रु. 35 प्रति सर्टिफिकेट या 100 शेयर और भाग, जो भी अधिक हो और अकाउंट रिडेम्प्शन स्टेटमेंट के प्रति री-स्टेट के लिए रु. 25
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के फीस और शुल्क
शेयरों में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए डीमैट हलाल विकल्प ट्रेडिंग और ट्रेडिंग अकाउंट होना आवश्यक है. डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट का लाभ उठाने के लिए विशिष्ट फीस और शुल्क लागू होते हैं.
बजाज फाइनेंशियल सिक्योरिटीज़ के साथ डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए, आप उपलब्ध तीन सब्सक्रिप्शन पैक्स मेस से चुनकर साइन-अप कर सकते हैं, हर पैक एक अलग ब्रोकरेज दर प्रदान करता है.
बीएफएसएल से जुड़े सभी डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट शुल्कों के विवरण यहां दिए गए हैं:
शुल्क के प्रकार
प्रोफेशनल पैक
बजाज प्रिविलेज क्लब
वार्षिक सब्सक्रिप्शन शुल्क
दूसरे वर्ष से: रु. 431
इक्विटी/डेरिवेटिव ट्रांज़ैक्शन शुल्क (सब्सक्रिप्शन मॉडल के लिए शुल्कों की सूची)
ब्रोकरेज शुल्क के अलावा, आपके शेयर मार्केट ट्रांज़ैक्शन पर कुछ अन्य शुल्क भी लगाए जाते हैं, जो इस प्रकार हैं:
शुल्क के प्रकार
बीएसई - स्क्रिप ग्रुप के अनुसार हलाल विकल्प ट्रेडिंग शुल्क अलग-अलग होते हैं
बीएसई - स्क्रिप ग्रुप के अनुसार शुल्क अलग-अलग होते हैं
क्लियरिंग हलाल विकल्प ट्रेडिंग मेंबर के शुल्क
ब्रोकरेज ट्रांज़ैक्शन और सीएम शुल्क पर 18%
ब्रोकरेज, ट्रांज़ैक्शन और सीएम शुल्क पर 18%
खरीदने और बेचने पर रु. 100 प्रति लाख (0.1%)
सेल साइड पर रु. 25 प्रति लाख (0.025%)
टर्नओवर का 0.00010%
टर्नओवर का 0.00010%
शुल्क के प्रकार
एनएसई - 0.053% (प्रीमियम पर)
बीएसई - शून्य या ट्रेड वैल्यू का 0.05%
बीएसई - शून्य या ट्रेडेड मूल्य का 0.05%
Russia-Ukraine crisis: मॉस्को के शेयर बाजार में कारोबार ठप, निवेशकों की ट्रेडिंग पर लगी रोक
Russia-Ukraine crisis: रूस के यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई का असर भारत समेत दुनियाभर के शेयर बाजार में देखने को मिल रहा है। इस बिगड़ते हालात को देखते हुए हलाल विकल्प ट्रेडिंग रूस के मॉस्को एक्सचेंज ने सभी तरह की ट्रेडिंग को ठप कर दी है। मतलब ये हुआ कि रूस के शेयर बाजार में अगले आदेश तक किसी भी तरह की ट्रेडिंग नहीं होगी। ना तो शेयर खरीदे जा सकेंगे और ना ही बिकवाली हो सकेगी। वहीं, शेयर बाजार की दूसरे तरह की ट्रेडिंग यानी म्यूचुअल फंड आदि की भी गतिविधियों पर रोक रहेगी।
ऐसे काम होता है बाइनरी ट्रेडिंग में
बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो डूबता ही चला जाएगा।
शुरुआत में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।
कम से कम 3000 डॉलर का निवेश
अगर आपने यहां से थोड़ा हलाल विकल्प ट्रेडिंग सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल हलाल विकल्प ट्रेडिंग सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।
हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां आपने अपने कार्ड की डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।
केवल नाम और ईमेल आईडी से सेकंडों में बनेगा खाता
लोगों को इन ट्रेडिंग एप पर केवल अपना नाम और ईमेल आईडी देनी होती है, जिसके तुरंत बाद ही खाता बन जाता है। यह कंपनियां किसी भी तरह का पासवर्ड या एप को इंस्टॉल करने के बाद लॉगआउट का ऑप्शन भी नहीं देती हैं।
आजकल सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बाइनरी ट्रेडिंग कराने वाले एप का प्रचार जोर शोर से हो रहा है। यह मोबाइल एप लोगों को जल्द से जल्द पैसा कमाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में इनमें अगर आप निवेश करते हैं, तो फिर पैसा बढ़ने के बजाए डूबेगा।
करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा
कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (700 रुपये) के छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।
बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन हलाल विकल्प ट्रेडिंग कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।
Stock Market Muhurat Trading: मुहूर्त ट्रेडिंग में सेंसेक्स 525 अंक बढ़कर बंद, निफ्टी 17731 पर, टॉप गेनर्स में HDFC ट्विंस
Muhurat Trading: दिवाली का त्योहार शेयर बाजार और निवेशकों के लिए बेहद खास होता है.
