विभिन्न एक्सचेंजों के अलग-अलग व्यापारिक विचार हैं। और कोई "यह सिंहावलोकन सबसे अच्छा है" -दृश्य नहीं है। आपको खुद यह निर्धारित करना चाहिए कि कौन सा व्यापारिक दृश्य जो आपको सबसे अच्छा लगता है। विचारों में आमतौर पर वे सभी ऑर्डर बुक या ऑर्डर बुक का कम से कम एक हिस्सा दिखाते हैं, चुने गए सीएफडी-अनुबंध और ऑर्डर इतिहास का एक मूल्य चार्ट के साथ । उनके पास आमतौर पर खरीदने और बेचने के विकल्प भी होते हैं। इससे पहले कि आप एक एक्सचेंज चुनें, ट्रेडिंग दृश्य पर एक नज़र डालने की कोशिश करें ताकि आप देख सकें कि यह आपके लिए सही लगता है। नीचे Luno में ट्रेडिंग दृश्य की एक तस्वीर है:
algo trading : Zerodha के नितिन कामत ने ट्वीट पोस्ट कर फॉलोवर्स से किया अनुरोध, सेबी के कंसल्टेशन पेपर दें फीडबैक
जिरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत ने अपने ट्विटर फॉलोवर्स से सेबी (SEBI) द्वारा अनियंत्रित अल्गो प्लेटफॉर्म्स (algo platforms) पर रोक लगाने के इरादे से जारी कंसल्टेशन पेपर के संबंध में सरकार को अपना फीडबैक और सुझाव भेजने का अनुरोध किया है।
10 दिसंबर को दो भागों में की गई ट्वीट पोस्ट में कामत ने लिखा, “सेबी ने गारंटेड रिटर्न का वादा करने वाले अनियंत्रित अल्गो प्लेटफॉर्म्स पर रोक लगाने के इरादे से एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया है। लेकिन जिस तरह से योजना बनाई गई है, उसका मतलब होगा कि ब्रोकर्स को अपनी एपीआई (APIs) की पेशकश रोकनी होंगी। यह टेक्नोलॉजी के इस दौर में 2 कदम पीछे जाने किस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में सबसे अच्छा एपीआई है जैसा होगा। यदि आप अपना फीडबैक और सुझाव भेजते हैं तो वास्तव में इससे मदद मिलेगी। कंसल्टेशन पेपर का लिंक ब्लॉग पोस्ट में उपलब्ध है।”
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उन्होंने बताया कि प्रोग्राम आंकड़े निकालने के लिए चार्ट्स की मैनुअल जांच की जरूरत को खत्म कर देता है- उदाहरण के लिए, पूर्व में पीएंडएल निकालने की रणनीति में 20 दिनों का मूविंग एवरेज निकालना होता था और खरीद व बिक्री के संकेतों के लिए चार्ट पर नजर रखनी होती थी।
उन्होंने बताया, “मैनुअली ऐसा किस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में सबसे अच्छा एपीआई है करना खासा मुश्किल काम है। इसके बजाय एक प्रोग्राम या अल्गो ऐसा ऑटोमैटिकली कर सकता है। इसमें लाइव मार्केट डाटा की निगरानी की जा सकती है और अलर्ट जेनरेट किए जा सकते हैं, ऑर्डर प्लेसमेंट तक पूरी तरह ऑटोमेट हो सकता है।”
एल्गो ट्रेडिंग क्या होती है (What is algo Trading in Hindi)
हमारे भारत देश में शेयर मार्केट का एक लिमिटेड समय है और हर कोई शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए इतना समय नहीं दे सकता है और जब ऐसे कंडीशन मे अगर आपको शेयर बाजार को बिना समय दिए ट्रेडिंग करना हो और ऐसे मे अगर कोई ऐसा प्लेटफार्म मिल जाये जिसमे बिना आपकी ट्रेडिंग के शेयर्स को आटोमेटिक (स्वचालित) रूप से ख़रीदे और बेचे तो ये कैसा रहेगा, तो ऐसी कंडीशन के लिए ही आटोमेटिक ट्रेडिंग लाई गयी है तो रोबोटिक रूप से आपके शेयर को ख़रीदे और बेचने को ही Algo Trading कहा जाता है और एल्गो ट्रेडिंग को ही आटोमेटिक ट्रेडिंग कहते है.
