगा। जैसा की हमने इस लेख के माध्यम से जाना की Demat Account क्या है? Onlline Demat Account kaise khole सकते है।
और हाँ दोस्तों अगर आपको ऐसे ही स्टॉक मार्किट और इन्वेस्टमेंट के बारे में ऐसेही और भी जानकारिया लेनी है। तो हमारे वेबसाइट पर से सारी जानकारिया ले सकते है।
तो चलिए दोस्त मिलते है एक और नयी जानकरी को लेकर जो की आपको बिज़नेस, इन्वेस्टमेंट और स्टॉक मार्किट में शुरुवात करने में मदद करेगी। इस लेख को पुरे अंत तक पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद !!
क्या आप अपने शेयरों को एक डीमैट से दूसरे डीमैट में ट्रांसफर करना चाहते हैं? | DEMAT TRANSFER
Demat Transfer – शेयर बाज़ार में पैसा लगाने के लिए डीमैट अकाउंट होना बहुत जरूरी है। आप डीमैट खाते के बिना कोई भी शेयर खरीद या व्यापार नहीं कर सकते। डीमैट खाते के माध्यम से व्यापार करना बैंक खाते के माध्यम से लेनदेन करने जैसा है। फर्क सिर्फ इतना है कि आप पैसे के बजाय डीमैट खाते के जरिए शेयर ट्रांसफर करते हैं।
डीमैट के साथ सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि आप एक से अधिक खाते खोल सकते हैं और अपने शेयर या होल्डिंग को अलग-अलग डीमैट खातों में रख सकते हैं। लेकिन अगर आप अपने सभी शेयर एक खाते में ट्रांसफर करना चाहते हैं तो आपके पास वह विकल्प भी है।
अगर आप अपना डीमैट अकाउंट ट्रांसफर करना चाहते हैं तो नीचे क्लिक करें
IPO INVEST के मुताबिक, एक डीमैट खाते से दूसरे डीमैट खाते में शेयरों को स्थानांतरित करने का तरीका आसान है, हालांकि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। कभी-कभी एक साथ कई डीमैट खाते चलाने से उनके रखरखाव में समस्या आती है। कई लोग ब्रोकरेज राशि को बचाने के लिए शेयर ट्रांसफर भी करते हैं।
आप शेयरों को एक डीमैट खाते से दूसरे में स्थानांतरित करना चाह सकते हैं। ऐसा करने के कई कारण हो सकते हैं। उनमें से कुछ हैं:
डीमैट अकाउंट ट्रांसफर करने के कारण- Reasons to transfer Demat Account
1. आपके पास कई डीमैट खाते हो सकते हैं और आप सभी शेयरों को एक ही खाते में समेकित करना चाहेंगे।
2. यह बिल्कुल विपरीत हो सकता है: आप अलग-अलग खातों में शेयरों को अलग करना चाह सकते हैं। यह आमतौर पर सेवानिवृत्ति या बच्चों की शिक्षा या शादी जैसी लंबी अवधि की योजनाओं के लिए किया जाता है।
3. आप अपनी वर्तमान ब्रोकरेज राशि को बचाने के लिए अपने वर्तमान ब्रोकर से डिस्काउंट ब्रोकर में स्विच करना चाह सकते हैं।
4. आप अपनी ट्रेडिंग राशि को बढ़ाने के लिए दैनिक आधार पर अधिक रिपोर्ट और सुझाव प्राप्त करने के लिए एक पूर्ण सेवा दलाल के पास स्विच करना चाह सकते हैं।
शेयरों को एक डीमैट खाते से दूसरे में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया – How to do Demat transfer
हमें पहले भारत में दो राष्ट्रीय डिपॉजिटरी के आधार पर दो प्रकार के ट्रांसफर के बीच अंतर करना चाहिए: एनएसडीएल और सीडीएसएल।
1. इंट्रा-डिपॉजिटरी ट्रांसफर: अगर ट्रांसफर डिपॉजिटरी के भीतर ही होता है, तो इसे इंट्रा-डिपॉजिटरी ट्रांसफर कहा जाता है।
2. इंटर-डिपॉजिटरी ट्रांसफर: यह तब मान्य होता है जब ट्रांसफर एक डिपॉजिटरी से दूसरे डिपॉजिटरी में होता है।
