सबसे पहले पिज्‍जा की हुई थी खरीद

key Economic events in india 2022 (Jagran File Photo)

Jagran Trending: क्‍या हैं Cryptocurrencies और ये कैसे करते हैं काम? जानें इनमें निवेश के नफा-नुकसान

Jagran Trending Cryptocurrency क्‍या हैं और ये कैसे काम करते हैं इसके बारे में विस्‍तार से जानकारी दी जा रही है। इस आर्टिकल में हम आपको क्रिप्‍टोकरेंसी में निवेश की शुरुआत कैसे करें से लेकर इसके तमाम नफा-नुकसानों के बारे में विस्‍तार से बता रहे हैं।

नई दिल्‍ली, मनीश कुमार मिश्र। Cryptocurrencies के बारे में आजकल हर कोई बात करता नजर आता है। शेयर बाजार की तरह ही अब प्रमुख क्रिप्‍टोरेंसीज के रेट्स सुबह-सुबह आपको सुर्खियों में देखने को मिल रही होगी। आइए, आज हम इन्‍हीं क्रिप्‍टोकरेंसीज के बारे में विस्‍तार से समझते हैं। Cryptocurrencies क्‍या हैं, ये कैसे काम करते हैं और इनमें निवेश के क्‍या नफा-नुकसान हैं।

क्‍या हैं Cryptocurrencies?

क्रिप्‍टोकरेंसी वास्‍तव में ब्‍लॉकचेन टेक्‍नोलॉजी पर आधारित डिसेंट्रलाइज्‍ड डिजिटल मनी है और इसे क्रिप्‍टोग्राफी (Cryptography) से सुरक्षित किया गया है। अब आप जानना चाहेंगे कि यह Blockchain क्‍या है? आसान शब्‍दों में कहें तो क्रिप्‍टोकरेंसी के मामले में ब्‍लॉकचेन एक डिजिटल लेजर (बही-खाता) है, जिसके इस्‍तेमाल का अधिकार सिर्फ यूजर्स को होता है। यह लेजर कई तरह के एसेट्स के लेनदेन को रिकॉर्ड रखता है जिसमें पैसे, घर आदि जैसे एसेट्स शामिल होते हैं। ब्‍लॉकचेन का अधिकार यूजर्स के साथ साझा किया जाता है और खास बात यह है कि यहां उपलब्‍ध जानकारियां पूरी तरह पारदर्शी, तात्‍क‍ालिक और इतनी सुरक्षित होती हैं कि इसे यूजर्स क्‍या एडमिनिस्‍ट्रेटर भी इनमें किसी तरह का बदलाव नहीं कर सकते। अब सेंट्रलाइज्‍ड और डिसेंट्रलाइज्‍ड मनी का फर्क भी समझ लेते हैं। सेंट्रलाइज्‍ड मनी हमारे लिए रुपया है, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा गवर्न किया जाता है। डिसेंट्रलाइज्‍ड मनी को गवर्न करने वाला कोई नहीं होता और इसके मूल्‍य में गिरावट या तेजी को सुपरवाइज करने वाली कोई अथॉरिटी नहीं होती।

Cryptocurrency का इतिहास

1980 में 'ब्‍लाइंडिंग एल्‍गोरिदम' की खोज हुई थी और क्रिप्‍टोकरेंसी के मूल में यही रहा है। यह एल्‍गोरिदम सभी डिजिटल लेनदेन को सुरक्षित और अभेद्य रखने से बिटकॉइन की शुरुआत कैसे हुई संबंधित है। 2008 में लोगों के एक समूह ने आज के क्रिप्‍टो मार्केट की क्रिप्‍टोकरेंसी Bitcoin बनाया और इसके सिद्धांत भी तैयार किए। बिटकाइन बनाने वाले लोगों के समूह का छद्म नाम 'सातोशी नाकामोतो' था। 2009 में दुनिया में Bitcoin को लॉन्‍च किया गया था। हालांकि, मर्चेंट्स को भुगतान के लिए इसके इस्‍तेमाल में वर्षों लग गए और 2012 में WordPress के लिए भुगतान Bitcoin से किया जाने लगा।