ये ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो रूल्स बेस पर होता है जिसमे पहले से ही कोडिंग की मदद से सारी चीज़े सेट की जाती है और फिर उसके माध्यम से ही एल्गो ट्रेडिंग काम करता है इसमें हमें पहले से ही हमारे रूल्स, इंस्ट्रक्शन्स या फिर लॉजिक को सेट करना होता है और फिर इसी लॉजिक पर हमारा लैपटॉप एल्गो ट्रेडिंग में काम करता है. ये रूल्स, और इंस्ट्रक्शन्स आप अपने हिसाब से सेट कर सकते है.
एल्गो ट्रेडिंग कैसे करे?
एल्गो ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपके पास किसी भी ब्रोकर का एल्गो ट्रेडिंग API होना चाहिए और उसी ब्रोकर के साथ आपका डिमैट अकाउंट होना भी जरूरी होता है. ये कुछ ब्रोकर्स है जो एल्गो ट्रेडिंग API के लिए कुछ न कुछ चार्जेज भी लेते है भारत के ये बड़े ब्रोकर्स आपको एल्गो ट्रेडिंग API प्रोवाइड करते है.
जैसे- angel broking, zerodha, upstox इत्यादि, ये ब्रोकर्स आपको एल्गो ट्रेडिंग किस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में सबसे अच्छा एपीआई है किस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में सबसे अच्छा एपीआई है API प्रोवाइड करते है लेकिन इनके कुछ चार्जेज भी होते है जैसे कि
zerodha – 2000 महीना
upstox – 1000 महीना
और कुछ ऐसे ब्रोकर भी होते है जो आपको एल्गो ट्रेडिंग API फ्री में प्रोवाइड करते है जिसमे angel broking है जो आपको फ्री में अल्गो ट्रेडिंग API प्रोवाइड करता है और ये ब्रोकर भारत का सबसे पुराना और अच्छा ब्रोकर है.
एल्गो ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है?
एल्गो ट्रेडिंग करने के कुछ फायदे निम्नलिखित है-
- एल्गो ट्रेडिंग को आप अपना काम करके भी शेयर बाजार में आटोमेटिक ट्रेडिंग कर सकते है जिसमे आपके समय की बचत होती है.
- इसमें आप एक साथ अनलिमिटेड शेयर्स को खरीद और बेच सकते है।
- इसमें आप एक साथ शेयर मार्केट के जितने भी स्टॉक्स को चाहे ट्रैक कर सकते है.
- इसमें हमे ट्रेडिंग करने के लिए एनालिसिस करने की कोई जरुरत नहीं होती है क्युकी एल्गो ट्रेडिंग खुद से ही 50 दिनों का डेटा एनालिसिस करके ट्रडिंग करता है.
- नार्मल कंडीशन में लोग शेयर मार्केट के उतरते-चढ़ते भाव को देखकर इमोशनल होकर घबरा जाते है लेकिन एल्गो ट्रेडिंग हमेशा बिना इमोशन के ट्रेडिंग करता है.
एल्गो ट्रेडिंग करने के नुकसान क्या है?
एल्गो ट्रेडिंग करने के कुछ नुकसान भी है-
- एल्गो ट्रेडिंग एक नयी और बड़ी चीज है क्योंकि आज भी ज्यादातर ट्रेडर समय कम होने के कारण सही ढंग से ट्रेड नहीं कर पाते हैं यहां पर सिर्फ 100 में से केवल 10% ट्रेडर्स ही सक्सेस हो पाते हैं और अच्छा पैसा कमा किस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में सबसे अच्छा एपीआई है पाते हैं.