सभी शेयरों को या तो मैन्युअल रूप से या ऑनलाइन स्थानांतरित किया जा सकता है।
मैनुअल प्रक्रिया – Manual Process to Transfer shares from One Demat Account to another Demat Account
मैनुअल प्रक्रिया के लिए, आपको अपने ब्रोकर से डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप (डीआईएस) प्राप्त करनी होगी। डीआईएस में कुछ अनिवार्य फ़ील्ड हैं जिन्हें शेयरों के हस्तांतरण के लिए भरा जाना चाहिए।
1. लाभार्थी स्वामी आईडी (बीओ आईडी) : यह ब्रोकर की 16 अंकों की आईडी है। स्लिप में आपको मौजूदा और नए दोनों ब्रोकरों की आईडी देनी होगी।
2. अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभूति पहचान संख्या (आईएसआईएन) : डीमैट खाते में आपके प्रत्येक शेयर की पहचान करने के लिए यह एक विशिष्ट आईडी संख्या है। इस संख्या का स्पष्ट रूप से उल्लेख करने की आवश्यकता है कि किन शेयरों को वास्तव में स्थानांतरित किया जाना है।
3. ट्रांसफर का तरीका: अगर ट्रांसफर इंट्रा-डिपॉजिटरी होता है, तो आपको ‘ऑफ मार्केट ट्रांसफर’ विकल्प चुनना होगा। अन्यथा, यह ‘इंटर-डिपॉजिटरी ट्रांसफर’ होगा।
एक बार जब आप शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता फॉर्म में उपर्युक्त सभी फ़ील्ड को स्पष्ट रूप से भर देते हैं, तो आपको फॉर्म के नीचे अपना हस्ताक्षर करना होगा। हस्ताक्षर डीपी के डेटाबेस में दिए गए हस्ताक्षर से बिल्कुल मेल खाना चाहिए। इसके बाद, आपको इसे मौजूदा ब्रोकर के पास जमा करना होगा। आपको यह तय करने में एक या दो दिन लग सकते हैं कि कौन से शेयर नए डीमैट खाते में ट्रांसफर किए जाएँ।
ब्रोकर इस हस्तांतरण के लिए कुछ शुल्क लगा सकता है। राशि एक ब्रोकर से दूसरे ब्रोकर में भिन्न हो सकती है। हालाँकि, यदि आप डीमैट खाता बंद करते हैं, तो ब्रोकर कोई शुल्क नहीं ले सकता है।
ऑनलाइन प्रक्रिया:- Online Process to Transfer shares from One Demat Account to another Demat Account
सीडीएसएल में एक डीमैट खाते से दूसरे डीमैट खाते में शेयरों को ऑनलाइन स्थानांतरित करने में आपकी मदद करने के लिए ईएएसआईईएसटी नामक एक सुविधा है। शुरू करने से पहले आपको इस वेबसाइट पर अपना पंजीकरण कराना होगा। प्रक्रिया निम्नलिखित में उल्लिखित है:
1. ‘रजिस्टर ऑनलाइन’ लिंक पर क्लिक करें
2. EASIEST विकल्प चुनें
3. विवरण भरें
4. एक प्रिंटआउट लें और डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) को दें।
5. डीपी इसे आगे केंद्रीय डिपॉजिटरी को भेजेगा, जो आपके विवरण को सत्यापित करेगा। आपको कुछ दिनों के भीतर अपने ईमेल में लॉगिन क्रेडेंशियल मिल जाएंगे।
6. लॉगिन करें और अपनी ब्रोकर सूची देखें। अब, आप अपने शेयरों को स्थानांतरित कर सकते हैं।
डीमैट खाता प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें–
शेयरों को स्थानांतरित करते समय कर के निहितार्थ:
शेयरों को एक ही व्यक्ति या अलग-अलग व्यक्तियों के विभिन्न डीमैट खातों में स्थानांतरित किया जा सकता है। एक ही व्यक्ति को शेयरों के हस्तांतरण के मामले में, कोई अतिरिक्त कर देयता नहीं होगी।