अगर आप क्रिप्‍टोकरेंसीज की खरीद-बिक्री करना चाहते हैं तो सेंट्रल एक्‍सचेंजों, ब्रोकर्स या किसी ऐसे व्‍यक्ति से इसकी खरीदारी कर सकते हैं जिसके पास यह हो। इन्‍हीं माध्‍यमों से आप इनकी बिक्री भी कर सकते हैं। एक बार खरीदारी के बाद Cryptocurrency आपके डिजिट वॉलेट में आ जाता है। Digital Wallets भी दो तरह के होते हैं- हॉट एवं कोल्‍ड। हॉट डिजिटल वॉलेट इंटरनेट से जुड़ा होता है और आप आसानी से अपने वॉलेट में पड़े क्रिप्‍टोकरेंसी की खरीद-बिक्री कर सकते हैं। हालांकि, इसमें चोरी होने और धोखाधड़ी का खतरा होता है। कोल्‍ड स्‍टोरेज सुरक्षित तो होता है लेकिन लेनदेन आसान नहीं रहता।

Bitcoin के 10 साल: 15 पैसे का निवेश बन गया 4.68 लाख रुपये, ऐसे बढ़ता गया रिटर्न

Bitcoin के 10 साल: 15 पैसे का निवेश बन गया 4.68 लाख रुपये, ऐसे बढ़ता गया रिटर्न

जनवरी 2009 में जब नाकामोटो ने पहली बार इसकी माइनिंग की थी, तब 1 बिटकॉइन की कीमत 0.003 डॉलर थी, जो उस समय लगभग 15 पैसे के बराबर थी. लेकिन आज यह कीमत 6366 प्रति डॉलर पहुंच चुकी है, जो 468251.13 रुपये के बराबर है. (Reuters)

पूरी दुनिया में चर्चित हो चुकी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के 10 साल पूरे हो चुके हैं. 31 अक्टूबर 2008 के दिन इसके खोजकर्ता ने मेट्जडोड क्रिप्टोग्राफी मेलिंग लिस्ट में पहली बार बिटकॉइन व्हाइटपेपर सबमिट किया था. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, जनवरी 2009 में जब उन्होंने पहली बार इसकी माइनिंग की थी, तब 1 बिटकॉइन की कीमत 0.003 डॉलर थी, जो उस समय लगभग 15 पैसे के बराबर थी. लेकिन आज यह कीमत 6366 डॉलर पहुंच चुकी है, जो 468251.13 रुपये के बराबर है. यानी अपनी शुरुआत से अब तक बिटकॉइन ने रुपये के मोर्चे पर 3,12,167,233 फीसदी और डॉलर के लिहाज से 2,12,199,900 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की है.

कैसे होता है लेन-देन Bitcoin me transaction kaise hota hai

बिटकॉइन एक प्रकार बिटकॉइन की शुरुआत कैसे हुई बिटकॉइन की शुरुआत कैसे हुई की आभासी मुद्रा है। जिसका इस्तेमाल आप केवल online लेन-देन में ही कर सकते हैं। इस प्रकार होने वाले भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड के माध्यम से होने वाले भुगतान से बिलकुल अलग है।

भारत में केंद्रीय बैंक इस मुद्रा का समर्थन नहीं करता है इसलिए इस मुद्रा का विनिमय निजी तौर होता है। जिसे ‘माइनिंग’ नामक प्रक्रिया के माध्यम उत्पादित किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए एक विशेष किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है।

बिटकॉइन का लेन-देन एक ई-वॉलेट से दूसरे ई-वॉलेट के जरिये होता है। जो आपके निजी डेटाबेस में उपलब्ध होते हैं। बिटकॉइन का लेन-देन का रिकॉर्ड एक Public Account में रहता हैं, जिसे “Blockchain” कहते। हैं