- एल्गो ट्रेडिंग एक कम्प्यूटर आधारित ट्रेडिंग है इसमें गलतियों को इग्नोर नहीं किया जा सकता है क्योंकि इसमें ज्यादातर गलतियां गणतीय आंकलन से लेकर कैलकुलेशन तक कही भी हो सकती हैं इसलिए यह शुरुआत में सभी के लिए allow नहीं है.
- इसके allow करने के साथ ही इसे इस्तेमाल करने की पूरी जानकारी भी आपके पास होनी चाहिए जिससे ट्रेडर्स इसमें अच्छे से ट्रेड कर सकें. अभी तक इसमें केवल एक्सपर्ट ट्रेडर ही ट्रेड कर सकते थे लेकिन रिटेल ट्रेडर को इसकी अनुमति नहीं दी थी लेकिन अब इसे सभी के लिए ओपन कर दिया गया है आप भी एल्गो ट्रेडिंग करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं.
Wire Transfer No
Luno क्या है?
Luno यूनाइटेड किंगडम की एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज है। इसके कार्यालय लंदन, सिंगापुर और केपटाउन (दक्षिण अफ्रीका) में हैं। इसने २०१३ में अपना गतिविधियां शुरू किया था । एक्सचेंज केवल बिटकोइन और एथेरेउम में व्यापार प्रदान करता है। यदि आप ट्रेडिंग जोड़े के अधिक व्यापक चयन के साथ एक क्रिप्टो एक्सचेंज पसंद करेंगे, तो आप हमारी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज सूची में देखने की सलाह देते हैं।
अत्यधिक सुरक्षित बैंक ग्रेड प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म
Luno अपनी वेबसाइट पर स्पष्ट रूप से यह समझाता है कि उनके सभी उत्पाद और सेवाएं अत्यधिक सुरक्षित बैंक-ग्रेड प्रौद्योगिकी प्लेटफार्मों पर बनाई गई हैं और वे नियमित रूप से स्वतंत्र प्रौद्योगिकी और वित्तीय ऑडिट करवाते हैं। इसके अलावा, वे बताते हैं कि उनके पास एक शक्तिशाली ट्रेडिंग इंजन और एपीआई है।
उनका कहना है की "हमारी कम विलंबता ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म तेज़, अनुपालन और विश्वसनीय है, जो सर्वोत्तम निष्पादन सुनिश्चित करता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कब या कहां हैं। हम आसान और मजबूत एकीकरण और व्यापार स्वचालन सुनिश्चित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले एपीआई प्रदान करते हैं।
Luno शुल्क
Luno ट्रेडिंग शुल्क
प्रत्येक व्यापार दो पक्षों के बीच होता है: निर्माता या मैकर, जिसका आदेश व्यापार से पहले ऑर्डर बुक पर मौजूद होता है, और वह ऑर्डर लेने वाला या टैकर, जो निर्माता के आदेश से मेल खाने वाला आदेश रखता है (या उसके ट्रैड ऑर्डर्स "लेता है")। निर्माताओं को मैकर इसलिए कहा जाता है है क्योंकि उनके आदेश बाजार में तरलता बनाते हैं। टैकर वे हैं जो निर्माताओं के आदेशों को अपने स्वयं के आदेश के साथ मिलान करके इस तरलता को हटा ते हैं।