ध्यान दें कि पूंजीगत लाभ कर की गणना स्टॉक की खरीद की प्रारंभिक तिथि से की जाएगी। स्थानांतरण की तारीख इसे प्रभावित नहीं करेगी।
मान लीजिए आप अलग-अलग व्यक्तियों के खाते में शेयर ट्रांसफर करते हैं। आपको इस तरह के तबादलों का कारण स्पष्ट रूप से बताना होगा। यदि स्थानांतरण उपहार विलेख के माध्यम से समर्थित है और सीमा से अधिक नहीं है, तो कोई अतिरिक्त कर देयता नहीं होगी। यहाँ टैक्स देनदारी मूल खरीद की तारीख से होगी। इसका पता ऑडिट ट्रेल से लगाया जा सकता है।
यदि आप उन शेयरों को स्थानांतरित करते हैं जो आपको शुरू में डीमैट हस्तांतरण के माध्यम से प्राप्त हुए हैं, तो आप पूंजीगत लाभ कर के लिए उत्तरदायी होंगे।
क्या आप अपने शेयरों को एक डीमैट से दूसरे डीमैट में ट्रांसफर करना चाहते हैं? | DEMAT TRANSFER
Demat Transfer – शेयर बाज़ार में पैसा लगाने के लिए डीमैट अकाउंट होना बहुत जरूरी है। आप डीमैट खाते के बिना कोई भी शेयर खरीद या व्यापार नहीं कर सकते। डीमैट खाते के माध्यम से व्यापार करना बैंक खाते के माध्यम से लेनदेन करने जैसा है। फर्क सिर्फ इतना है कि आप पैसे के बजाय डीमैट खाते के जरिए शेयर ट्रांसफर करते हैं।
डीमैट के साथ सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि आप एक से अधिक खाते खोल सकते हैं और अपने शेयर या होल्डिंग को अलग-अलग डीमैट खातों में रख सकते हैं। लेकिन अगर आप अपने सभी शेयर एक खाते में ट्रांसफर करना चाहते हैं तो आपके पास वह विकल्प भी है।
अगर आप अपना डीमैट अकाउंट ट्रांसफर करना चाहते हैं तो नीचे क्लिक करें
IPO INVEST के मुताबिक, एक डीमैट खाते से दूसरे डीमैट खाते में शेयरों को स्थानांतरित करने का तरीका आसान है, हालांकि इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। कभी-कभी एक साथ कई डीमैट खाते चलाने से उनके रखरखाव में समस्या आती है। कई लोग ब्रोकरेज राशि को बचाने के लिए शेयर ट्रांसफर भी करते हैं।
आप शेयरों को एक डीमैट खाते से दूसरे में स्थानांतरित करना चाह सकते हैं। ऐसा करने के कई कारण हो सकते हैं। उनमें से कुछ हैं:
डीमैट अकाउंट ट्रांसफर करने के कारण- Reasons to transfer Demat Account
1. आपके पास कई डीमैट खाते हो सकते हैं और आप सभी शेयरों को एक ही खाते में समेकित करना चाहेंगे।
2. यह बिल्कुल विपरीत हो सकता है: आप अलग-अलग खातों में शेयरों को अलग करना चाह सकते हैं। यह आमतौर पर सेवानिवृत्ति या बच्चों की शिक्षा या शादी जैसी लंबी अवधि की योजनाओं के लिए किया जाता है।
3. आप अपनी वर्तमान ब्रोकरेज राशि को बचाने के लिए अपने वर्तमान ब्रोकर से डिस्काउंट ब्रोकर में स्विच करना चाह सकते हैं।
4. आप अपनी ट्रेडिंग राशि को बढ़ाने के लिए दैनिक आधार पर अधिक रिपोर्ट और सुझाव प्राप्त करने के लिए एक पूर्ण सेवा दलाल के पास स्विच करना चाह सकते हैं।
शेयरों को एक डीमैट खाते से दूसरे में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया – How to do Demat transfer
हमें पहले भारत में दो राष्ट्रीय डिपॉजिटरी के आधार पर दो प्रकार के ट्रांसफर के बीच अंतर करना चाहिए: एनएसडीएल और सीडीएसएल।
1. इंट्रा-डिपॉजिटरी ट्रांसफर: अगर ट्रांसफर डिपॉजिटरी के भीतर ही होता है, तो इसे इंट्रा-डिपॉजिटरी ट्रांसफर कहा जाता है।
