अध्यक्ष - केन्द्र सरकार द्वारा नियुक्त

कड़ाके की ठंड के साथ मनेगा न्यू ईयर का जश्न। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

व्यापारी दिवस के रूप में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन

टिकैतनगर अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के बैनर तले 3 सितम्बर को कस्बा टिकैतनगर व्यापारी दिवस के रूप में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सतीश चंद्र शर्मा सम्मलित हुए।शनिवार को कस्बा टिकैतनगर स्थित रामलीला कार्यक्रम स्थल पर व्यापारियों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मलित हुए राज्यमंत्री सतीश शर्मा ने बड़े ही गर्म जोशी के साथ उपस्थित व्यापारियों का व्यापारियों के लिए परीक्षण अभिवादन किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि प्रदेश व केंद्र की सरकार आम जनता के साथ ही व्यापारियों के प्रति भी पूर्णतया जीरो टॉलरेंस की नीति रखती है। केंद्र की भाजपा सरकार ने व्यापारियों

के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए महीनो में होने वाले कामो को विभिन्न पोर्टलों के माध्यम से एक बार में ही ऑनलाइन आवेदन कर एनओसी प्राप्त करने की सुविधा भी शुरू की है। साथ ही वर्ष 2017 के पूर्व प्रदेश की पूर्व सरकारों ने व्यापारियों का बहुत बुरा हाल कर रखा था। कार्यक्रम के दौरान पूर्व प्रमुख पुरेडलाई दृगपाल सिंह, रूपेश सिंह, नगर चैयरमैन जगदीश गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष राजेश शर्मा, अध्यक्ष कृपाशंकर शुक्ला, विधानसभा प्रभारी सुनील गुप्ता, श्याम सुंदर कसेरा, सत्यप्रकाश गुप्ता, डॉ चन्दन राय, कोषाध्यक्ष मुन्ना राइन सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

पटरी व्यापारी व ठेले वालों के लिए जाएंगे नमूने, होली में बाहर से आने वालों की भी होगी जांच

गोरखपुर में पटरी व्यापारी व ठेले वालों की कोरोना जांच कराई जाएगी। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

गोरखपुर जिले में कोरोना का प्रकोप लगभग खत्म हो चुका है। यहां सक्रिय मामले केवल 232 रह गए हैं। ऐसे में संक्रमण कहीं शेष न रह जाए इसके लिए व्यापारियों व ठेले वालों की मौके पर ही एंटीजन किट से जांच कराई जाएगी।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण गोरखपुर जिले से लगभग समाप्त हो चुका है। लेकिन किसी भी समूह में संक्रमण शेष न रह जाए, इसके लिए लोगों की समूहों में जांच की जाएगी। सोमवार यानी आज से यह अभियान शुरू किया गया है। पहले चरण में पटरी व्यापारी व ठेले वालों के नमूने लिए जाएंगे।

भारत में निर्यात संवर्धन नीतियां

निर्यातोन्मुख इकाईयों के लिए भारत सरकार ने योजनाओं को उदार बनाया है। सरकार ने इसमें निर्यात प्रसंस्करण जोन, कृषि, बागवानी, कुक्कुट पालन, मछलीपालन और डेयरी को भी शामिल कर लिया है। निर्यातोन्मुख पूंजीगत वस्तु योजना (Export promotion capital goods schemes (EPCGS)) को रिय़ायती आयात शुल्क पर पूंजीगत वस्तुओं के आयात के लिए शुरु किया गया है।

निर्यातोन्मुख इकाईयों के लिए भारत सरकार ने योजनाओं को उदार बनाया है। सरकार ने इसमें निर्यात प्रसंस्करण जोन, कृषि, बागवानी, कुक्कुट पालन, मछलीपालन और डेयरी को भी शामिल कर लिया है। व्यापारियों के लिए परीक्षण निर्यातोन्मुख पूंजीगत वस्तु योजना (Export promotion capital goods schemes (EPCGS)) को रिय़ायती आयात शुल्क पर पूंजीगत वस्तुओं के आयात के लिए शुरु किया गया है। ईपीसीजीएस योजना के तहत, पूंजीगत वस्तुओं के ऐसे निर्यातकों को आगामी पांच वर्षों में आयात के चार गुना मूल्य की वस्तुओं का निर्यात करना होगा। एग्जिम बैंक और सेज की व्यापारियों के लिए परीक्षण स्थापना ने देश से निर्यात को बढ़ावा दिया है।

देह व्यापार से व्यापारियों के लिए परीक्षण किशोरियों को बचाने के लिए एक्स रे परीक्षण

Bhasha
Published on: September 28, 2016 14:49 IST

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sex trade

कोलकाता: वैश्यावृत्ति में किशोरियों के प्रवेश को रोकने की कोशिश के तहत यौन कर्मियों का एक संठगन देह व्यापार में शामिल होने वाली लड़कियों की उम्र का पता लगाने के लिए एक्स रे परीक्षण का इस्तेमाल एक उपकरण की तरह कर रहा है। यौन कर्मियों के संगठन दरबार महिला समन्वय समिति द्वारा देह व्यापार में ढकेली जा रही नाबालिग लड़कियों को रोकने के लिए समूचे पश्चिम बंगाल में एक्स रे का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस संगठन के 1.30 लाख सदस्य है। दरबार की वरिष्ठ अधिकारी महाश्वेता ने कहा, हम नहीं चाहते कि किशोरियां इस व्यापार में आए हैं। लेकिन दलाल और यहां तक कि गरीब परिवारों के अभिभावक लड़कियों को 18 वर्ष से ज्यादा का बताने की कोशिश करते हैं।