टैकर के लिए Luno का ट्रेडिंग शुल्क ०.१०% है। यह शुल्क वैश्विक उद्योग औसत के अनुसार है, या यहां तक कि उससे थोड़ा कम है। इससे भी अधिक आकर्षक यह है की , Luno में पेश किए गए निर्माताओं के लिए व्यापार शुल्क है। Luno के पास निर्माताओं के लिए कोई शुल्क नहीं है, यानी ०.००%। यह शुल्क मॉडल एक्सचेंज में तरलता को बढ़ावा देता है, क्योंकि एक्सचेंज पर नए ऑर्डर बनाने वाले लोगों को किसी भी ट्रेडिंग शुल्क का भुगतान करने की ज़रूरत नहीं है। यह क्रिप्टो दुनिया में प्रतिस्पर्धी है और निवेशकों के लिए विशेष रूप से किस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में सबसे अच्छा एपीआई है फायदेमंद है जो ऑर्डर बुक से मौजूदा ऑर्डर लेने में रुचि नहीं रखते हैं, बल्कि निर्माता-आदेशों के साथ मेल खाना पसंद करते हैं।
जमा विधियाँ
प्लेटफ़ॉर्म पर क्रिप्टोकरेंसी जमा करने के अलावा, Luno आपको फिएट मुद्रा जमा करने की भी अनुमति देता है। हालांकि, केवल वायर ट्रांसफर के माध्यम से (क्रेडिट या डेबिट कार्ड नहीं)।
इस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर फिएट मुद्रा जमा संभव है, यह देखते हुए, यह प्लेटफ़ॉर्म "एंट्री-लेवल एक्सचेंज" के रूप में अर्हता प्राप्त करता है, जिससे यह एक ऐसा एक्सचेंज बन जाता है जहां नए क्रिप्टो निवेशक क्रिप्टो दुनिया में अपनी रोमांचक यात्रा शुरू कर सकते हैं। यदि आपको क्रेडिट या डेबिट कार्ड जमा स्वीकार करने वाले एक्सचेंज की आवश्यकता है, तो आप हमारे एक्सचेंज फ़िल्टर का उपयोग करके आसानी से ढूंढ सकते हैं।
Algo Trading के फायदे
एल्गो ट्रेडिंग के फायदे बहुत हैं जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं-
- Emotionaless Trading – एल्गो ट्रेडिंग का सबसे अच्छा फायदा या है कि इसमें किसी व्यक्ति का इंवॉल्वमेंट नहीं होता है जिससे इमोशनल ट्रेडिंग नहीं होती है क्योंकि इमोशनल ट्रेडिंग से हमें अच्छा खासा लॉस हो सकता है एल्गो ट्रेडिंग में इमोशनलेस ट्रेडिंग होती है अगर आपको फायदा होता है तो तो ठीक है लेकिन आपके स्टॉपलॉस पर यह आपको बाहर कर देगा।
- Unlimited Backtesting– एल्गो सॉफ्टवेयर के माध्यम से आप जितना चाहे व्यक्ति स्टिंग कर सकते हैं और बहुत ही कम समय में आप कई सालों की बैक टेस्टिंग कर सकते हैं जिससे आपकी ट्रेडिंग में बहुत अच्छा कॉन्फिडेंस बिल्ड होता है।
- High Speed Trade – किसी इंसान द्वारा कोई भी ट्रेड बहुत जल्दी नहीं लिया जा सकता समय लगता है और जो इंस्टीट्यूशंस और बड़ी ट्रेडर के लिए यह आसान नहीं होता उन्हें बहुत जल्दी ट्रेड लेने होते हैं और बड़ी क्वांटिटी में ट्रेड लेने होते हैं लेकिन मार्केट में ज्यादा कॉन्टिटी के आर्डर एक ही समय में ऑर्डर करना आसान नहीं है लेकिन एल्गो ट्रेडिंग से बहुत आसान बनाती है एल्गो ट्रेडिंग से माध्यम से आप सेकंड में अपने ऑर्डर को एग्जीक्यूट कर सकते हैं।
- Time Freedom – जब हम ट्रेड लेते हैं तो हमें मार्केट को दिनभर देखना होता है और टारगेट एवं लॉस को देखना होता है लेकिन जब आपने एक बार एल्बो सेट कर दिया है तो आप और भी अपना काम कर सकते हैं एवं ट्रेडिंग का काम मार्केट में आपका एल्गो ट्रेडिंग करेगा इसमें आपकी समय की बचत अच्छी होती है अगर आपके पास समय की कमी है तो एल्गो ट्रेडिंग आपके लिए वरदान है।
