स्माल सेविंग्स स्कीम में पोस्ट ऑफिस SSY सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली स्कीम है. (File)
पोस्ट ऑफिस के सुकन्या समृद्धि अकाउंट के बारे में जरूर जानिए ये 10 बातें
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। इंडिया पोस्ट या डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट, जो कि देश का पोस्टल सिस्टम है काफी सारी बचत योजनाओं की पेशकश करता है जिन पर अलग-अलग ब्याज दर उपलब्ध करवाई जाती है। सुकन्या समृद्धि एक ऐसी ही योजना है जिसका संचालन इंडिया पोस्ट करता है। देश के प्रमुख न्यूनतम और अधिकतम जमा बैंकों और पोस्ट ऑफिसेज में गर्ल चाइल्ड के नाम पर यह खाता खुलवाया जा सकता है।
सुकन्या समृद्ध स्कीम को जनवरी 2015 में लॉन्च किया गया था, जिस पर वर्तमान में 8.5 फीसद (सालाना) की दर से ब्याज दर मुहैया करवाई जा रही है। यह जानकारी इंडिया पोस्ट की आधिकारिक वेबसाइट indiapost.gov.in पर दर्ज है।
पीपीएफ खाता - प्रमुख विशेषताएं
पीपीएफ ब्याज दर
लोक भविष्य निधि पर ब्याज दर है7.1% (01.04.2020)
योजना अवधि
पीपीएफ योजना की अवधि हैपन्द्रह साल. खाते को प्रत्येक नवीनीकरण पर परिपक्वता के बाद 5 वर्षों तक भी जारी रखा जा सकता है, इसके अतिरिक्त, जमा किया जा सकता है या नहीं भी किया जा सकता है।
न्यूनतम और अधिकतम जमा
पीपीएफ खाते में जमा की जा सकने वाली न्यूनतम राशि हैINR 500 प्रति वर्ष जबकि अधिकतम राशि हैINR 1,50,000 प्रति वर्ष।
जमा किश्त
पीपीएफ खाते में प्रति वर्ष एक ही किस्त में या एक वर्ष में अधिकतम 12 किस्तों में पैसा निवेश किया जा सकता है।
जमा करने का तरीका
निवेश पीपीएफ में सरल और सुविधाजनक है। निवेश के कई तरीके हैं जिनमें नकद, चेक,डीडी, पीओ या ऑनलाइन फंड ट्रांसफर।
लोक भविष्य निधि योजना के लाभ
कुछ लाभों में शामिल हैं-
1. प्रभावी दीर्घकालिक निवेश विकल्प
15 साल की लॉक-इन अवधि के साथ, पब्लिक प्रोविडेंट फंड आपकी लंबी अवधि को पूरा करने के लिए एक आकर्षक निवेश हैवित्तीय लक्ष्यों. चूंकि ब्याज दर सालाना चक्रवृद्धि होती है, इसलिए रिटर्न की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक होता हैबैंक एफडी
2. पीपीएफ रिटर्न टैक्स-फ्री हैं
पीपीएफ रिटर्न अधिक होने का एक और कारण यह है कि पीपीएफ पर ब्याज और निकासी कर मुक्त है। इसके अलावा, जमा कर रहा हैघटाया ये टैक्स सेविंग में भी मदद करते हैं। इसलिए, यह योजना न केवल उच्च रिटर्न सुनिश्चित करती है बल्कि आपको टैक्स बचाने में भी सक्षम बनाती है।
3. सेवानिवृत्ति योजना में लाभकारी
कुछ विशेषताएं हैं जो इस निवेश विकल्प को के लिए फायदेमंद बनाती हैंसेवानिवृत्ति योजना. इनमें निवेश की लंबी अवधि, कर-मुक्त रिटर्न, सालाना चक्रवृद्धि ब्याज दरें, औरराजधानी सुरक्षा। इसलिए, पीपीएफ में निवेश की तलाश करने वालों के लिए अत्यधिक अनुशंसा की जाती हैजल्दी सेवानिवृत्ति योजना विकल्प।
सार्वजनिक भविष्य निधि कैलकुलेटर
इसका उपयोग करनापीपीएफ कैलकुलेटर रिटर्न का अनुमान न्यूनतम और अधिकतम जमा लगाना आपके निवेश की योजना बनाने में एक बड़ी मदद हो सकती है। उदाहरण के लिए, यदि आप पीपीएफ ब्याज दर के साथ प्रति माह INR 1, 000 का निवेश करते हैं 7.1% .