2. इंटर-डिपॉजिटरी ट्रांसफर: यह तब मान्य होता है जब ट्रांसफर एक डिपॉजिटरी से दूसरे डिपॉजिटरी में होता है।
सभी शेयरों को या तो मैन्युअल रूप से या ऑनलाइन स्थानांतरित किया जा सकता है।
मैनुअल प्रक्रिया – Manual Process to Transfer shares from One Demat Account to another Demat Account
मैनुअल प्रक्रिया के लिए, आपको अपने ब्रोकर से डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप (डीआईएस) प्राप्त करनी होगी। डीआईएस में कुछ अनिवार्य फ़ील्ड हैं जिन्हें शेयरों के हस्तांतरण के लिए भरा जाना चाहिए।
1. लाभार्थी स्वामी आईडी (बीओ आईडी) : यह ब्रोकर की 16 अंकों की आईडी है। स्लिप में आपको मौजूदा और नए दोनों ब्रोकरों की आईडी देनी होगी।
2. अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभूति पहचान संख्या (आईएसआईएन) : डीमैट खाते में आपके प्रत्येक शेयर की पहचान करने के लिए यह एक विशिष्ट आईडी संख्या है। इस संख्या का स्पष्ट रूप से उल्लेख करने की आवश्यकता है कि किन शेयरों को वास्तव में स्थानांतरित किया जाना है।
3. ट्रांसफर का तरीका: अगर ट्रांसफर इंट्रा-डिपॉजिटरी होता है, तो आपको ‘ऑफ मार्केट ट्रांसफर’ विकल्प चुनना होगा। अन्यथा, यह ‘इंटर-डिपॉजिटरी ट्रांसफर’ होगा।
एक बार जब आप फॉर्म में उपर्युक्त सभी फ़ील्ड को स्पष्ट रूप से भर देते हैं, तो आपको फॉर्म के नीचे अपना हस्ताक्षर करना होगा। हस्ताक्षर डीपी के डेटाबेस में दिए गए हस्ताक्षर से बिल्कुल मेल खाना चाहिए। इसके बाद, आपको इसे मौजूदा ब्रोकर के पास जमा करना होगा। आपको यह तय करने में एक या दो दिन लग सकते हैं कि कौन से शेयर नए डीमैट खाते में ट्रांसफर किए जाएँ।
ब्रोकर इस हस्तांतरण के लिए कुछ शुल्क लगा सकता है। राशि एक ब्रोकर से दूसरे ब्रोकर में भिन्न हो सकती है। हालाँकि, यदि आप डीमैट खाता बंद करते हैं, तो ब्रोकर कोई शुल्क नहीं ले सकता है।
ऑनलाइन प्रक्रिया:- Online Process to Transfer shares from One Demat Account to another Demat Account
सीडीएसएल में एक डीमैट खाते से दूसरे डीमैट खाते में शेयरों को ऑनलाइन स्थानांतरित करने में आपकी मदद करने के लिए ईएएसआईईएसटी नामक एक सुविधा है। शुरू करने से पहले आपको इस वेबसाइट पर अपना पंजीकरण कराना होगा। प्रक्रिया निम्नलिखित में उल्लिखित है:
1. ‘रजिस्टर ऑनलाइन’ लिंक पर क्लिक करें
2. EASIEST विकल्प चुनें
3. विवरण भरें
4. एक प्रिंटआउट लें और डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) को दें।
5. डीपी इसे आगे केंद्रीय डिपॉजिटरी को भेजेगा, जो आपके विवरण को सत्यापित करेगा। आपको कुछ दिनों के भीतर अपने ईमेल में लॉगिन क्रेडेंशियल मिल जाएंगे।
6. लॉगिन करें और अपनी ब्रोकर सूची देखें। अब, आप अपने शेयरों को स्थानांतरित कर सकते हैं।
डीमैट खाता प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें–
शेयरों को स्थानांतरित करते समय कर के निहितार्थ:
शेयरों को एक ही व्यक्ति या अलग-अलग व्यक्तियों के विभिन्न डीमैट खातों में स्थानांतरित किया जा सकता है। एक ही व्यक्ति को शेयरों के हस्तांतरण के मामले में, कोई अतिरिक्त कर देयता नहीं होगी।
