“इसलिए, आरबीआई की वेबसाइट पर उन संस्थाओं की ‘अलर्ट सूची’ डालने का निर्णय लिया गया है जो न तो विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 (फेमा) के तहत विदेशी मुद्रा में सौदा करने के लिए अधिकृत हैं और न ही विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म संचालित करने के लिए अधिकृत हैं ।”
OctaFX पे सर्जिकल स्ट्राइक: ED ने अवैध ऑनलाइन क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? ट्रेडिंग के लिए OctaFX के बैंक खाते से 21.14 करोड़ रुपये फ्रीज किया
OctaFX News :- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने OctaFX और उससे संबंधित संस्थाओं के बैंक खाते की शेष राशि को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत अंतरराष्ट्रीय दलालों के माध्यम से अवैध ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार के मामले में 21.14 करोड़ की राशि को फ्रिज किया है। आज हम जानेंगे octafx legal or illegal in india, is octafx sebi registered is octafx legal in india 2022 octafx india office rbi approved forex broker in india, why octafx is not banned in india, octafx legal in india in hindi, is octafx copy trading legal in india
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क्या हैं मामला
भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को एक ‘अलर्ट लिस्ट’ जारी की थी जिसमें OctaFX सहित 34 संस्थाओं के नाम थे, जो देश में फॉरेक्स में डील करने और इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को संचालित करने के लिए अधिकृत नहीं हैं।
इससे पहले, ईडी ने फेमा के नियमों के अनुसार कई OctaFX India Private Ltd और इंटरनैशनल ब्रोकर्स के माध्यम से अवैध ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग, जैसे OctaFX ट्रेडिंग ऐप और वेबसाइट www.octafx.com के मामले में संबद्ध व्यवसायों की तलाशी ली थी।
अलर्ट सूची में अल्पारी, हॉटफोरेक्स और ओलंप ट्रेड भी शामिल थे। एक बयान में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कहा कि निवासी व्यक्ति FEMA के संदर्भ में केवल अधिकृत व्यक्तियों के साथ और अनुमत उद्देश्यों के लिए विदेशी मुद्रा लेनदेन कर सकते हैं।
क्यों है निशाने पर OctaFX ?
OctaFX का सोशल नेटवर्किंग साइटों पर भारी मार्केटिंग किया जाता है और अपने प्लेटफार्मों पर ग्राहकों को लाने के लिए रेफरल-आधारित प्रोत्साहन संरचनाओं का उपयोग करता है। यह पता चला है कि उपयोगकर्ताओं से पैसा इकट्ठा किया जाता है और नकली संगठनों के माध्यम से फ़नल किया जाता है, आमतौर पर यूपीआई या स्थानीय बैंक लेनदेन के माध्यम से।
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इन निवेशकों और उपयोगकर्ताओं के साथ धोखाधड़ी करने के बाद, एकत्रित नकदी को एक ही समय में कई ई-वॉलेट खातों जैसे कि नेटेलर, स्क्रिल, या नकली इकाई बैंक खातों में स्थानांतरित कर दिया गया था। इसके अलावा, इस ट्रेडिंग ऐप पर कपटपूर्ण राशि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा Zanmai Labs Pvt. Ltd. के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी और अन्य संपत्ति हासिल करने के लिए उपयोग किया गया था।
ज्ञात रहे Zanmai Labs Pvt. Ltd. भारतीय एक्सचेंज WazirX की पैरेंट कंपनी हैं !
Zanmai Labs Pvt. Ltd. वज़ीरक्स वॉलेट में भारतीय रुपये जमा करने के लिए बैंकिंग चैनल और एक पुल का काम करता है, जिसे बाद में Binance एक्सचेंज (केमैन द्वीप में स्थित एक क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज) में स्थानांतरित कर दिया जाता हैं !, जिसके परिणामस्वरूप क्रिप्टोकरेंसी के रूप में विदेशी कंपनियों को भारतीय नकदी का हस्तांतरण होता । ईडी ने एक बयान में कहा, “आगे की जांच जारी है।” (एएनआई)
OctaFX ट्रेड के लिए अनधिकृत
प्रवर्तन निदेशालय ने कहा
उक्त ऐप (OctaFX) और इसकी वेबसाइट को फॉरेक्स ट्रेडिंग में डील करने के लिए RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) द्वारा अधिकृत नहीं किया गया है। विदेशी मुद्रा व्यापार का संचालन और संचालन (मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज पर नहीं किया जा रहा है) अवैध है, और फेमा विनियमों का भी उल्लंघन करता है
यदि निवासी व्यक्ति फेमा के तहत अनुमत उद्देश्यों के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए विदेशी मुद्रा लेनदेन करते हैं तो फेमा के तहत कानूनी कार्रवाई होगी। यदि विदेशी मुद्रा लेनदेन इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ईटीपी) पर किए जाते हैं जो केंद्रीय बैंक द्वारा अधिकृत नहीं हैं, तो कानूनी कार्रवाई भी उत्तरदायी होगी। केंद्रीय क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? बैंक ने कहा कि उसे कुछ ईटीपी की प्राधिकरण स्थिति पर स्पष्टीकरण मांगने के संदर्भ प्राप्त हो रहे हैं।
एक बयान में, आरबीआई ने कहा,
“इसलिए, आरबीआई की वेबसाइट पर उन संस्थाओं की ‘अलर्ट सूची’ डालने का निर्णय लिया गया है जो न तो विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 (फेमा) के तहत विदेशी मुद्रा में सौदा करने के लिए अधिकृत हैं और न ही विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म संचालित करने के लिए अधिकृत हैं ।”
सूची में उन संस्थाओं के नाम भी शामिल हैं जो इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (रिज़र्व बैंक) निर्देश, 2018 के तहत विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए न तो अधिकृत हैं और न ही विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए ईटीपी के लिए अधिकृत हैं।
कौन से Apps Illegal हैं फोरेक्स ट्रेड के लिए ?