आइए देखें कि पीपीएफ कैलकुलेटर कैसे काम करता है:
तो, एक लंबी अवधि के सेवानिवृत्ति निवेश के बारे में सोच रहे हैं जो आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करता है? लोक भविष्य निधि के उपर्युक्त लाभों को देखें और एक बुद्धिमान निर्णय लें। अपना भविष्य सुरक्षित करें, PPF में करें निवेश!
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AMFI Registration No. 112358 | CIN: U74999MH2016PTC282153
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Sukanya Samriddhi Yojana: मंथली जमा करें 5000 रु, बच्ची के 21 साल होते ही मिलेंगे 25 लाख, इस रक्षाबंधन खोलें अकाउंट
स्माल सेविंग्स स्कीम में पोस्ट ऑफिस SSY सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली स्कीम है. (File)
Sukanya Samriddhi Yojana Scheme in Post Office: अगर आप भी अपनी बेटी के लिए निवेश की प्लानिंग कर रहे हैं तो पोस्ट ऑफिस की सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती है. SSY मोदी सरकार की बेटियों के नाम से शुरू की गई स्कीम है. इसमें बेटी के 21 साल होने पर मैच्योरिटी की रकम मिलती है. स्माल सेविंग्स स्कीम में यह सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली स्कीम है. यह स्कीम लंबी अवधि के निवेश को बढ़ावा देती है और बेटियों के नाम पर चल रही इस योजना में आपके पैसे 3 गुना बढ़ने की गारंटी है. ऐसे में इस रक्षाबंधन आप अपनी बच्ची को इस खास स्कीम का गिफ्ट दे सकते हैं, जिससे आगे फाइनेंस को लेकर उनकी मुश्किल कुछ हद तक दूर हो सके.
हाई न्यूनतम और अधिकतम जमा रिटर्न देने वाली स्कीम
सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज दर 7.6 फीसदी सालाना है. SSY में PPF, एफडी, एनएससी, आरडी, मंथली इनकम स्कीम या टाइम डिपॉजिट की तुलना में बेहतर ब्याज मिल रहा है. खास बात यह है कि योजना की मेच्योरिटी तो 21 साल है, लेकिन इसमें पैरेंट्स को 14 साल ही निवेश करना होता है. बाकी बचे साल के लिए ब्याज जुड़ता रहता है. इस योजना में आपकी ओर से जितना निवेश होगा, मेच्योरिटी पर रिटर्न 3 गुना मिलेगा. मौजूदा ब्याज दरों पर इस स्कीम के जरिए अधिकतम 64 लाख रुपये तक की रकम जुटाई जा सकती है.
अभी सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दरें 7.6 फीसदी तय की गई हैं.
इस योजना में अधिकतम 1.50 लाख रुपये सालाना जमा कर सकते हैं. जबकि मिनिमम 250 रुपये जमा करना जरूरी है.
अगर यह ब्याज दरें बरकरार रहती हैं और 14 साल तक आप हर महीने 5000 रुपये या 60 हजार सालाना निवेश करते हैं.
15 साल तक 60 हजार सालाना निवेश पर आपकी ओर से कुल योगदान 9 लाख रुपये का होगा.
इसके बाद अगले 6 साल तक इस रकम पर 7.6 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से रिटर्न मिलेगा.
21 साल यानी मेच्योरिटी पर यह रकम करीब 25,46,062 रुपये होगी.
अकाउंट खोलने के लिए क्या करें
सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट खोलने के लिए डाकघर जाकर फॉर्म लेना न्यूनतम और अधिकतम जमा होगा.
इसके लिए बेटी का बर्थ सार्टिफिकेट होना जरूरी है. बेटी की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए.