ध्यान दें कि पूंजीगत लाभ कर की गणना स्टॉक की खरीद की प्रारंभिक तिथि से की जाएगी। स्थानांतरण की तारीख इसे प्रभावित नहीं करेगी।
मान लीजिए आप अलग-अलग व्यक्तियों के खाते में शेयर ट्रांसफर करते हैं। आपको इस तरह के तबादलों का कारण स्पष्ट रूप से बताना होगा। यदि स्थानांतरण उपहार विलेख के माध्यम से समर्थित है और सीमा से अधिक नहीं है, तो कोई अतिरिक्त कर देयता नहीं होगी। यहाँ टैक्स देनदारी मूल खरीद की तारीख से होगी। इसका पता ऑडिट ट्रेल से लगाया जा सकता है।
यदि आप उन शेयरों को स्थानांतरित करते हैं जो आपको शुरू में डीमैट हस्तांतरण के माध्यम से प्राप्त हुए हैं, तो आप पूंजीगत लाभ कर के लिए उत्तरदायी होंगे।
शेयर मार्केट में पैसे कमाने की इच्छा है तो जान लें क्या होता है डीमैट अकाउंट (Demat Account)
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए डीमैट अकाउंट (Demat Account) खुलवाना जरूरी है. आपके पास सेविंग अकाउंट (Saving Account) है इसके बावजूद डीमैट अकाउंट क्यों खुलवाना जरूरी है. इसके अलावा और इसकी उपयोगिता क्या है. उन सभी बातों को सरल भाषा में समझने का प्रयास इस रिपोर्ट में करेंगे.
क्या है डीमैट अकाउंट - What is Demat Account
मान लीजिए कि आपके पास बचत खाता (Saving Account) है और उसमें आप आप अपना पैसा जमा करते हैं. वहीं डीमैट अकाउंट में आप पैसा नहीं जमा कर सकते. आप जो भी शेयर्स (Share) या बॉन्ड (Bomd) खरीदते हैं उसे ही डीमैट में जमा किया जाता है. डीमैट अकाउंट में शेयर्स जमा रहने की वजह से निवेशक इनकी खरीद-बिक्री तेजी से कर सकते हैं. गौरतलब है कि करीब 30 वर्ष पहले डीमैट की सुविधा नहीं थी, उस समय शेयर पेपर फॉर्म में निवेशकों के घर पर पहुंचाए जाते थे. डीमैट के आने के बाद शेयर को डीमैट में ट्रांसफर होने में 1 दिन समय लगता है. इस तरह से Demat Account आपके शेयर, बॉन्ड और म्यूचुअल फंड का हिसाब रखता है.
शेयरों की खरीद-बिक्री में डीमैट की भूमिका - Role of Demat in Share Trading
शेयर्स की खरीद-बिक्री में डीमैट अकाउंट की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है. किसी शेयर की खरीद होने के बाद शेयर का हिसाब एक डीमैट अकाउंट से हटाकर दूसरे डीमैट अकाउंट में जोड़ दिया जाता है. हालांकि बैंक अकाउंट के मुकाबले डीमैट अकाउंट की कार्यप्रणाली थोड़ी कठिन है. हर किसी को इस प्रक्रिया को समझने में दिक्कत होती है. बता दें कि शेयर्स की हैंडलिंग (Handling) और स्टोरेज (Storage) का हिसाब-किताब डिपॉजिटरी (Depository) करती है.
डिपॉजिटरी (Depository) के पास जमा होते हैं सभी शेयर्स
डिपॉजिटरी (Depository) के पास सभी कंपनियों के शेयर्स जमा होते हैं. डिपॉजिटरी कंपनी के जमा शेयरों को उसके खरीदारों के नाम पर डीमैट में दर्ज कर देती है. सौदा होने की स्थिति में डिपॉजिटरी लेन-देन करने वाले डीमैट अकाउंट के रिकॉर्ड में बदलाव करती है. शेयर बेचने वाले के डीमैट अकाउंट से उतने शेयर हटा दिए जाते हैं. वहीं खरीदने वाले ग्राहकों के डीमैट अकाउंट में उसे जोड़ दिया जाता है. भारत में फिलहाल दो डिपॉजिटरीज CDSL, NSDL काम कर रही हैं. दोनों ही डिपॉजिटरी में भारत सरकार की हिस्सेदारी है.
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