Diwali Muhurat Trading 2022: दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग पर शेयर बाजार में रौनक रही है. आज के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में जोरदार खरीदारी देखने को मिल है. सेंसेक्स 500 अंकों से ज्यादा मजबूत हुआ है. जबकि निफ्टी 17750 के करीब बंद हुआ है. ट्रेडिंग में हर सेक्टर में खरीदारी देखने को मिली है. निफ्टी पर बैंक और फाइनेंशियल इंडेक्स करीब 1.5 फीसदी मजबूत हुए हैं. आईटी इंडेक्स भी 1 फीसदी के करीब चढ़ा है. जबकि ऑटो, मेटल और फार्मा इंडेक्स में करीब 1 फीसदी तेजी रही है. रियल्टी और अन्य हलाल विकल्प ट्रेडिंग इंडेक्स भी हरे निशान में बंद हुए हैं. सिर्फ एफएमसीजी इंडेक्स लाल निशान में बुद हुआ.
पिछले साल मुहूर्त ट्रेडिंग पर कैसा था बाजार
पिछले साल दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान शेयर बाजार में मजबूती देखने को मिली थी. सेंसेक्स में 300 अंकों से ज्यादा तेजी रही तो निफ्टी भी 17900 के पार निकलकर हलाल विकल्प ट्रेडिंग बंद हुआ था. सेंसेक्स में 307 अंकों की तेजी रही और यह 60079 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी भी 88 अंकों की तेजी के साथ 17917 के स्तर पर बंद हुआ. बैंक, आटो , फाइनेंशियल, एफएमसीजी, आईटी और रियल्टी शेयरों में अच्छी खरीदारी रही थी. मुहूर्त ट्रेडिंग पर M&M, ITC, BAJAJ-AUTO, LT, KOTAKBANK में सबसे ज्यादा तेजी रही.
Stock Market Outlook: 1 साल में निफ्टी तोड़ सकता है 21200 का लेवल, 2023 में ये 6 शेयर कर सकते हैं आउटपरफॉर्म
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वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (VDA) के लिए घोषित किए गए टैक्स कानूनों के हलाल विकल्प ट्रेडिंग पूरी तरह लागू होने में देर हो सकती है. एक रिपोर्ट के अनुसार, क्रिप्टो एक्सचेंजों BitBNS और CoinDCX पर ट्रेडिंग वॉल्यूम क्रमशः 37.4 प्रतिशत और 90.9 प्रतिशत कम हुई है. अप्रैल में VDA से प्रॉफिट पर 30 प्रतिशत का टैक्स लागू हुआ था. इसके बाद से क्रिप्टो ट्रेडर्स के लिए प्रॉफिट हासिल हलाल विकल्प ट्रेडिंग करना मुश्किल हो गया है. इस महीने से प्रत्येक क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर एक प्रतिशत का टैक्स कटने का मतलब है कि क्रिप्टोकरेंसीज की खरीद और डिपॉजिट पर एक प्रतिशत टैक्स चुकाना होगा, जिससे इनवेस्टर्स पर दबाव बढ़ गया है.
केंद्र सरकार का मानना है कि क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस पर एक प्रतिशत के TDS से इन ट्रांजैक्शंस को ट्रैक करना आसान हो जाएगा. यह TDS क्रिप्टोकरेंसीज के अलावा नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) और अन्य मेटावर्स एलिमेंट्स सहित VDA पर लगेगा. क्रिप्टो से जुड़ी कम्युनिटी ने इस अतिरिक्त वित्तीय भार को लेकर सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर की है. फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने हाल ही में कहा था कि क्रिप्टो से जुड़े कानून को लेकर जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने पिछले वर्ष क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन लगाने को कहा था. सरकार का कहना है कि वह इस सेगमेंट पर पूरी तरह रोक नहीं लगाएगी.
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