पैरेंट्स के आईडी प्रूफ की भी जरूरत होगी. जिसमें पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट कोई भी डॉक्यूमेंट्स लगा सकते हैं.
अभिभावकों को एड्रस प्रूफ के लिए भी डॉक्यूमेंट्स सब्मिट करने होंगे. इसमें भी ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, बिजली बिल या फिर राशन कार्ड मान्य है.
बैंक या पोस्ट ऑफिस से आपके डॉक्युमेंट्स का वेरिफिकेशन होने के बाद आपका अकाउंट खुल जाएगा.
अकाउंट न्यूनतम और अधिकतम जमा खुलने के बाद अकाउंट होल्डर को पासबुक भी दी जाती है.
2 से अधिक बच्ची का खाता खुलवाना है तो बर्थ सर्टिफिकेट के साथ-साथ एक हलफनामा देना भी जरूरी होगा.
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत निवेश आयकर कानून की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ लिया जा सकता है. अगर बेटी की उम्र 18 साल हो जाती है और उसे पढ़ाई या उसकी शादी के लिए पैसों की जरूरत है तो आप जमा राशि की 50 फीसदी तक राशि न्यूनतम और अधिकतम जमा निकाल सकते हैं. योजना में सालाना न्यूनतम 250 रुपये जमा किया जा सकता है.
पोस्ट ऑफिस की 9 सबसे फायदेमंद स्कीम, 7.60% तक मिलता है रिटर्न, टैक्स बचत का लाभ अलग से
छोटे हों या बड़े, हर तरह के निवेशकों के लिए पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट स्कीम चलाता है. इन योजनाओं में कम से कम रुपये जमा कर भी अच्छा-खासा रिटर्न पाया जा सकता है. सबसे बड़ी बात कि जमा राशि और मैच्योरिटी पर भी बहुत हद तक टैक्स की छूट मिलती है. बच्चे हों या जवान, या बुजुर्ग, हर तरह के लोगों का खयाल रखते हुए पोस्ट ऑफिस की डिपॉजिट स्कीम बनाई न्यूनतम और अधिकतम जमा गई है. यहां तक कि बेटियों के लिए भी स्कीम चलाई जाती है जो देश में सबसे ज्यादा प्रचलित है.
बात सबसे पहले सुकन्या समृद्धि योजना या SSY की. पोस्ट ऑफिस की इस डिपॉजिट स्कीम में सबसे ज्यादा 7.60 फीसदी का ब्याज मिलता है. इसमें एक साल में कम से कम 250 रुपये जमा करने होते हैं. पहले न्यूनतम राशि 1000 रुपये थी जिसे सरकार ने घटाकर 250 रुपये कर दी है. एक महीने या एक साल में आप जितना चाहें उतनी बार जमा कर सकते हैं. हालांकि एक साल में ज्यादा से ज्यादा 1.5 लाख रुपये ही जमा करने होंगे. परिवार में एक बच्ची के नाम एक ही खाता खुलेगा. परिवार में अधिक से अधिक दो बच्चियों का खाता खुल सकता है. बेटी की उम्र 10 साल हो, उससे पहले यह खाता खुलेगा. इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है.
सीनियर सिटीजन्स सेविंग अकाउंट
दूसरे नंबर पर सीनियर सिटीजन्स सेविंग अकाउंट या SCSA है जिसमें 7.40 फीसदी ब्याज मिलता है. इसमें न्यूनतम 1,000 रुपये और अधिकतम 15 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं. इस पॉलिसी की अवधि 5 साल की होती है जब यह पॉलिसी मैच्योर हो जाती है. इस पॉलिसी को लेने के लिए न्यूनतम उम्र सीमा 60 साल है. इस स्कीम में भी सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है. तीसरे न्यूनतम और अधिकतम जमा नंबर पर पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) है जिसमें 7.10 फीसदी ब्याज मिलता है. इसमें न्यूनतम 500 रुपये जमा करने होते हैं और एक साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं. इसकी अवधि 15 साल की होती है और इसका पूरा रिटर्न टैक्स फ्री होता है.