बिटकॉइन के क्या फायदे हैं ? Bitcoin ke kya fayade hai

1. Bitcoin को आप किसी भी मुद्रा में खरीद सकते हैं।

2. Bitcoin का लेन-देन आप पूरी दुनिया में कहीं भी और कभी कर सकते हैं।

3. Bitcoin भेजने में शुल्क लगता हैं वो Debit card और Credit card के मुकाबले बहुत ही कम होता हैं।

4. Bitcoin ने साल 2020 में 302% रिटर्न दिया है। इस हिसाब से ये निवेश के लिए एक अच्छा साधन हो सकता है!

5. Bitcoin का मार्किट 24×7 खुला रहता है। जिसमे आप कभी भी निवेश कर सकते हैं।

Bitcoin kya hota hai Bitcoin kaise kaam karta hai

बिटकॉइन के क्या नुकसान हैं ? Bitcoin ke kya nuksan hai

1. Bitcoin को अभी भारत में पूरी तरह से authority नहीं मिली है। अगर किसी बिटकॉइन की शुरुआत कैसे हुई कारणवश आपका अकाउंट हैक हो जाता है, तो आप इसकी शिकायत कहीं नहीं कर सकते।

2. Bitcoin को भारत में पूर्ण authority नहीं मिलने के कारण ये कभी बैन भी हो सकता है।

3. Bitcoin मार्किट जिस स्पीड से ऊपर जाता है तो कभी उसी स्पीड से नीचे भी गिरता है। जो आपके लिए नुकसान साबित हो सकता है।

बिटकॉइन कहाँ से और कैसे खरीदें? Bitcoin kaise khareede

आप Bitcoin बहुत ही आसानी से खरीद सकते है। इसे आप भारतीय मुद्रा (रुपए) में भी खरीद सकते हैं। इस समय भारत में कुछ websites उपलब्ध हैं, जिनके जरिये आप बिटकॉइन खरीद सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आप को उन websites या App पर Register करना होता है। उसके बाद आपको websites या App के Wallet में रुपये Add करने होंगे। फिर आप Bitcoin की खरीददारी कर सकते हैं।

दोस्तों, आज की पोस्ट “Bitcoin Kya Hai” में आपने Bitcoin के बारे में जाना। आपने Bitcoin की समस्त जानकारी विस्तारित रूप में समझी। Bitcoin भारत में वैध है या अवैध है ये भी जाना। साथ ही ये भी जाना कि आप Bitcoin को कैसे और कहाँ से खरीद सकते है ? इसके अलावा Bitcoin kaise kaam karta hai? इसके क्या फायदे और नुकसान है ? आपको ये पोस्ट कैसी लगी हमें आपने विचार हमारे साथ अवश्य साझा करें।

क्या हमें बिटकॉइन में निवेश करना चाहिए |

क्या हमें bitcoin में निवेश करना चाहिए मैं आपको बता दूंगा की अगर हम बात करें निवेश की तो ग्राफ के हिसाब से तो आपको बिटकॉइन में निवेश करना चाहिए bitcoin से लोगों ने लाखों करोड़ों रुपए कमाई है ऐसे लोग हैं जो रातों-रात करोड़पति बने हैं बिटकॉइन की मदद से 2009 से लेकर अब तक bitcoin ने ताबड़तोड़ मचा रखी है मार्केट में बिटकॉइन का प्राइस ₹5000000 तक भी गया। इसलिए आपको Bitcoin निवेश करना चाहिए।

अगर देखा जाए तो bitcoin की कीमत यह हर किसी के बजट में नहीं होता खरीदना आज इसकी तकरीबन 32 लाख हो गई हैं और यही घटता बढ़ता रहता है । जो लोग इसमें निवेश करते हैं मैं बहुत मोटा पैसा बनाती है क्योंकि रिटर्नी है बहुत अच्छा देता है ।