- एल्गो ट्रेडिंग में आप अनलिमिटेड स्टॉक के डाटा को एनालाइज कर सकते हैं एवं उन पर एक ही टाइम पर नजर रख सकते हैं।
Algo Trading के नुकसान
एल्गो ट्रेडिंग आज के समय में बहुत प्रचलित हो रहा है और लोगों का कहना है कि एल्गो ट्रेडिंग भविष्य है क्योंकि भविष्य मेल को ट्रेडिंग ही होने वाली है तो दोस्तों एल्गो ट्रेडिंग के नुकसान की बात करें तो एल्गो ट्रेडिंग के नुकसान बहुत कम है लेकिन किसी भी नए ट्रेडर के लिए एल्गो ट्रेडिंग बिल्कुल भी नहीं है पहले उसे मैनुअली ट्रेडिंग सीखनी होगी।
इसी के साथ आपको बता दें कि एल्गो ट्रेडिंग कंप्यूटर या फिर रोबोट द्वारा जाने वाली ट्रेडिंग है और आपको पता ही होगा कि कंप्यूटर कभी भी गलती नहीं करता है अगर आप कोई Algo Trading स्ट्रेटजी बना रहे हैं और उसमें कोई गलती हो जाती है तो आप इसे इग्नोर बिल्कुल भी नहीं कर सकते क्योंकि इससे आपको बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है।
तो साथियों आशा करता हूं कि आपको इस लेख के माध्यम से एल्गो ट्रेडिंग क्या है (Algo Trading in Hindi) एल्गो ट्रेडिंग कैसे करते हैं एल्गो ट्रेडिंग के फायदे एवं नुकसान क्या है इससे संबंधित पूरी जानकारी आपको विस्तार से मिल गई होगी ऐसे ही शेयर मार्केट से संबंधित खबरों एवं जानकारियों के लिए हमारे ब्लॉग को पढ़ते रहिए एवं इस लेख को अपने दोस्तों के साथ नीचे दिए गए शेयर बटन के माध्यम से शेयर जरूर करें धन्यवाद।
Paytm Money स्टॉक ब्रोकिंग के फीचर्स
– Paytm Money स्टॉक ब्रोकिंग में बीटा मोड में कैश व इंट्रा डे ट्रेडिंग को पेश किया गया है. Paytm Money की योजना आगे चलकर डेरिवेटिव सेगमेंट लॉन्च करने की है.
– स्टॉक ब्रोकिंग में स्मार्ट सर्च और नोटिफिकेशंस की मदद से यूजर अधिकतम 50 स्टॉक्स को डिस्कवर कर सकते हैं, प्राइस अलर्ट सेट कर सकते हैं और जब स्टॉक्स की कीमत वहां पहुंच जाए तो नोटिफिकेशन पा सकते हैं.
– निवेशक 50 स्टॉक्स तक के लिए रियल टाइम प्राइस चेंज को ट्रैक करने के लिए मल्टीपल वॉचलिस्ट क्रिएट व कस्टमाइज कर सकते हैं.
– यूजर्स साप्ताहिक/मासिक आधार पर बाई ऑर्डर्स सेट कर स्टॉक इन्वेस्टिंग को ऑटोमेट कर सकते हैं.
– बिल्ट इन ब्रोकरेज कैलकुलेटर से ट्रांजेक्शन चार्ज का पता लगा सकते हैं और मुनाफे के साथ शेयर बेचने के लिए सटीक ब्रेकईवन प्राइस पता कर सकते हैं.
– एडवांस्ड चार्ट्स और अन्य विकल्प जैसे कवर ऑर्डर व ब्रैकेट ऑर्डर को भी रखा गया है ताकि स्टॉक ट्रेडिंग एक्सपीरियंस अधिक रिवार्डिंग हो.
– ये सब कुछ व अन्य फीचर्स पेटीएम मनी स्टॉक ब्रोकिंग पर फुल डेटा प्राइवेसी के साथ उपलब्ध होंगे ताकि बैंकस्तरीय सुरक्षा के साथ निवेशकों को पर्सनल डेटा सुरक्षित रहे.
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