चौथे नंबर पर किसान विकास पत्र आता है जिसमें 6.90 फीसदी ब्याज मिलता है. इसमें न्यूनतम 1000 रुपये और अधिकतम की जमा की कोई सीमा नहीं है. किसान विकास पत्र (KVP) को 2.5 साल बाद भुनाया जा सकता है और इस पर टैक्स छूट की कोई गुंजाइश नहीं मिलती. पांचवें नंबर पर 5 साल का एनएससी (NSC) है जिसमें 6.80 फीसदी ब्याज मिलता है और न्यूनतम 1000 रुपये जमा करने होते हैं. अधिकतम जमा राशि की कोई सीमा नहीं है. इस पर कोई टीडीएस नहीं कटता और सेक्शन न्यूनतम और अधिकतम जमा 80C के अंतर्गत टैक्स छूट का लाभ मिलता है.
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम
छठे नंबर पर टाइम डिपॉजिट है जिसमें 5.5-6.7 फीसदी ब्याज मिलता है. पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपॉजिट स्कीम में न्यूनतम 1,000 रुपये और अधिकतम जमा की कोई सीमा नहीं है. यह स्कीम 1,2,3 और 5 साल की अवधि के लिए उपलब्ध है. 5 साल के टाइम डिपॉजिट पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है. सातवें नंबर पर पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (PO MIS) है जिसमें 6.60 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है. एमआईएस में न्यूनतम 1000 रुपये और सिंगल में अधिकतम 4.5 लाख और जॉइंट में 9 लाख रुपये जमा कर सकते हैं. 5 साल की न्यूनतम और अधिकतम जमा अवधि के बाद मंथली इनकम दी जाती है. इसमें टैक्स छूट का लाभ नहीं मिलता.
आठवें नंबर पर रेकरिंग डिपॉजिट है जिसमें 5.80 फीसदी ब्याज मिलता है. इस स्कीम में न्यूनतम 100 रुपये जमा कर सकते हैं. अधिकतम जमा राशि की कोई सीमा नहीं है. यह स्कीम 5 साल के लिए होती है और इसमें टैक्स छूट का प्रावधान नहीं है. नौवें नंबर पर सेविंग अकाउंट का स्थान है जिसमें पैसे जमा करने पर 4 फीसदा का ब्याज मिलता है. इस खाते को न्यूनतम 500 रुपये के साथ खोल सकते हैं. अधिकतम जमा की कोई सीमा नहीं है. जमा पैसे पर 10,000 रुपये के रिटर्न पर कोई टैक्स नहीं लगता. इसके बाद की कमाई पर टैक्स लगता है.
पीपीएफ से जुड़ी खास बातें
- न्यूनतम जमा 500 रुपये और एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम जमा 1.50 लाख रुपये
- अगर किसी नाबालिग के नाम पर खाता खोला जाता है तो अधिकतम जमा सीमा 1.50 लाख की राशि उसके स्वयं के खाते में जमा राशियों में शामिल होगी.
- एक वित्तीय वर्ष में 50 रुपये के गुणक में रकम जमा की जा सकती है. लेकिन इसकी अधिकतम सीमा 1.50 लाख रुपये है.
- खाता नकद / चेक द्वारा खोला जा सकता है और चेक के मामले में सरकार में खाता खाता खोलने की तारीख/खाते में बाद में जमा करने की तारीख होगी.
- जमा राशि आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत कटौती के लिए योग्य है.
- अगर एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 500 रुपये नहीं जमा किए गए तो पीपीएफ खाता बंद हो जाएगा. बंद खाते ऋण या निकासी सुविधाओं के लिए पात्र नहीं होते हैं.
- बंद खाते को जमाकर्ता द्वारा खाते की परिपक्वता से पहले रुपये की न्यूनतम सदस्यता जमा करके पुनर्जीवित किया जा सकता है.किसी बंद खाते को 500 रुपये प्लस 50 रुपये पेनाल्टी के तौर पर जमा करके खाते को फिर से पुनर्जीवित किया जा सकता है. यह पेनाल्टी 50 रुपये प्रति वर्ष के लिए होगी.
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