बिटकॉइन कोन से देश की मुद्रा है |

बिटकॉइन को बनाने वाले जापान देश की नागरिक थे परंतु bitcoin को आमतौर पर किसी एक देश की करेंसी नहीं कहा जा सकता क्योंकि है पूरे वर्ल्ड में ऐसे लोग खरीद रहे हैं और सेल कर रहे हैं । इसीलिए इसको जापान की मुद्रा कहा जाता है इसका रीजन यह है कि जिसने इसको बनाया था जापान देश का नागरिक था काफी लोग जानना चाहते थे बिटकॉइन किस देश की मुद्रा है उनको पता चल गया होगा कि बैठक में किस देश की मुद्रा है और इसका कैसे निर्माण हुआ था और इसे किसने बनाया था।

हालांकि भारत में bitcoin जैसे क्रिप्टोकरंसी लीगल नहीं है कई देशों में तो क्रिप्टो करेंसी लेकिन माना गया है लेकिन वहीं भारत में सरकार का कोई पता नहीं है कि कब इसको बंद कर दे एक बार तो सरकार ने क्रिप्टोकरंसी हो रेगुलर करने के लिए विचार भी किए थे लेकिन वह पूरी तरह से सफल नहीं हो पाए कई देशों में यह पूरी तरह से बैन है |

भारत में बिटकॉइन का भविष्य |

भारत में बिटकॉइन की शुरुआत कैसे हुई bitcoin का भविष्य अगर हम एक्सपर्ट की मानें तो बिटकॉइन का विषय 2022 में थोड़ा स्थिर हो सकता है इसका रीजन है कि टिप टॉप मार्केट में बहुत गिरावट देखने को मिली है इसीलिए लोग क्रिप्टो को सेल ज्यादा कर रहे हैं भारत सरकार ने इस क्रिप्टो करेंसी हो रेगुलर करने की योजनाओं के बारे में भी विचार कर रही है । शायद आगे वाले दिनों में इसे रेगुलर भी जा सकता है ।

इसके लाभ निम्नलिखित हैं ।

  • एक डिजिटल करेंसी ।
  • इसमें धोखाधड़ी के चांस बहुत कम है
  • इसे खरीदने के लिए हमें किसी तक पार्टी की जरूरत नहीं है हम इसे सीधा खरीद सकते हैं।
  • इसके वॉलेट का इस्तेमाल करना बहुत सरल
  • सबसे बड़ा पहली बात तो यह है बिटकॉइन की शुरुआत कैसे हुई कि जब हम इसको खरीदते हैं तो हमें कोई फीस नहीं देनी पड़ती ।

इथेरियम के दाम भी 1200 डॉलर से नीचे खिसक चुके हैं और ये 1181.08 डॉलर के दाम पर मिल बिटकॉइन की शुरुआत कैसे हुई रही है. वहीं पिछले एक हफ्ते में इसमें 5.35 फीसदी की भारीभरकम गिरावट आ चुकी है.

अन्य ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी का हाल जानें

टीथर, USD Coin, बिनान्स USD, डॉजकॉइन, कारडनो, BNB और पॉलिगन के रेट आज अंतरराष्ट्रीय मार्केट में टूट रहे हैं.

भारत में क्या हैं क्रिप्टोकरेंसीज के रेट

देश में बिटकॉइन के रेट 1,383,892.92 रुपये पर हैं और इसके 1 घंटे, 1 दिन और 7 दिन के चार्ट में गिरावट ही देखी जा रही है. पिछले 7 दिनों में इसमें 2.63 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा चुकी है.

इथेरियम में आज 1 लाख रुपये से नीचे के स्तर देखे जा रहे हैं और भारत में ये 97,860.24 रुपये में बिक रही है. इसका 7 दिनों का लेवल देखा जाए तो इसमें 6.43 फीसदी की बड़ी कमजोरी के साथ कारोबार हुआ है.

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