व्यापारियों के लिए परीक्षण

कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण(एपीडा) की स्थापना दिसंबर, 1985 में संसद द्वारा पारित कृषि और प्रसंस्कृत उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण अधिनियम के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा की गई।इस अधिनियम (1986 का 2) को भारत राजपत्रः असाधारण भाग - II [खण्ड 3 (II): 13.2.1986] द्वारा 13 फरवरी,1986 से लागू किया गया।प्राधिकरण ने प्रसंस्कृत निर्यात संवर्धन परिषद् (पीएफईपीसी) का स्थान लिया।

  • ● वित्तीय सहायता प्रदान कर या सर्वेक्षण तथा संभाव्यता अध्ययनों, संयुक्त उद्यमों के माध्यम से साम्या पूंजी लगाकर तथा अन्य राहतों व आर्थिक सहायता योजनाओं के द्वारा अनुसूचित उत्पादों के निर्यात से संबंद्ध उद्योगों का विकास करना;
  • ● निर्धारित शुल्क के भुगतान पर अनुसूचित उत्पादों के निर्यातकों के रूप में व्यक्तियोंका पंजीकरण करना;
  • ● निर्यात उद्देश्य के लिए अनुसूचित उत्पादों के लिए मानक और विनिर्देश तय करना ।

2 मॉनिटर किए गए उत्पाद

  • फल, सब्जी तथा उनके उत्पाद
  • मांस तथा मांस उत्पाद
  • कुक्कुट तथा कुक्कुट उत्पाद
  • डेरी उत्पाद
  • कन्फेक्शनरी, बिस्कुट तथा बेकरी उत्पाद
  • शहद, गुड़ तथा चीनी उत्पाद
  • कोको तथा उसके उत्पाद, सभी प्रकार के चौकलेट
  • मादक तथा गैर मादक पेय
  • अनाज तथा अनाज उत्पाद
  • गाउंडनट्स,मूंगफली और अखरोट
  • अचार, पापड़ और चटनी
  • ग्वार गम
  • पुष्पकृषि तथा पुष्पकृषि उत्पाद
  • जडी व्यापारियों के लिए परीक्षण बूटी तथा औषधीय पौधे
  • तेल रहित चावल भूसी
  • लवणजल में हरी मिर्च
  • काजू तथा उसके उत्पाद

एपीडा अधिनियम की दूसरी अनुसूची में व्यापारियों के लिए परीक्षण बासमती चावल को भी शामिल किया गया है।

इसके अतिरिक्त एपीडा को चीनी के आयात की निगरानी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है ।

3 एपीडा प्राधिकरण का संयोजन

  • 1. केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त एक अध्यक्ष।
  • 2. भारत सरकार का कृषि विपणन सलाहकार, पदेन;
  • 3. नीतिआयोग के प्रतिनिधि रूप में केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त सदस्य;
  • 4. दो लोकसभा द्वारा निर्वाचित और एक राज्य सभा द्वारा निर्वाचितसंसद के तीन सदस्य;
  • 5. केंद्रीय सरकार से क्रमशः द्वारा आठ सदस्यों को नियुक्त किया जाता है; केंद्र सरकार से संबंधित
    (क) कृषि एवं ग्रामीण विकास (ख) वाणिज्य (ग) वित्त (घ) उद्योग (ड.) खाद्य (च) नागरिक आपूर्ति (vi) Civil Supplies --> (छ) नागरिक विमानन (ज) शिपिंग एवं परिवहन
  • 6. राज्यों और संघशासित प्रदेशों के प्रतिनिधि के रूप में वर्णक्रम के अनुसार चक्रानुक्रम से पांच सदस्यों को केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है।
  • 7. प्रतिनिधि के रूप में केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त सात सदस्य हैंः-
    (क) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ख) राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (ग) राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (घ) केन्द्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान (ड.) भारतीय पैकेजिंग संस्थान (च) स्पाइसेसएक्स्पोर्ट प्रमोशन काउंसिल और (छ) काजू निर्यात संवर्धन परिषद

5 एपीडा की उपस्थिति

एपीडा ने भारत के लगभग सभी व्यापारियों के लिए परीक्षण कृषि संभावित राज्यों में अपनी उपस्थिति दर्ज की है और अपने प्रधान कार्यालय, 15 क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से कृषि-निर्यात समुदाय को सेवाएं प्रदान कर रहा है।

• मुंबई
• बेंगलुरु
• कोलकाता
• तेलंगाना
• गुवाहाटी
• अहमदाबाद
• वाराणसी
• चंडीगढ़
• भोपाल
• चेन्नई
• कोच्चि
• त्रिपुरा
• श्रीनगर
• जम्मू
• लद्दाख

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