अन्य नाम जिन्हें लाल सूची में शामिल किया गया है, वे हैं फॉरेक्स4मनी, ईटोरो, एफएक्ससीएम, एनटीएस फॉरेक्स ट्रेडिंग, अर्बन फॉरेक्स और एक्सएम। बैंक ने कहा, “सूची में नहीं आने वाली इकाई को आरबीआई द्वारा अधिकृत नहीं माना जाना चाहिए।”
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“जनता के सदस्यों को एक बार फिर आगाह किया जाता है कि वे अनधिकृत ईटीपी पर विदेशी मुद्रा लेनदेन न करें या इस तरह के अनधिकृत लेनदेन के लिए धन जमा न करें/ ना भेजे ।”
सेबी के अनुसार फोरेक्स ट्रेडिंग किस प्लेटफार्म पे किया जाये ?
सेबी द्वारा अनुमोदित प्लेटफॉर्म्स जैसे एंजेल ब्रोकिंग , मोतीलाल ओसवाल , कार्वी, ज़ेरोधा और कोटक इत्यादि हैं !
क्या Octafx सेबी में पंजीकृत हैं ?
Absolutely not ! नियम के अनुसार एक भारतीय नागरिक केवल ब्रोकर प्लेटफॉर्म पर व्यापार कर सकता है जो सेबी और आरबीआई द्वारा अनुमोदित हैं और केवल INR जोड़े जैसे USDINR, JPYINR, EURINR में व्यापार कर सकते हैं।
Octafx legal or illegal in india ?
OctaFX भारत में अवैध हैं क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? इस पर ट्रेडिंग यूजर अपने रिस्क पर करता हैं ! उन प्लेटफार्मों पर व्यापार करना अवैध है जो सेबी या आरबीआई द्वारा अनुमोदित नहीं हैं। फेमा अधिनियम के तहत भारत में Non INR विदेशी मुद्रा पेअर का व्यापार करना अवैध है।
OctaFX के सीईओ कौन हैं?
Georgios D. Pantzis
क्या OctaFX हलाल है?
100% शरिया अनुपालन; सभी प्रकार के खातों के लिए उपलब्ध; आसान एक-क्लिक पंजीकरण; कोई दस्तावेज या अन्य पहचान प्रमाण की आवश्यकता नहीं है।
किसानों के लिए सबसे बड़ी खबर, बिना गारंटी मिलेगा लोन, 100 करोड़ देने का लक्ष्य
Agri Loan: अगर आप खुद किसान हैं या आपके घर पर खेती होती है तो इस खबर को जरूर पढ़ लीजिए. इस खबर को पढ़कर आप खुश हो जाएंगे. जी क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? हां, पीएम किसान निधि की किस्त (PM Kisan Samman Nidhi) का इंतजार क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? कर रहे किसानों के लिए 13वीं किस्त से पहले ही बड़ी खुशखबरी आई है. नई खुशखबरी के तहत अब किसी भी किसान का कोई काम पैसों की कमी में नहीं रुकेगा. दरअसल, एग्रीकल्चर टेक कंपनी ओरिगो कमोडिटीज (Origo Commodities) और फिनटेक कंपनी विवरीति कैपिटल (Vivriti Capital) के बीच करार हुआ है.
100 क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? करोड़ रुपये का लोन देने का लक्ष्य
दोनों कंपनियों के बीच हुए करार के तहत किसानों, एग्री ट्रेडर्स और किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) को बिना किसी गारंटी के दो करोड़ रुपये तक का लोन मिल सकेगा. Origo Commodities की तरफ से कहा गया कि कंपनी ने डिजिटल प्लेफॉर्म के जरिये मार्च, 2023 तक 100 करोड़ रुपये का लोन देने का लक्ष्य रखा है. गुरुग्राम बेस्ड ओरिगो कमोडिटीज (Origo Commodities) एग्री-फिनटेक कंपनी है. इसकी शुरुआत साल 2011 में हुई थी.
ग्राहक तलाश करने में भी मदद करेगी
ओरिगो कमोडिटी सप्लाई चेन, फसल कटाई के बाद प्रबंधन, ट्रेड और फाइनेंस उपलब्ध कराने से संबंधित काम करती है. कंपनी क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? के जीएस (कॉरपोरेट स्ट्रैटेजी) सान्या अग्रवाल ने बताया कि किसानों, ट्रेडर्स, किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) को बिना किसी गारंटी के लोन मुहैया कराने के क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? लिए विवरीति कैपिटल (Vivriti Capital) के साथ हाथ मिलाया गया है. इसके अलावा कंपनी किसानों और ट्रेडर्स को एग्री प्रोड्यूस के ग्राहक तलाश करने में भी क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? मदद करेगी.
उन्होंने बताया कि ओरिगो कमोडिटीज कृषि उपज की क्वालिटी की जांच क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? भी करेगी. किसानों को 16 से 17 प्रतिशत सालाना ब्याज पर लोन मुहैया क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? कराया जाएगा. आपको बता दें Origo कृषि उत्पादकों और बैंकों के बीच एक माध्यम के रूप में ईमंडी कैश प्लेटफॉर्म (eMandi Cash platform) का उपयोग करेगी.
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