लेकिन तभी रमेश को एक फर्म से पता चलता है कि अमेरिकी व्यापारी अलेक्स को 7 करोड़ रुपयों की जरूरत है. अब रमेश और अलेक्स दोनों करेंसी स्वैप का एग्रीमेंट करते हैं जिसके तहत रमेश 7 करोड़ रुपये अलेक्स को दे देता है और अलेक्स 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर रमेश को. दोनों के द्वारा समझौते की राशि का मूल्य $1 =रु.70 की विनिमय दर के हिसाब से बराबर है.
विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर हुआ
मुंबई, 19 नवंबर (भाषा) देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट के रुख को पलटते हुए 11 नवंबर को समाप्त सप्ताह में यह 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह अगस्त 2021 के बाद सबसे तेज वृद्धि है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शनिवार को यह जानकारी दी।
हालांकि, मार्च के बाद से विदेशी मुद्रा भंडार में 110 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट आई है। वैश्विक अस्थिरता के बीच आरबीआई द्वारा रुपये को सहारा देने के चलते यह कमी हुई।
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, 11 नवंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर हो गया। चार नवंबर को यह 529.99 अरब डॉलर के स्तर पर था।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 11.8 अरब डॉलर बढ़कर 482.53 अरब डॉलर हो गईं।
विदेशी मुद्रा भंडार में आई 2 बिलियन डॉलर की गिरावट, RBI ने रुपये को बचाने के लिए बेचे डॉलर
Highlights कुल 2.238 बिलियन डॉलर कम हुआ विदेशी मुद्रा भंडार दुनिया की सभी मुद्राओं पर भारी पड़ा है अमेरिकी डॉलर भारतीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 80 रुपये प्रति डॉलर के स्तर तक पहुंची
नई दिल्ली: भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2 बिलियन डॉलर घट गया है। रुपये की गिरती कीमत को बचाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में डॉलर बेचे हैं। जिसकी वजह से देश का विदेशी मुद्रा भंडार कम हुआ है। आरबीआई रुपये की कीमत अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 80 रुपये प्रति डॉलर के नीचे रखना चाहता है। रुपये की स्थिरता को बनाए रखने के लिए यह एक ऐसा प्रयास है जिसे भारतीय केंद्रीय बैंक विदेशी मुद्रा या Forex अस्थिरता ने आवश्यक बताया है।
दो साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा देश का विदेशी मुद्रा भंडार
यूक्रेन संकट के बाद से भारत का विदेशी मुद्रा भंडार में $80 बिलियन से अधिक की कमी दर्ज हुई है. अकेले वर्तमान हफ्ते में $ 2 बिलियन से ज्यादा की गिरावट सामने आई है. इसकी मुख्य वजह डॉलर के भाव को 80 रुपए प्रति डॉलर से ऊपर जाने से रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से मुद्रा बाजार में डॉलर की बिकवाली को बताया जा रहा है. इसके साथ ही इसकी दूसरी वजह देश के चालू खाते के घाटा भी है, जिसकी वजह से देश का विदेशी मुद्रा रोकने में मदद नहीं मिल सकी. आरबीआई के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 9 सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार $ 2.234 बिलियन गिरकर $550.871 बिलियन ही रह गया है, जो एक सप्ताह पहले $553.105 बिलियन था. देश का विदेशी मुद्रा भंडार इस वक्त दो साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है.
करेंसी स्वैप किसे कहते हैं और इससे अर्थव्यवस्था को क्या फायदे होंगे?
करेंसी स्वैप का शाब्दिक अर्थ होता है मुद्रा की अदला बदली. जब दो देश/ कम्पनियाँ या दो व्यक्ति अपनी वित्तीय जरूरतों को बिना किसी वित्तीय नुकसान के पूरा करने के लिए आपस में अपने देशों की मुद्रा विदेशी मुद्रा या Forex अस्थिरता की अदला बदली करने का समझौता करते हैं तो कहा जाता है कि इन देशों में आपस में करेंसी स्वैप का समझौता किया है.
विनिमय दर की किसी भी अनिश्चित स्थिति से बचने के लिए दो व्यापारी या देश एक दूसरे के साथ करेंसी स्वैप का समझौता करते हैं.
विनिमय दर का अर्थ: विनिमय दर का अर्थ दो अलग अलग मुद्राओं की सापेक्ष कीमत है, अर्थात “ एक मुद्रा के सापेक्ष दूसरी मुद्रा का मूल्य”. वह बाजार जिसमें विभिन्न देशों की मुद्राओं का विनिमय होता है उसे विदेशी मुद्रा बाजार कहा जाता है.
विदेशी मुद्रा भंडार 12 करोड़ डॉलर घटकर 400 अरब डॉलर से नीचे पहुंचा
नई दिल्ली। देश का विदेशी मुद्रा भंडार नौ नवंबर को समाप्त सप्ताह में 12.12 करोड़ डॉलर घटकर 393.01 अरब डॉलर पर आ गया। इससे पहले दो नवंबर को समाप्त सप्ताह में यह लगातार पांचवीं साप्ताहिक गिरावट से उबरता हुआ 1.05 अरब डॉलर बढ़कर 393.13 अरब डॉलर रहा था। रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, नौ नवंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 10.32 करोड़ डॉलर घटकर 368.03 अरब डॉलर हो गया। स्वर्ण भंडार 20.89 अरब डॉलर पर स्थिर रहा। आलोच्य सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास आरक्षित निधि 1.16 करोड़ डॉलर घटकर 2.62 अरब डॉलर रह गई। विदेशी मुद्रा या Forex अस्थिरता इस दौरान विशेष आहरण अधिकार 64 लाख डॉलर की गिरावट के साथ 1.46 अरब डॉलर हो गया।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 462